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NCERT Solutions for Class 11 Spiti mein barish

NCERT Solutions for Class 11 Hindi Aroh Chapter 16 स्पीति में बारिश      

NCERT Solutions for Class 11 Hindi Aroh Chapter 16 स्पीति में बारिश


 स्पीति मैं बार ( कृष्णा नाथ )


पाठ के साथ


प्रश्न 1. इतिहास में स्पीति का वर्णन नही मिलता क्यों ? 


उत्तर - स्पीति में जन जीवन बहुत सीमित है। वहाँ खुलकर रहने योग स्थितियाँ नहीं हैं। वहाँ आठ नौ महीने बर्फ रहती है जिसके कारण बाहर निकलना भी कवित होता है कठिनता से तीन - चार महीने बसंत ऋतु आती है इतने कम समय में स्पीति का जन् -जीवन सामान्य नही हो पाता | वहाँ के पहाड़ भी विकसित नहीं हैं ' न ही रस्ति हैं न संचार के आधुनिक साधक है । अतः मानवीय गतिविधियों के अभाव में वहाँ इतिहास का नि मनि नहीं हो पाया न कोई उल्लेखनीय घटनाएँ हो पाई ।



प्रश्र 2. स्पीति के लोग जीवनयापन के लिए किन कठिनाइयों का सामना करते हैं?


उत्तर -  स्पीति के लोग जीवनयापन के लिए सब प्रकार की कठिनाइयों को झेलते हैं। वे संचार के साधनों से रहित हैं। बिजली, सड़क, दूरभाष आदि से भी रहित हैं। वहाँ न हरियाली होती है, न पेड़। वहाँ वर्षा भी नहीं होती। इसलिए फसलें भी बहुत कम होती है। वर्ष में एक बार बाजरा, गेहूँ, मटर, सरसों की फसल होती हैं। वहाँ किसी प्रकार का फल नहीं पैदा होता। न ही घर को गर्म रखने के लिए लकड़ी पैदा होती है। वहाँ की चोटियाँ 14,000 से 21,000 फीट तक ऊँची तथा दुर्गम है। वहाँ सर्दी इतनी होती है कि खाल को छील डालती है। इसलिए अधिकांश समय घरों में दुबक कर रहना पड़ता है। 


प्रश्र 3. लेखक माने श्रेणी का नाम बौद्धों के माने मंत्र के नाम पर करने के पक्ष मेंक्यों है?


उत्तर - बौद्धों के माने मंत्रों की बहुत महिमा है। यहाँ इन मंत्रों का खूब उच्चार और प्रचार हुआ है। इसलिए लेखक का मत है कि माने पहाड़ियों का नाम माने मंत्रों के नाम से ही होना उचित है।


प्रश्न4. ये माने की चोटियाँ बूढ़े लामाओं के जाप से उदास हो गई हैं इस पंक्ति के माध्यम से लेखक ने युवा वर्ग से क्या आग्रह किया है?


उत्तर -  लेखक कहना चाहता है कि माने पर्वत श्रेणियों में बूढ़े लामा रहते हैं और माने मंत्रों का उच्चार करते हैं। उनके कारण यहाँ का वातावरण अत्यंत गंभीर बोझिल और उदास हो गया है। यहाँ जीवन की चहल-पहल और दिल्लगी नहीं दिखाई देती। अतः यदि यहाँ युवक-युवतियाँ आएँ। वे क्रीड़ा- कौतुक कर, प्रेम-भरे खेल कर, हँसे-नाचे-कूदे और इन चोटियों पर आरोहण करें तो ये पहाड़ भी आनंदपूर्ण बन जाएँगे। इसलिए उन्होंने नवयुवकों को स्पीति की पहाड़ियों में आने के लिए आह्वान किया है।


प्रश्र 5. वर्षा यहाँ एक घटना है, एक सुखद संयोग है-लेखक ने ऐसा क्यों कहा है? 


उत्तर - लेखक के अनुसार, स्पीति में वर्षा बहुत कम होती है। बल्कि कहना चाहिए कि न के बराबर होती है। यहाँ तक मानसून नहीं पहुँच पाता। इसलिए जब कभी वर्षा हो जाए तो लोग इसे अपना सुखद सौभाग्य मानते हैं। वर्षा के दिन को वे सुख का चिह्न मानते हैं।


प्रश्न 6 .स्पीति अन्य पर्वतीय स्थलों से किस प्रकार भिन्न है?


उत्तर - स्पीति की पहाड़ियाँ कश्मीर, शिमला, कुल्लू-मनाली जैसे पर्वतीय पर्यटन स्थलों से भिन्न हैं। यह भिन्नता अनेक प्रकार की है। जैसे


• स्पीति के पहाड़ों की ऊँचाई 13,000 से 21,000 मीटर तक है तथा अत्यंत दुर्गम है। अन्य पहाड़ इतने ऊँचे नहीं हैं। 


• स्पीति के पहाड़ों पर न वर्षा होती है, न हरियाली है, न पेड़ है, यहां बर्फ जमी रहती है या ये बढ़िया नंगी रहती है। अन्य पर्वतीय स्थल हरे-भरे वृक्षों से भरपूर हैंl वहां खूब वर्षा होती है।


• स्पीति मे फसलें बहुत कम होती है। वर्षा में एक बार फसल होती है। फसलों के नाम पर गेहूं बाजरा मटर सरसों होती हैं। फल नहीं होते अन्य पहाड़ों पर अनेक फसलें सब्जियां तथा फल होते हैं।


• स्पीत मे केवल दो ऋतु होती हैं -शीत और बसंत बसंत ऋतु भी तीन-चार मास के लिए होती है अन्य पहाड़ों पर छहों ऋतु का सिंगार देखने को मिलता है


• स्पीति में ना परिवहन के साधन है, न संचार के यहां न बिजली है, न सड़के हैं, न टेलीफोन है, अन्य पहाड़ों पर सब प्रकार की आधुनिक सुविधाएं है।


पाठ के आस पास


प्रश्र 1. स्पीति मे बारिश का वर्णन एक अलग तरीके से किया गया है । आप अपने यहाँ होने वाली वारिश का वर्णन कीजिए ।


उत्तर - हमारे यहाँ वर्ष का मौसम बहुत सुहाना होता है । गर्मियों की वर्षा का तो कहना ही क्या जब धरती लू बरसा रही होती है तो वर्षा की रिमझिम बूंदे स्वर्ग - सा सुकून प्रदान करती हैं। मैदानी इलाकों में सबसे रोमांटिक और सुहावनी ऋतु वर्षा ऋतु ही होती है चारों तरफ पानी ही पानी बरसता है। सड़कों , गलियों  में पानी भर जाता है मुसलाधार वर्षा में नहाते बच्चे खूब आनंद - विनोद करते हैं 



प्रश्र 2. स्पीति के लोगों और मैदानी भागों में रहने वाले लोगों के जीवन की  तुलना कीजिए। किन का जीवन आपको ज्यादा अच्छा लगता है और क्यों? 


उत्तर - स्पीति के जनजीवन तथा मैदानी भागों के जन जीवन में जमीन-आसमान का अंतर तुलना है। यह अंतर इस प्रकार है स्पीति के लोग आधुनिक सुख-सुविधाओं से वंचित रहते हैं। मैदानी लोग आवागमन और संचार के साधनों के कारण चहल-पहल से जीवनयापन करते हैं।

•स्पीति में केवल दो ही ऋतुएँ होती हैं, फसलें कम होती हैं, जनसंख्या का घनत्व भी कम है। मैदानों में ये सब चीजें पर्याप्त मात्रा में होती हैं। स्पीति के मौसम शरीर को कष्ट देते हैं। मैदानी क्षेत्रों का हर मौसम सुहाना होता है। इसलिए हमें मैदानी क्षेत्रों का जीवन अधिक अच्छा लगता है।




प्रश्र 3. स्पीति में बारिश एक यात्रा वृत्तांत है। इसमें यात्रा के दौरान किए गए अनुभवों, यात्रा स्थल से जुड़ी विभिन्न जानकारियों का बारीकी से वर्णन किया गया है। आप भी अपनी किसी यात्रा का वर्णन लगभंग 200 शब्दों में कीजिए।


 उत्तर -कुछ दिन पहले मैंने अपनी एक मित्र के साथ गंगटोक जाने की योजना बनाड़ी यात्रा शुरू करने से पहले हमने सारी तैयारियाँ कर लीं, जिसमें ट्रेन के टिकट से लेकर वहाँ ठहरने के लिए होटल की व्यवस्था शामिल थीं। आखिरकार हमारी यात्रा का दिन आ ही गया | हम सबसे पहले ट्रेन से सिलीगुड़ी पहुँचे, फिर वहाँ से किराए की गाड़ी से गंगटोक पहुँचे। सिलीगुड़ी से गंगटोक की दूरी लगभग 120 कि.मी. है। वहाँ पहुँचकर हमने कुछ देर तक होटल में विश्राम किया। दो घंटे बाद हम टैक्सी से घूमने निकले। गंगटोक का मौसम जून के महीने में बहुत ही खुशनुमा होता है। यहाँ दिन में कभी-कभी फुहारों के साथ बारिश होती है, जो मन को आनंदित कर देती है। यहाँ थोड़ी-थोड़ी ऊंचाई पर टोंक स्थित हैं जैसे गणेश टोंक, हनुमान टोंक इत्यादि| यहाँ पर अधिकतर बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग निवास करते हैं। इसी कारण यहाँ की संस्कृति में बौद्ध धर्म की झलक दिखाई पड़ती है। गंगटोक साफ़ और सुन्दर जगह है। यहाँ सड़क पर गंदगी फैलाना सख्त मना है। यहाँ पर अधिकतर लोग ईमानदार हैं तथा कोई किसी से धोखा - घड़ी नहीं करता। यहाँ के दुकानों में अधिकतर महिलाएँ काम करती हुई मिलीं तथा हर घर के बाहर फूल-पौधे के गमलों या बगीचों की सजावट दिखाई दी। हम वहाँ तीन दिन तक रुके तथा इस दौरान हमने खूब मस्ती की।


प्रश्न 4. लेखक ने स्पीति की यात्रा लगभग तीस वर्ष पहले की थी। इन तीस वर्षों में क्या स्पीति में कुछ परिवर्तन आया है? जानें, सोचें और लिखें।


उत्तर- कुछ बिंदु

      1. आवागमन के साधन पहले से अच्छे 

      2. नदी पर बाँध व बिजली उत्पादन

      3. आवास के लिए कुछ छोटे होटल

      4. दूर संचार व्यवस्था

      5. टेलीविजन देखने की सुविधा 

      6. विदेशी पर्यटकों का आवागमन


भाषा की बात


प्रश्र 1. पाठ में से दिए गए अनुच्छेद में क्योंकि, और, बल्कि, जैसे ही, वैसे ही, मानो, ऐसे शब्दों का प्रयोग करते हुए उसे दोबारा लिखिए- लैंप की लौ तेज की। खिड़की का एक पल्ला खोला तो तेज हवा का झोंका मुँह और हाथ को जैसे छीलने लगा। मैंने पल्ला भिड़ा दिया। उसकी आड़ से देखने लगा। देखा कि बारिश हो रही थी। मैं उसे देख नहीं रहा था। सुन रहा था। अँधेरा, ठंड और हवा का झोंका आ रहा था। जैसे बरफ का अंश लिए तुषार जैसी बूंदें पड़ रही थीं।


उत्तर -लैंप की लौ तेज जैसे ही खिड़की का एक पल्ला खोला तो तेज हवा का झोंका मुँह और हाथ को जैसे छीलने लगा। मैंने वैसे ही पल्ला भिड़ा दिया और उसको आड़ से देखने लगा। देखा कि बारिश हो रही थी। मैं उसे देख नहीं रहा था बल्कि सुन रहा था। अँधेरा, ठंड और हवा का झोका ऐसे आ रहा था मानो बर्फ का अंश लिए तुषार जैसी बूँदे पड़ रही थीं।





                



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