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Mp Board class 7th Sanskrit varshik paper 2023

Mp Board class 7th Sanskrit varshik paper 2023| सातवीं संस्कृत वार्षिक पेपर 2023

Mp Board class 7th Sanskrit varshik paper 2023| सातवीं संस्कृत वार्षिक पेपर 2023
7th Sanskrit varshik paper 2023



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Mp Board class 7th Sanskrit varshik paper 2023: मध्य प्रदेश बोर्ड में कक्षा 7वीं की वार्षिक परीक्षाएं 8 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। कक्षा 7वी का पहला पेपर Sanskrit विषय का 13 अप्रैल को हो होना है। अब सभी छात्र कक्षा 7वी संस्कृत वार्षिक पेपर 2023 की तैयारी में लगे हुए होंगे। 7वी संस्कृत वार्षिक पेपर 2023 की तैयारी करने के लिए इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें ।


MP Board Class 7 Sanskrit varshik paper 2023 PDF download


इस पोस्ट के माध्यम से हम कक्षा 7वी Sanskrit  वार्षिक पेपर 2023 के लिए इंपोर्टेंट पीडीएफ लेकर आ चुके हैं यह पीडीएफ आपके कक्षा 7 Sanskrit  वार्षिक पेपर 2023 के लिए अति महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इस पीडीएफ के माध्यम से हमने ऐसे प्रश्न की श्रंखला आपको दी है जिसमें आपको previous question paper और modal Question paper दिए गए हैं। यह सभी क्वेश्चन से अति महत्वपूर्ण है इसलिए इन प्रश्नों को जल्दी से याद करें।


Kaksha 7vi Sanskrit varshik paper 2023 solution

कक्षा 7वी Sanskrit वार्षिक पेपर 2023 में अच्छे अंक लाना चाहते हैं तो आपको इन बातों का ध्यान में रखना है इन बिंदुओं को ध्यान में रखकर आप अपनी तैयारी करें सभी बिंदु नीचे दिए गए हैं।

Download Class 7th Sanskrit Trimashik Paper 2023

Note-  परीक्षा होने के उपरांत यहां पर। पेपर अपलोड किया गया है

Class 7th Varshik  worksheet  Pariksha paper 2022

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Class 7th Sanskrit Varshik mulyankan worksheet 13 april 2023


एमपी बोर्ड वार्षिक पेपर 2023

कक्षा 7

विषय संस्कृतम्


समय 2 घंटा 30 मिनट          पूर्णांक 60



परीक्षार्थी के लिए सामान्य निर्देश-

1-परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न पत्र पर अपना नामांकन अनावार्त: लिखें।

2-सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।


प्रश्न 1.

(अ) सही विकल्प चुनकर लिखिए

(क) बदरीनाथधामास्ति

(i) गुजरातराज्ये

(ii) उड़ीसाराज्ये

(iii) कर्नाटकराज्ये

(iv) उत्तराखण्डराज्ये।

उत्तर:

(iv) उत्तराखण्डराज्ये


(ख) सिंह पीडितः आसीत्

(i) पिपासया

(ii) क्षुधया

(iii) ज्वरेण

(iv) शत्रुणा।

उत्तर:

(ii) क्षुधया



(ग) अपदं दूरगामी अस्ति

(i) पत्रम्

(ii) पक्षी

(iii) पशुः

(iv) मनुष्यः।

उत्तर:

(i) पत्रम्


(घ) पृथिव्याः उपग्रहः अस्ति

(i) बुधः

(ii) शनिः

(iii) चन्द्रः

(iv) शुक्रः।

उत्तर:

(iii) चन्द्रः


(ङ) लोकमान्यतिलकेन आरब्धः उत्सवः अस्ति

(i) दीपोत्सवः

(ii) होलिकोत्सवः

(iii) गणेशोत्सवः

(iv) स्वतन्त्रतादिवसोत्सवः।

उत्तर:

(iii) गणेशात्सवः


(ब) दिये गये शब्दों से रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

(खड्गं, मूलाधारः, पूर्णिमा, तक्षशिला, शूलपाणिः)

(क) धर्म एव भारतस्य एकतायाः ………….. अस्ति।

(ख) ………. विश्वविख्यातम् अध्ययनकेन्द्रमासीत्।

(ग) त्रिनेत्रधारी न च ……….. ।

(घ) …………. गृहीत्वा युद्धं कुरु।

(ङ) शुक्लपक्षे ………… तिथि भवति।

उत्तर:

(क) मूलाधारः

(ख) तक्षशिला

(ग) शूलपाणिः

(घ) खड्गं

(ङ) पूर्णिमा।


प्रश्न 2.

अधोलिखित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखो-


एकस्मिन् पर्वते दुर्मुखः नाम महौजस्वी सिंहः वसति स्म। सः च सदैव बहूनां पशूनां वधं करोति स्म। एकदा सर्वे पशवः सिंहस्य समीपम् अगच्छन् अवदन् च मृगेन्द्र! त्वं सदैव पशूनां वधं कथं करोषि? प्रसीद वयं स्वयं तव भोजनाय प्रतिदिनम् एकैकं पशुं प्रेषयिष्यामः।


(क) पर्वते किं नाम सिंहः प्रतिवसति स्म? (पर्वत पर किस नाम का शेर रहता था?)

उत्तर:

पर्वते दुर्मुखः नाम सिंहः वसति स्म। (पर्वत पर दुर्मुख नाम का शेर रहता था।)


(ख) सः केषां वधं करोति स्म? (वह किनका करता था?)

उत्तर:

स: बहूनां पशूनां वधं करोति स्म। (वह बहुत से पशुओं का वध किया करता था।)


(ग) के सिंहस्य समीपम् अगच्छन्? (कौन शेर के पास आये थे?)

उत्तर:

सर्वे पशवः सिंहस्य समीपम् अगच्छन् स्म। (सभी पशु शेर के पास गये थे।)



(घ) वयं प्रतिदिन किं प्रेषयिष्यामः? (हम सब प्रतिदिन किसको भेजेंगे?)

उत्तर:

वयं प्रतिदिनं एकैकं पशु प्रेषयिष्यामः। (हम सब प्रतिदिन एक-एक पशु को भेजेंगे।)

अथवा

योगेन शरीरं चित्तम् अपि स्वस्थं भवति। “शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्” इति प्रसिद्धं वचनम्। स्वस्थ शरीर अध्ययनं सुकरं भवति। तेन चित्तस्य एकाग्रता भवति। कार्ये कौशलं जायते। योगस्य अभ्यासेन अनेके लाभाः सम्भवन्ति।


(क) शरीरं चित्तं न केन स्वस्थं भवति? (शरीर और चित्त किससे स्वस्थ होता है?)

उत्तर:

योगेन शरीरं चित्तं न स्वस्थं भवति। (योग से शरीर और चित्त स्वस्थ होता है।)


(ख) धर्मस्य आद्यं साधनं किम् अस्ति? (धर्म का आदि साधन क्या है?)

उत्तर:

धर्मस्य आद्यं साधनं शरीरं अस्ति। (धर्म का आदि साधन शरीर है।)


(ग) स्वस्थे शरीरे किं सुकरं भवति? (स्वस्थ शरीर में क्या आसान होता है?)

उत्तर:

स्वस्थ शरीरे अध्ययनं सुकरं भवति। (स्वस्थ शरीर में अध्ययन आसान होता है।)


(घ) कार्ये किं जायते? (कार्य करने पर क्या पैदा होता है?)

उत्तर:

कार्ये कौशलं जायते। (कार्य करने पर कुशलता पैदा होती है


प्रश्न 3.

अधोलिखित पद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखो-

माता शत्रुः पिता वैरी, येन बालो न पाठितः।

न शोभते सभामध्ये, हंसमध्ये बको यथा।।


(क) यया बालो न पाठितः सा माता कीदृशी? (जिस माता के द्वारा बालक को शिक्षित नहीं कराया जाता बह माता कैसी होती है?)

उत्तर:

सा माता शत्रुः अस्ति। (वह माता शत्रु होती है)



(ख) येन बालो न पाठितः स पिता कीदृशः? (जिस पिता के द्वारा बालक को शिक्षित नहीं कराया जाता वह पिता कैसा होता है?)

उत्तर:

सः पिता वैरी अस्ति। (वह पिता बैरी होता है।)


(ग) यः न पठितवान् स: कुत्र न शोभते? (जो अशिक्षित है वह कहाँ शोभा नहीं देता?)

उत्तर:

सः सभामध्ये न शोभते। (वह सभा के बीच शोभा नहीं देता।)


(घ) यः न पठितवान् सः कथं न शोभते? (जो अशिक्षित है वह कैसे शोभा नहीं देता?)

उत्तर:

सः हंसमध्ये बको यथा न शोभते। (वह हंसों के बीच बगुले की तरह शोभा नहीं देता।)

अथवा


वरमेको गुणी पुत्रो न मूर्ख-शतान्यपि।

एकश्चन्द्रस्तमो हन्ति, न च तारागणा अपि॥


(क) कः पुत्रः वरम् अस्ति? (कौन-सा पुत्र श्रेष्ठ होता है?)

उत्तर:

गुणी पुत्रः वरम् अस्ति। (गुणवान पुत्र श्रेष्ठ होता है।)


(ख) कति मूर्खपुत्राः न वराणि? (कितने मूर्ख पुत्र अच्छे नहीं होते हैं?)

उत्तर:

शतानि मूर्खपुत्राः न वराणि। (सौ मूर्ख पुत्र अच्छे नहीं होते हैं।


(ग) कः तमो हन्ति? (कौन अन्धकार को नष्ट कर देता है?)

उत्तर:

चन्द्रः तमो हन्ति। (चन्द्रमा अन्धकार को नष्ट कर देता है।)


(घ) क तमो न घ्नन्ति? (कौन अन्धकार को नष्ट नहीं कर पाते हैं?)

उत्तर:

ताराः तमो न घ्नन्ति। (तारे अन्धकार को नष्ट नहीं कर पाते हैं।)


प्रश्न 4.

(अ) पाठ्य पुस्तक से कण्ठस्थ किया हुआ एक श्लोक लिखो जो इस प्रश्न-पत्र में न हो।

उत्तर:

विद्या विवादाय धनं मदाय, शक्तिः परेषां परिपीडनाय।

खलस्य साधोः विपरीतमेतत्, ज्ञानाय दानाय च रक्षणाय।।



(ब) श्लोक को पूरा करो

1-जलबिन्दुं …………… क्रमशः 2-…………. घटः।

3-स ………… सर्वविद्यानां 

4-……….. च धनस्य च ॥

उत्तर:

निपातेन, पूर्यते, हेतु, धर्मस्य।


(स) पाठ्य पुस्तक से कण्ठस्थ की हुई एक सूक्ति लिखो।

उत्तर:

आचार: परमो धर्मः।


प्रश्न 5.

(अ) अधोलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में लिखो

(क) प्रयत्नेन के विश्वप्रियाः? (प्रयत्न करने से कौन विश्वप्रिय बन गये?)

उत्तर:

भारतीयाः


(ख) के उत्सवप्रियाः भवन्ति? (कौन उत्सवप्रिय होते हैं?)

उत्तर:

जनाः


(ग) सिक्खानां दशमः गुरुः क आसीत्? (सिक्खों के दसवें गुरु कौन थे?)

उत्तर:

गुरुगोविन्दसिंहः


(घ) सुप्तोऽपि नेत्रे कः न निमीलयति? (सोने पर भी दोनों नेत्रों को कौन बन्द नहीं करती है?)

उत्तर:

मत्स्यः


(ङ) कस्य सहायतां प्रभुः करोति? (प्रभु किसकी सहायता करते हैं?)

उत्तर:

श्रमशीलस्य


(च) केन कार्याणि सिद्धयन्ति? (किससे कार्य सिद्ध हो जाते हैं)

उत्तर:

उद्यमेन


(ब) अधोलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखो

(क) मठानि किमर्थ स्थापितानि? (मठों की स्थापना किसलिए की गई?)

उत्तर:

धर्मरक्षार्थं वेदान्ततत्त्वानां प्रचारार्थम् च मठानि स्थापितानि। (धर्म की रक्षा और वेदान्त तत्वों के प्रचार के लिए मठों की स्थापना की गई।)


(ख) कौ द्वौ पक्षौ भवतः? (कौन से दो पक्ष होते हैं?)

उत्तर:

शुक्लपक्षः कृष्णपक्ष: च इति दौ पक्षौ भवतः। (शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष नामक दो पक्ष होते हैं।)


(ग) भास्कराचार्यः किं प्रतिपादितवान्? (भास्कराचार्य ने क्या प्रतिपादित किया?)

उत्तर:

भास्कराचार्यः गुरुत्वाकर्षणसिद्धांत π (पै) इति गणितचिह्नस्य मानं त्रैराशिकनियमादीन् प्रतिपादितवान्। (भास्कराचार्य ने गुरुत्वाकर्षण सिद्धान्त, गणित चिह्न π (पाई) का मान, त्रैराशिक नियम आदि का प्रतिपादन किया।)


(घ) परोपकारः किमर्थ भवति? (परोपकार किसके लिए होता है)

उत्तर:

परोपकारः पुण्याय भवति। (परोपकार पुण्य के लिए होता है।)


(ङ) बालचरस्य प्रथमा प्रतिज्ञा का अस्ति? (बालचरस्य की पहली प्रतिज्ञा क्या है?)

उत्तर:

‘ईश्वरं स्वदेशं प्रति च कर्त्तव्यपालनं’ बालचरस्य प्रथमा प्रतिज्ञा अस्ति। (‘ईश्वर और अपने देश के प्रति कर्त्तव्य का पालन करना’ बालचर की पहली प्रतिज्ञा है।)


(च) सुलभा कस्य मूर्तिम् अपश्यत्? (सुलभा ने किसकी मूर्ति को देखा?)

उत्तर:

सुलभा मुनेः पतञ्जले: मूर्तिम् अपश्यत्। (सुलभा मे मुनि पतञ्जलि की मूर्ति को देखा।)


प्रश्न 6.

(अ) अधोलिखित शब्दों के रूप तीनों वचनों में लिखो-

(क) लेखनी-पञ्चमी विभक्ति

(ख) सर्व-तृतीया विभक्ति (पुल्लिङ्ग)

(ग) मधु-चतुर्थी विभक्ति।

उत्तर:


(ब) अधोलिखित के धातुरूप निर्देशानुसार तीनों वचनों में लिखो-

(क) पठ्-लोट्लकारः (आज्ञार्थकः), उत्तमपुरुषः।

(ख) गम् (गच्छ्)-विधिलिङ्लकारः, प्रथमपुरुषः।

(ग) वन्द-(आत्मनेपद) लट्लकारः, मध्यमपुरुषः।

उत्तर:


(स) अधोलिखित में रेखांकित शब्दों के कारक नाम लिखो-

(क) खगः वृक्षे निवसति।

(ख) रामः पठति।

(ग) हिमालयात् गङ्गा प्रभवति।

(घ) राजा ब्राह्मणाय धनं ददाति।

उत्तर:

(क) अधिकरणकारकम् (सप्तमी विभक्तिः)

(ख) कर्तृकारकम् (प्रथमा विभक्तिः)

(ग) अपादानकारकम् (पञ्चमी विभक्तिः)

(घ) सम्प्रदानकारकम् (चतुर्थी विभक्तिः)


प्रश्न 7.

(अ) अधोलिखित शब्दों के धातु और प्रत्यय अलग करो-

(क) विलिख्य

उत्तर:

विलिख्या = वि (उपसर्गः) + लिख् (धातुः) + य (ल्यप्)


(ख) कृतवान्

उत्तर:

कृतवान् = कृ धातुः + क्तवतु प्रत्ययः


(ग) लिखित्वा

उत्तर:

लिखित्वा = लिख (धातुः) + त्वा (क्त्वा प्रत्ययः)


(घ) क्रीडितः।

उत्तर:

क्रीडितः = क्रीड् धातुः + क्त प्रत्ययः


(ब) अधोलिखित के उपसर्ग अलग करो-

(क) उपकरोति

(ख) अनुधावति

(ग) पराजयते

(घ) उद्भवति।

उत्तर:

(क) उप

(ख) अनु

(ग) परा,

(घ) उत्।


(स) अधोलिखित में से अव्यय चुनकर लिखो-

(क) धेनु

(ख) अतः

(ग) नगरम्

(घ) पुरतः

(ङ) मा।

उत्तर:

(ख) अतः

(घ) पुरतः

(ङ) मा।


प्रश्न 8.

(अ) अधोलिखित शब्दों की सन्धि विच्छेद करके सन्धि का नाम लिखो-

(क) देवर्षिः

(ख) अजन्तः

(ग) पावकः

(घ) सुबन्तः।

उत्तर:

(क) देवर्षिः = देव + ऋषिः (स्वरसन्धिः)

(ख) अजन्तः = अच् + अनतः (व्यञ्जनसन्धिः)

(ग) पावकः = पौ + अकः (स्वरसन्धिः)

(घ) सुबन्तः = सुप् + अन्तः (व्यञ्जनसन्धिः)


(ब) अधोलिखित शब्दों के समास विग्रह करके समास का नाम लिखो-

(क) चौरभयम्

(ख) पंचवटी

(ग) उपकृष्णम्।

उत्तर:

(क) चौरभयम्-चौराद् भयम् (तत्पुरुषसमासः)

(ख) पंचवटी-पञ्चानां वटानां समाहारः (द्विगुसमास:)

(ग) उपकृष्णम्-कृष्णस्य समीपम् (अव्ययीभावसमासः


(स) अधोलिखित संख्याओं को संस्कृत में लिखो-

(क) 14

(ख) 18

(ग) 16

उत्तर:

(क) 14-चतुर्दश

(ख) 18-अष्टादश

(ग) 16-षोडश।


प्रश्न 9.

अधोलिखित शब्दों से पत्र को पूरा करो-

(भ्रमणार्थं, स्वास्थ्यम्, प्रणामाः, परीक्षा, कुशलिनी)


खजूरीपन्थतः

3 जनवरी, 20……….


पूज्यमातः! …………..

अहम् ईश्वरस्य कृपया ………….. अस्मि।

भवत्याः ………….. कथम् अस्ति?

अहं अस्मिन् मासे ………. गमिष्यामि। आगामिमासे मम ……….. अस्ति। पितृचरणौ वन्दे।


भवत्याः पुत्री

शैलजा


उत्तर:

प्रणामाः, कुशलिनी, स्वास्थ्यम्, भ्रमणार्थम्, परीक्षा।


प्रश्न 10.

अधोलिखित में से किसी एक विषय पर पाँच वाक्यों में संस्कृत में निबन्ध लिखो

(क) मम विद्यालयः

उत्तर:


1-मम विद्यालयः ‘खाईखेड़ा’ ग्रामे स्थितः अस्ति।

2-विद्यालयस्य भवनम् अतीवसुन्दरम् अस्ति।

3-अहं विद्यालयं गत्वा गुरून् प्रणमामि।

4-विद्यालये एकम् उद्यानम् अपि अस्ति।

5-विद्यालये एक विशालं क्रीडाक्षेत्रम् अस्ति।


(ख) पुस्तकम्

उत्तर:

1-पुस्तकानि मह्यम् अतीव रोचन्ते।

2-पुस्तकानि ज्ञानस्य भण्डारः भवन्ति।

3-पुस्तकानि अस्माकं मित्राणि सन्ति।

4-पुस्तकानां सङ्गति लाभप्रदा भवति।

5-अस्माभिः पुस्तकानि रक्षणीयानि।


(ग) उद्यानम्

उत्तर:


1-उद्यानम् अत्यन्तं रमणीयं भवति।

2-बालकाः उद्यानं क्रीडन्ति।

3-उद्याने तडागः अपि अस्ति।

4-जनाः उद्यानं भ्रमणार्थं गच्छन्ति।

5-खगाः वृक्षेषु निवसन्ति।

(घ) धेनुः।

उत्तर:


1-धेनुः अस्माकं माता अस्ति।

2-धेनूनां विविधाः वर्णाः भवन्ति।

3-धेनुः तृणानि भक्षयति।

4-धेनुः जनेभ्यः मधुरं पयः प्रयच्छति।

5-वयं धेनुं मातृरूपेण पूजयामः।


अथवा


अधोलिखित शब्दों की सहायता से पाठ्य पुस्तक में चित्र देखकर संस्कृत में पाँच वाक्य लिखो-

(धेनुः, कृषकः, गृहाणि, वृक्षौ, क्षेत्रम्)

उत्तर:

(1) गोपालः धेनुम् दुहति।

(2) कृषकः तापं शीतं वृष्टिं सहित्वा कृषिकर्म करोति।

(3) ग्रामे बहूनि गृहाणि सन्ति।

(4) ग्रामे दौ वृक्षौ स्तः।

(5) प्रात:काले कृषकाः स्व-स्व क्षेत्रम् गत्वा कृषिकर्माणि कुर्वन्ति।




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