Mp Board 12th Economics Masik Test paper Solution 2021| 12वी अर्थशास्त्र मासिक टेस्ट पेपर हल
मासिक टेस्ट अगस्त 2021कक्षा बारहवींविषय अर्थशास्त्र (कला एवं वाणिज्य)
प्रश्न -1 वस्तुनिष्ठ प्रश्न सही विकल्प का चुनाव कीजिए।
1- निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है।
उत्तर- (अ) हमारी आवश्यकताएं हमेशा संसाधनों से अधिक होती हैं।
2- जब सीमांत लागत घटती है तो कुल लागत….. I
उत्तर-(ब) घटती दर से बढ़ती है
3- हम कब कहेंगे कि बाजार में किसी वस्तु की आधिपूर्ति की है।
उत्तर-(अ) बाजार पूर्ति का बाजार मांग से अधिक होने पर।
4- उत्पादन शुरू होने पर अल्पकाल में स्थिर लागत… ।
प्राथमिक समक होते हैं।
उत्तर-(अ) मौलिक
प्रश्न-2 निम्नलिखित में से किन्ही तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
1- आदर्शक आर्थिक विश्लेषण से क्या अभिप्राय है।
उत्तर- आदर्शक आर्थिक विश्लेषण से हमारा अभिप्राय उस अध्ययन से है जिसका संबंध सीधे तौर पर आदर्शों से होता है। आदर्शक आर्थिक विश्लेषण के अंतर्गत हम यह समझने का प्रयास करते हैं कि विभिन्न कार्य विधियां हमारे अनुकूल हैं भी या नहीं।
2- उत्पादन फलन किसे कहते हैं।
उत्तर-
उत्पादक फलन हमें यह बतलाता है कि समय की एक निश्चित अवधि में उपादनो के परिवर्तन से उत्पादन आकार में किस प्रकार और कितनी मात्रा में परिवर्तन होता है। इस प्रकार उपादनों की मात्रा और उत्पादन की मात्रा के भौतिक संबंध को उत्पादन फलन कहते हैं।
3- पैमाने के प्रतिफल किसे कहते हैं।
उत्तर- जितना गुना सभी अनुपातों को दोहराया जाता है अर्थात जितना गुना स्तर और इसीलिए परिवर्तनशील स्तनों को बढ़ाया जाता है तो वह फर्म के पैमाने को स्थापित करता है।
सरल शब्दों में कहें तो पैमाने में वृद्धि का अर्थ है सभी साधनों को एक ही अनुपात में बढ़ाना अर्थात साधन अनुपातों को स्थिर रखते हुए सभी साधनों को बढ़ाया जाता है। पैमाने का यह विचार दीर्घकाल से संबंध रखता है क्योंकि इसमें स्थित साधनों को परिवर्तित करके फर्म के आकार को बढ़ाया जाता है।
4- न्यूनतम समर्थन कीमत किसे कहते हैं।
उत्तर- न्यूनतम समर्थन मूल्य दर है जिस पर सरकार किसानों से फसल खरीद की है और यह किसानों की उत्पादन लागत के कम से कम 10 गुना अधिक होती है। न्यूनतम समर्थन मूल्य किसी भी फसल के लिए वह न्यूनतम मूल्य है जिसे सरकार किसानों के लिए लाभकारी मानती है और इसलिए इसके माध्यम से किसानों का समर्थन करती है।
5- संतुलन कीमत का अर्थ लिखिए।
उत्तर-जिस कीमत पर किसी वस्तु की मांगी गई मात्रा उसकी आपूर्ति की मात्रा के बराबर हो उसे संतुलन कीमत कहते हैं। संतुलन कीमत पर वस्तु की मांग की गई मात्रा उसकी आपूर्ति की मात्रा के बराबर होती है। वस्तु की यह मात्रा संतुलन मात्रा कहलाती है।
प्रश्न 3 निम्नलिखित में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
1.स्थानापन्न वस्तु में क्या होती हैं ऐसी दो वस्तुओं की उदाहरण दीजिए जो एक दूसरे के स्थानापन्न ने हैं।
उत्तर- स्थानापन्न वस्तुओं से अभिप्राय उन वस्तुओंसे है जो एक ही उद्देश्य की पूर्ति के लिए एक दूसरे के स्थान पर प्रयोग की जा सकती हैं। स्थानापन्न वस्तु में से एक वस्तु की मांग तथा दूसरी वस्तु की कीमत में धनात्मक संबंध होता है। एक वस्तु की कीमत बढ़ने पर उसकी स्थानापन्न वस्तु की मांग बढ़ती है अथवा विपरीत।
उदाहरण के लिए चाय और कॉफी ,चीनी और गुण, पेप्सी और कोकाकोला आदि।
2. अल्प काल तथा शीघ्र काल की संकल्पना को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-अल्पकाल वह समय अवधि है जिसमें उत्पादन के कुछ साधन स्तर होते हैं तथा कुछ परवर्ती साधन होते हैं। इसीलिए उत्पादन वर्ग केवल परिवर्ती साधनों को ही बढ़ाकर बढ़ाया जा सकता है। दीर्घकाल की समय अवधि है। जिसमें उत्पादन के सभी साधन परिवर्ती होते हैं।
3. अल्पकालीन सीमांत लागत वक्र U आकार के क्यों होते हैं?
उत्तर-अल्पकालीन सीमांत लागत वक्र U आकार का इसलिए होता है कि यह उत्पादन प्रतिफल की तीनों अवस्थाओं को बताता है। एवं एक बिंदु पर सीमांत लागत न्यूनतम हो जाता है उसके बाद ऊपर उठने लगता है। अर्थात प्रति इकाई सीमांत लागत बढ़ने लगती है जिसके कारण सीमांत लागत U आकार का हो जाता है।
4. पूर्ण प्रतियोगिता बाजार की विशेषताएं बताइए।
उत्तर-पूर्व प्रतियोगी वह बाजार है इसमें क्रेता और विक्रेता के बीच वस्तुओं का क्रय विक्रय प्रतियोगिता के आधार पर होता है। इसके अतिरिक्त व्यक्तिगत रूप से कोई भी फार्म या व्यक्ति वस्तु के मूल्य को प्रभावित नहीं कर सकता है। पूर्ण प्रतियोगिता में वस्तुओं का मूल्य प्रत्येक स्थान पर एक समान रहता है।
पूर्ण प्रतियोगी बाजार की निम्नलिखित विशेषताएं हैं-
क्रेता विक्रेता की अधिक संख्या पूर्ण प्रतियोगिता के अंतर्गत बाजार में क्रेता तथा विक्रेता बड़ी संख्या में उपस्थित रहते हैं।
बाजार का पूर्ण ज्ञान कृपा तथा विक्रेता दोनों को बाजार का पूर्ण ज्ञान रहता है इसलिए वह प्रचलित मूल्य पर ही वस्तु का क्रय विक्रय करते हैं।
एक रूप वस्तु बाजार में एक समान वस्तु उपलब्ध रहती है। चाहे वह किसी भी उत्पादक के द्वारा उत्पन्न की जाए तथा वस्तु का प्रमाणीकरण होता है।
स्वतंत्र प्रवेश तथा बरगमन पूर्ण प्रतियोगिता में फलों का प्रवेश तथा वर्तमान स्वतंत्र होता है तथा इसमें किसी प्रकार की बाधा या रुकावट नहीं होती है।
5. निम्नलिखित तालिका श्रम के सीमांत उत्पादन को दर्शाती है श्रम की कुल उत्पादन अनुसूची की रचना कीजिए
श्रम की इकाइयां-1,2,3,4,5,6
सीमांत उत्पादन- 3,5,7,5,3,1
उत्तर-
दोस्तों मुझे पूर्ण आशा है कि इस लेख के माध्यम से मैंने आपके सभी डाउट क्लियर कर दिए होंगे और आप इसे मासिक टेस्ट को अच्छी तरीके से अपने कॉपी में लिख पाए होंगे यदि हां तो आप हमें कमेंट में बता सकते हैं और अपने दोस्तों के साथ इस लेख को शेयर कर सकते हैं।
प्रश्न -1 वस्तुनिष्ठ प्रश्न सही विकल्प का चुनाव कीजिए।
1- निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है।
उत्तर- (अ) हमारी आवश्यकताएं हमेशा संसाधनों से अधिक होती हैं।
2- जब सीमांत लागत घटती है तो कुल लागत….. I
उत्तर-(ब) घटती दर से बढ़ती है
3- हम कब कहेंगे कि बाजार में किसी वस्तु की आधिपूर्ति की है।
उत्तर-(अ) बाजार पूर्ति का बाजार मांग से अधिक होने पर।
4- उत्पादन शुरू होने पर अल्पकाल में स्थिर लागत… ।
प्राथमिक समक होते हैं।
उत्तर-(अ) मौलिक
प्रश्न-2 निम्नलिखित में से किन्ही तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
1- आदर्शक आर्थिक विश्लेषण से क्या अभिप्राय है।
उत्तर- आदर्शक आर्थिक विश्लेषण से हमारा अभिप्राय उस अध्ययन से है जिसका संबंध सीधे तौर पर आदर्शों से होता है। आदर्शक आर्थिक विश्लेषण के अंतर्गत हम यह समझने का प्रयास करते हैं कि विभिन्न कार्य विधियां हमारे अनुकूल हैं भी या नहीं।
2- उत्पादन फलन किसे कहते हैं।
उत्तर-
उत्पादक फलन हमें यह बतलाता है कि समय की एक निश्चित अवधि में उपादनो के परिवर्तन से उत्पादन आकार में किस प्रकार और कितनी मात्रा में परिवर्तन होता है। इस प्रकार उपादनों की मात्रा और उत्पादन की मात्रा के भौतिक संबंध को उत्पादन फलन कहते हैं।
3- पैमाने के प्रतिफल किसे कहते हैं।
उत्तर- जितना गुना सभी अनुपातों को दोहराया जाता है अर्थात जितना गुना स्तर और इसीलिए परिवर्तनशील स्तनों को बढ़ाया जाता है तो वह फर्म के पैमाने को स्थापित करता है।
सरल शब्दों में कहें तो पैमाने में वृद्धि का अर्थ है सभी साधनों को एक ही अनुपात में बढ़ाना अर्थात साधन अनुपातों को स्थिर रखते हुए सभी साधनों को बढ़ाया जाता है। पैमाने का यह विचार दीर्घकाल से संबंध रखता है क्योंकि इसमें स्थित साधनों को परिवर्तित करके फर्म के आकार को बढ़ाया जाता है।
4- न्यूनतम समर्थन कीमत किसे कहते हैं।
उत्तर- न्यूनतम समर्थन मूल्य दर है जिस पर सरकार किसानों से फसल खरीद की है और यह किसानों की उत्पादन लागत के कम से कम 10 गुना अधिक होती है। न्यूनतम समर्थन मूल्य किसी भी फसल के लिए वह न्यूनतम मूल्य है जिसे सरकार किसानों के लिए लाभकारी मानती है और इसलिए इसके माध्यम से किसानों का समर्थन करती है।
5- संतुलन कीमत का अर्थ लिखिए।
उत्तर-जिस कीमत पर किसी वस्तु की मांगी गई मात्रा उसकी आपूर्ति की मात्रा के बराबर हो उसे संतुलन कीमत कहते हैं। संतुलन कीमत पर वस्तु की मांग की गई मात्रा उसकी आपूर्ति की मात्रा के बराबर होती है। वस्तु की यह मात्रा संतुलन मात्रा कहलाती है।
प्रश्न 3 निम्नलिखित में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
1.स्थानापन्न वस्तु में क्या होती हैं ऐसी दो वस्तुओं की उदाहरण दीजिए जो एक दूसरे के स्थानापन्न ने हैं।
उत्तर- स्थानापन्न वस्तुओं से अभिप्राय उन वस्तुओंसे है जो एक ही उद्देश्य की पूर्ति के लिए एक दूसरे के स्थान पर प्रयोग की जा सकती हैं। स्थानापन्न वस्तु में से एक वस्तु की मांग तथा दूसरी वस्तु की कीमत में धनात्मक संबंध होता है। एक वस्तु की कीमत बढ़ने पर उसकी स्थानापन्न वस्तु की मांग बढ़ती है अथवा विपरीत।
उदाहरण के लिए चाय और कॉफी ,चीनी और गुण, पेप्सी और कोकाकोला आदि।
2. अल्प काल तथा शीघ्र काल की संकल्पना को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-अल्पकाल वह समय अवधि है जिसमें उत्पादन के कुछ साधन स्तर होते हैं तथा कुछ परवर्ती साधन होते हैं। इसीलिए उत्पादन वर्ग केवल परिवर्ती साधनों को ही बढ़ाकर बढ़ाया जा सकता है। दीर्घकाल की समय अवधि है। जिसमें उत्पादन के सभी साधन परिवर्ती होते हैं।
3. अल्पकालीन सीमांत लागत वक्र U आकार के क्यों होते हैं?
उत्तर-अल्पकालीन सीमांत लागत वक्र U आकार का इसलिए होता है कि यह उत्पादन प्रतिफल की तीनों अवस्थाओं को बताता है। एवं एक बिंदु पर सीमांत लागत न्यूनतम हो जाता है उसके बाद ऊपर उठने लगता है। अर्थात प्रति इकाई सीमांत लागत बढ़ने लगती है जिसके कारण सीमांत लागत U आकार का हो जाता है।
4. पूर्ण प्रतियोगिता बाजार की विशेषताएं बताइए।
उत्तर-पूर्व प्रतियोगी वह बाजार है इसमें क्रेता और विक्रेता के बीच वस्तुओं का क्रय विक्रय प्रतियोगिता के आधार पर होता है। इसके अतिरिक्त व्यक्तिगत रूप से कोई भी फार्म या व्यक्ति वस्तु के मूल्य को प्रभावित नहीं कर सकता है। पूर्ण प्रतियोगिता में वस्तुओं का मूल्य प्रत्येक स्थान पर एक समान रहता है।
पूर्ण प्रतियोगी बाजार की निम्नलिखित विशेषताएं हैं-
क्रेता विक्रेता की अधिक संख्या पूर्ण प्रतियोगिता के अंतर्गत बाजार में क्रेता तथा विक्रेता बड़ी संख्या में उपस्थित रहते हैं।
बाजार का पूर्ण ज्ञान कृपा तथा विक्रेता दोनों को बाजार का पूर्ण ज्ञान रहता है इसलिए वह प्रचलित मूल्य पर ही वस्तु का क्रय विक्रय करते हैं।
एक रूप वस्तु बाजार में एक समान वस्तु उपलब्ध रहती है। चाहे वह किसी भी उत्पादक के द्वारा उत्पन्न की जाए तथा वस्तु का प्रमाणीकरण होता है।
स्वतंत्र प्रवेश तथा बरगमन पूर्ण प्रतियोगिता में फलों का प्रवेश तथा वर्तमान स्वतंत्र होता है तथा इसमें किसी प्रकार की बाधा या रुकावट नहीं होती है।
5. निम्नलिखित तालिका श्रम के सीमांत उत्पादन को दर्शाती है श्रम की कुल उत्पादन अनुसूची की रचना कीजिए
श्रम की इकाइयां-1,2,3,4,5,6
सीमांत उत्पादन- 3,5,7,5,3,1
उत्तर-
दोस्तों मुझे पूर्ण आशा है कि इस लेख के माध्यम से मैंने आपके सभी डाउट क्लियर कर दिए होंगे और आप इसे मासिक टेस्ट को अच्छी तरीके से अपने कॉपी में लिख पाए होंगे यदि हां तो आप हमें कमेंट में बता सकते हैं और अपने दोस्तों के साथ इस लेख को शेयर कर सकते हैं।