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एटग्रेड अभ्यास पुस्तिका कक्षा 8 विज्ञान संपूर्ण हल सत्र 2022-23 atgrade pustika class 8 Science chapter 1 se 16 tak Hal



एटग्रेड पुस्तिका कक्षा 8 विज्ञान सत्र 2022-23 अध्याय 1 हल | atgrade pustika class 8 Vigyan solution


Unit-1 फसल उत्पादन एवं प्रबंध


अति- लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1. फसल का वर्गीकरण किस आधार पर किया जाता है? प्रत्येक वर्ग का नाम लिखकर दो-दो उदाहरण दीजिए (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-01 के अंतिम पैराग्राफ एवं पृष्ठ 2 से पैराग्राफ -1 से उत्तर खोजे व लिखें)।


उत्तर-मुख्यतः फसली को दो भागों में बाँटा गया है- 

(1) खरीफ फसल - धान, सोयाबीन

(2) रवि फसल - गेंहू, चना



प्रश्न 2.खरपतवार फसलों को किस प्रकार नुकसान पहुँचाते हैं? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 10, पैराग्राफ से उत्तर खोजे व लिखें)

उत्तर - खरपतवार जल, पोषक, जगह और प्रकाश की स्पर्धाकर फसल की वृद्धि पर प्रभाव डालते है।और फसल कटाई में भी बाधा डालते है।


प्रश्न 3. मिट्टी में रहने वाले केंचुए एवं सूक्ष्मजीवों को किसानों का मित्र क्यों कहा गया है? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-2, विषयवस्तु 1.3, पैराग्राफ 2 से उत्तर खोजे व लिखें)

उत्तर - मिट्टी में रहने वाले केंचुए एवं सूक्ष्मजीव किसानों के मित्र होते है क्योंकि यह मिट्टी को पलटकर पोला करते है तथा हमूस बनाता है।



प्रश्न 4: सीडड्रिल यंत्र द्वारा बुआई करने से क्या-क्या लाभ हैं? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-5, पैराग्राफ 1 से उत्तर खोजे व लिखें)

उत्तर - सीड ड्रिल यंत्र द्वारा बुआई करने से बीजों में समान दूरी एवं गहराई बनी रहती है। 'सीडड्रिल द्वारा बुवाई करने से समय तथा श्रम दोनों को ही बचत होती है।


प्रश्न 5.खाद देने से फसलों को क्या-क्या लाभ होते हैं(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-7, पैराग्राफ 1 से उत्तर खोजे व लिखें)

उत्तर - खाद देने से फसलों को निम्नलिखित लाभ होते है. (1) मिट्टी की जल धारण में वृद्धि होती है। 

(2) मिट्टी भुरभुरी एवं सरंध्र हो जाती है।

 (3) मित्र जीवाणुओं की संख्या में वृद्धि होती है।

(4) मिट्टी का गठन सुधरता हैं।


प्रश्न 6.फसल को बोने से पूर्व आप स्वस्थ बीजों का चयन किस प्रकार करेंगे? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-4 से उत्तर खोजे व लिखें)

उत्तर -यदि फसल के दानों को सुखाएं बिना भण्डारित किया जाता है तो उनके खराब होने की सम्भावना होती है। भण्डारण से पहले बीजों में सुखाना आवश्यक है जिससे उनकी नमी की कमी आ जाए तथा कीटो जीवाणु से सुरक्षा हो जाती है। 


प्रश्न9. (अ) सिंचाई के पारंपरिक तरीकों के नाम लिखिए-(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक 8 से उत्तर खोजे व लिखें)

उत्तर - सिंचाई के पारंपरिक तरीके निम्न है:

(1) मोट (घिरनी)

(2) ढेकली

(3) चेन पम्प

(4) रहट (उत्तोलक यंत्र) 



पाठ - 6 दहन एवं ज्वाला


अति- लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1.दहन क्या है? नीचे दिए गए पदार्थों में से दाह्य एवं अदाह्य पदार्थों की पहचान कर लिखिए।

लकड़ी, कागज, लोहे की कीलें, पत्थर का टुकड़ा, मिट्टी का तेल, काँच, काष्ठ कोयला। 

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-64 व 65 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर-रासायनिक प्रक्रम जिसमें पदार्थ ऑम्सीजन से अभिक्रिया कर ऊष्मा देता है, दहन कहलाता है। दाह्य पदार्थ- लकड़ी, कागज, मिट्टी का तेल आदि। 

अदाह्य पदार्थ:- लोहे की कीले, पत्थर का टुकड़ा काँच आदि।


प्रश्न 2. उष्मीय मान किसे कहते हैं? ईंधन के ऊष्मीय मान को किस मात्रक द्वारा प्रदर्शित किया जाता है?

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 72 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- किसी ईंधन के एक किलोग्राम के पूर्ण दहन से प्राप्त ऊष्मा उर्जा की मात्रा, उसका ऊष्मीय मान कहलाती है।

ईंधन के ऊष्मीय मान को किलो जूल प्रति किलोग्राम (kj/kg) मात्रक द्वारा प्रदर्शित करते हैं।


प्रश्न 3. ईंधन क्या है? अच्छे ईंधन की विशेषताएँ लिखिए। 

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 72 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- घरेलू और औद्योगिक उपयोग से संबंधित ऊष्मा उर्जा के प्रमुख स्त्रोत लकड़ी, काष्ठ-कोयला, पेट्रोल मिट्टी का तेल आदि हैं। ये पदार्थ ईंधन कहलाते हैं। 

अच्छा ईंधन वह है जो सहज उपलब्ध हो जाता है। यह सस्ता होता है और वायु में सामान्य दर से सुगमता पूर्वक जलता है। यह अधिक मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न करता है। यह जलने के उपरांत कोई अवांछनीय पदार्थ नहीं छोड़ता।


प्रश्न 4. विद्युत उपकरण एवं पेट्रोल जैसें ज्वलनशील पादर्थों में लगी आग में कार्बनडाईआक्साइड सबसे अच्छा अग्निशामक है स्पष्ट कीजिए? 

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-69 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- विधुत उपकरण एवं पेट्रोल जैसे ज्वलनशील पदार्थों में लगी आग के लिए कार्बन डाइऑक्साइड  सबसे अच्छा अग्निशामक है। ऑक्सीजन से भारी होने के कारण कार्बन डाइऑक्साइड आग को एक कम्बल की तरह लपेट लेती है। इससे ईंधन और ऑक्सीजन के बीच सम्पर्क टूट जाता है, और आग पर नियंत्रण हो जात है।


लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 5. ईंधन के रूप में लकड़ी का उपयोग करना हानिकारक क्यों होता है कारण लिखिए। 

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-73 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- ईंधन के रूप में लकड़ी का उपयोग करना हानिकारक होता है क्योंकि लकड़ी को जलाने से बड़ी मात्रा में धुंआ उत्पन्न होता है, जो मनुष्यों के लिए हानिकारक है और श्वसन कष्ट उत्पन्न करता है। इसके अतिरिक्त वृक्षों की कटाई वनोन्मूलन का कारण बनती हैं।


प्रश्न 6. तीव्र दहन, स्वतः दहन तथा विस्फोट से आप क्या समझते हो? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक - 69 व 70 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- जिस दहन में गैस तेजी से जलने लगती है तथा ऊष्मा और प्रकाश उत्पन्न करती है, तीव्र दहन कहलाता है। "जिस दहन में पदार्थ, बिना किसी प्रत्यक्ष कारण के अचानक लपेटों के साथ जल

उठता है स्वत: दहन कहलाता है।" जब पटाखे को जलाते हैं तो एक आकास्मिक अभिक्रिया होने से ऊष्मा प्रकाश और ध्वनि पैदा होती है। इस प्रकार की अभिक्रिया विस्फोट कहलाती है। 


प्रश्न 7. ज्वलन ताप किसे कहते है? क्या कारण है कि कागज का टुकड़ा सरलता से आग पकड़ लेता है? जबकि लकड़ी का टुकडा सरलता से आग नही पकडता है।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-66 व 67 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- वह न्यूनतम ताप जिस पर कोई पदार्थ जलने लगता है उसक ज्वलन ताप कहलाता है। कागज का ज्वलन ताप लकड़ी की अपेक्षा कम होने के कारण कागज का टुकड़ा सरलता से आगे पकड़ लेता है जबकि लकड़ी का टुकड़ा सरलता से आग नहीं पकड़ता है।


प्रश्न 8. मोटर वाहनों में ईंधन के रूप में डीजल एवं पेट्रोल की अपेक्षा सी.एन.जी को अच्छा ईंधन माना गया है, क्यो ?

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 73 से उत्तर खोजे व लिखें) 


उत्तर- मोटर वाहनों में ईंधन के रूप में डीजल एवं पेट्रोल की अपेक्षा सी.एन.जी अच्छा ईंधन माना जाता है क्योंकि सी.एन.जी सल्फर और नाइट्रोजन के आक्साइडों का उत्पादन अल्प मात्रा में करती है।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 9. दहन के लिए वायु आवश्यक होती है, इसे प्रदर्शित करने हेतु किसी क्रियाकलाप का वर्णन कीजिए। 

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-65 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- दहन के लिए वायु आवश्यक होती है, इसे प्रदर्शित करने के लिए हम काँच की दो चिमनी लेते हैं। एक चिमनी को लकड़ी के दो गुटकों पर रख देते हैं और मोमबत्ती जला देते हैं तथा दूसरी चिमनी को मेज पर सटाकर रखते है और अंदर भी मोमबती जला देते हैं। कुछ देर पश्चात हम देखते हैं कि जिस चिमनी को मेज से सटाकर रखते हैं और चिमनी के ऊपर काँच की प्लेट रखते है वह मोमक्ती बुझ जाती है,जबकि लकड़ी के टुकड़े पर रखी चिमनी के अंदर की मोमबत्ती जलती रहती है क्योंकि दूसरी स्थिति में वायु उपलब्ध नहीं होने के कारण मोमबत्ती बुझ जाती है।


प्रश्न 10. मोमबत्ती की ज्वाला का नामांकित चित्र बनाकर इसके विभिन्न क्षेत्रों को समझाइये।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 72 चित्र- 6.13 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- मोमबती का सबसे गर्म भाग अंदर वाला तथा जलने के बाद बाहर निकली लौह सबसे गर्म होती है।पूर्ण दहन के बाद बाह्य क्षेत्र नीला पड़ जाता है।




पाठ - 7


पौधे एवं जंतुओं का संरक्षण


अति लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1. विशेष क्षेत्रीय स्पीशीज के कोई दो उदाहरण लिखिए ? 

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 81 को पढ़ें उत्तर दें)


उत्तर- पंचमढ़ी जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र में स्थित साल और जंगली आम, विशेष क्षेत्रीय- स्पीशीज के उदाहरण हैं।


प्रश्न 2. वनोन्मूलन से आप क्या समझते हैं? 

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 79 को पढ़ें उत्तर दें)


उत्तर- वनों को समाप्त करके प्राप्त भूमि का अन्य कार्यों में उपयोग करने को वनोन्मूलन कहते हैं।


प्रश्न 3. सूखा क्यों पड़ता है?

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 78. को पढ़ें उत्तर दें)


उत्तर- पृथ्वी के ताप में वृद्धि हो जाने से जलचक्र का संतुलन बिगड़ता है और वर्षा दर में कमी आती है जिसके कारण सूखा पड़ता है।


प्रश्न 4. राष्ट्रीय उद्यान क्यों बनाए जाते हैं?

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 82 को पढ़ें उत्तर दें)


उत्तर- वन्य जंतुओं की सुरक्षा और संरक्षण हेतु राष्ट्रीय उद्यान बनाए जाते हैं।


लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 5.जैव मण्डल आरक्षित क्षेत्र क्यों बनाये गए हैं? कोई एक जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र का नाम लिखिए? 

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 79 को पढ़ें उत्तर खोजें)


उत्तर- जैव विविधता के संरक्षण के उद्देश्य से जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र बनाए गए हैं।

जैसे:- पचमढ़ी, जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र ।


प्रश्न 6. 'रेड डाटा पुस्तक' क्या है? इसकी आवश्यकता क्यों है?

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 83 को पढ़ें उत्तर खोजें)


उत्तर- 'रेड डाटा पुस्तक' वह पुस्तक है जिसमें सभी

संकटापन्न स्पीशीज का रिकार्ड रखा जाता है। ताकि लोगों में जागरूकता फैलाकर बचे हुए जीव जंतुओं को सुरक्षित रखा जा सके।


प्रश्न 7. वन्य प्राणी अभ्यारण्य और राष्ट्रीय उद्यान में अंतर स्पष्ट कीजिए? किन्हीं दो राष्ट्रीय उद्यानों के नाम लिखिए ?

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ. क्र. 82 को पढ़ें उत्तर खोजें)


उत्तर- (1) वन्य जणी अभ्यारण में मानव गतिविधियों को अनुमति दी जा सकती है जबकि राष्ट्रीय उद्यान में ये पूरी तरह से प्रतिबंधित रहती है। (2) वन्य प्राणी अभ्यारण में मवेशी चर सकते हैं जबकि राष्ट्रीय उद्यान में चराई भी प्रतिबंधित रहती है। 

उदा:- (i) सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान 

(ii)काजीरंगा राष्ट्रीय उधान


प्रश्न 8. कागज के पुन: चक्रण पर टिप्पणी लिखिए? (विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 84 को पढ़ें उत्तर खोजें)


उत्तर- कागज एक महत्वपूर्ण उत्पाद है जो हमें वनो से प्राप्त होता है। एक टन कागज प्राप्त करने के लिए वृक्षों को काटा जाता है। अतः हमे कागज की बचत करनी चाहिए, इसका पुनः उपयोग एवं पुनः चक्रण करना चाहिए ताकि हम वृक्षों को कटने से बचा सके।


दीर्घउत्तरीय प्रश्न 


प्रश्न 9. (a) वनोन्मूलन से मृदा की उर्वरता पर क्या प्रभाव पड़ता है? समझाइए। (विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 77 को पढ़ें और उत्तर खोजें)


उत्तर- वनोन्मूलन से पृथ्वी पर ताप एवं प्रदूषण के स्तर में वृद्धि होती है और प्राकृतिक संतुलन भी प्रभावित होता है । भूमि पर वृक्षो की कमी होने से मृदा अपरदन अधिक होता है तथा इसकी उर्वरता भी अपेक्षाकृत कम हो जाती है।


(b) वनोन्मूलन से वर्षा पर क्या प्रभाव पड़ता है? (पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 78 को पढ़ें और उत्तर खोजें)


उत्तर- वनोन्मूलन से कार्बन डाइ ऑक्साइड की मात्रा में वृद्धि हो जाने से पृथ्वी के ताप में वृद्धि हो जाती है जिससे जल चक्र का संतुलन बिगड़ता है और वर्षा दर में कमी आती है।


प्रश्न 10. (a) छोटे जीव जंतु हमारे पर्यावरण के लिए आवश्यक हैं क्यों? 

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 83 को पढ़ें और उत्तर खोजें)


उत्तर- छोटे जीव जंतु हमारे पर्यावरण के लिए आवश्यक है क्योंकि वे आहार जाल एवं आहार श्रृंखला के भाग हैं।


(b) प्रोजेक्ट टाइगर अथवा बाघ परियोजना क्यों लागू की गई? समझाइये।

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 82 को पढ़ें और उत्तर खोजें)


उत्तर- बाघों के संरक्षण हेतु प्रोजेक्ट टाइगर अथवा बाघ परियोजना लागू की। इस परियोजना का उद्देश्य अपने देश में बाघों की उत्तरजीविता एवं संवर्धन करना था।


प्रश्न 11. लगातार औद्योगीकरण बढ़ने के कारण वनों की अनवरत कटाई हो रही है। क्या इन परियोजनाओं में वृक्षों की कटाई हमारे पर्यावरण के लिए न्यायसंगत है? इस पर संक्षिप्त रिपोर्ट तैयार कीजिए?


उत्तर- लगातार औद्योगीकरण बढ़ने के कारण वनों की अनवरत कटाई हो रही है। जिससे पृथ्वी पर ताप एवं प्रदूषण के स्तर में वृद्धि हो रही है। यदि वृक्षों की इसी प्रकार अनवरत कटाई चलती रही तो वर्षा एवं भूमि की उर्वरता में कमी आ जाएगी। वनों से प्राप्त होने वाले उत्पादो में भी कमी आ जाएगी । इन सब कारणों से कहा जा सकता है कि वृक्षों की कटाई हमारे पर्यावरण के लिए न्यायसंगत नहीं है।



पाठ - 9 जंतुओं में जनन


अति लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1. IVF का पूरा नाम लिखो? 

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 103 से उत्तर खोजें व लिखें) 


उत्तर- IVF का पूरा नाम - इनविट्रो निषेचन


प्रश्न 2. किस जीव का अंडा सबसे बड़ा होता है? (विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र.102 से उत्तर खोजें व लिखें) 

उत्तर- शुतुर्मुर्ग का अंडा सबसे बड़ा होता है।


प्रश्न 3. भ्रूण का निरन्तर विकास कहाँ होता है? (विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र.104 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- गर्भाशय में भ्रूण का निरंतर विकास होता हैं।


प्रश्न 4. जनन क्या होता है? जन्तुओं में जनन की विधियाँ कौन-कौन सी हैं ? 

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र.100 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- जनन जाति ( स्पीशीज) की निरंतरता बनाने के लिए आवश्यक है।

जन्तुओं में जनन की दो विधियां हैं -

(i) लैंगिक जनन (ii) अलैंगिक जनम


लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 5.आंतरिक निषेचन तथा बाह्य निषेचन में अंतर बताते हुए उनके उदाहरण दीजिए?

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 102 व 103 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- आंतरिक निषेचन:- वह निषेचन जो मादा के शरीर के अंदर होता है, आंतरिक निषेचन कहलाता है। 

बाह्य निषेचन :- जिसमें नर वथा मादा युग्मक का संलयन मादा के शरीर के बाहर होता है,बाह्य निषेचन कहलाता है।

उदा- आंतरिक निषेचन :- मनुष्य', गाय', कुत्ते।

उदा- बाह्य निषेचन - मछली, स्टार फिश।


प्रश्न 6. मानव शुक्राणु तथा मानव अण्डाणु का नामांकित चित्र बनाइये?

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 101 चित्र क्र. 9.2 एवं 9.3 से उत्तर खोजें व लिखें) 

उत्तर- 


प्रश्न 7. मछली तथा मेंढक एक साथ सैकड़ों अण्डे देते हैं जबकि मुर्गी एक समय में एक ही अण्डा देती है क्यों? 

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 103 एवं 105 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- मछली तथा मेंढक एक साथ सैकड़ो अंडे देते हैं तथा लाखो शुक्राणु निर्माचित करते हैं जबकि मुर्गी में आंतरिक निषेचन होता है इस कारण वह एक समय में एक ही अंडा दे पाती है।


प्रश्न 8. लैंगिक जनन तथा अलैंगिक जनन में क्या अंतर हैं? उदाहरण दीजिए। 

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 100, 106 एवं 107 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- लैंगिक जनन में नर तथा मादा युग्मक का संलयन होता है उदा- मनुष्य 

अलैंगिक जनन में केवल एक ही जनक नए जीव मे जन्म देता है। उदा- हाइड्रा, अमीबा


दीर्घउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 9. मुर्गी में भी मनुष्य तथा गाय की तरह आंतरिक निषेचन होता है, लेकिन मुर्गी सीधे बच्चे को जन्म नहीं देती क्यों? चूजे किस प्रकार जन्म लेते हैं? समझाइये। 

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 105 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- निषेचन के फौरन बाद ही युग्मनज लगातार विभाजित होता रहता है।और अंड़वाहिनी में नीचे की ओर बढ़ता रहता है। इसके नीचे बढ़ने के साथ- साथ इस पर सुरक्षित परत चढ़ती जाती है। मुर्गी के अंडे पर दिखाई देने वाला कठोर कबच भी ऐसी ही सुरक्षित परत है। कठोर कवच के पूर्ण रूप से बन जाने के बाद मुर्गी अंडे का निर्मोचन करती है। मुर्गी के अँडे को चूजा बनाने से लगभग 3 सप्ताह का समय लगता है। चूजे के पूर्ण रूप से विकसित होने के बाद कवच के प्रस्फुटन के बाद चूजा बाहर आता है।


प्रश्न 10. (i) निम्नांकित के नामांकित चित्र बनाइये-


(a) युग्मनज का बनना तथा युग्मनज से भ्रूण का विकास।

(b). कोशिकाओं का पिण्ड

(c). भ्रूण का गर्भाशय में रोपण

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 104 के चित्र क्र. 9.8 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर-


(ii) निम्नांकित के नामांकित चित्र बनाइये-


(a)हाडड्रा में मुकुलन

(b). अमीवा में द्विखण्डन 

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 107 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर-



पाठ 10 - किशोरावस्था की ओर


अति लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1. बूझो तथा पहेली दोनों भाई-बहन हैं। बूझो ने अपना 12वाँ जन्मदिन मनाया है। जिसमें उसके कई मित्र आए हैं। पहेली अपने भाई के मित्रों से लगभग 1 वर्ष उपरांत मिल रही है। उसे अपने भाई के मित्रों में अनेक परिवर्तन जैसे किसी की लम्बाई एकाएक बढ़ गई, किसी की आवाज भारी हो गई, किसी लड़के की मूँछें निकल आई, देखने को मिला। पहेली बड़ी आश्चर्यचकित हुई। उसकी माँ ने समझाया कि लड़के बड़े हो गये। वृद्धि एक प्राकृतिक प्रक्रम है। जीवनकाल की वह अवधि जब शरीर में ऐसे परिवर्तन होते हैं जिसके परिणामस्वरूप जनन परिपक्वता आती है। किशोरावस्था कहलाती है। किशोरावस्था लगभग 11 वर्ष की आयु से प्रारंभ होकर 18 अथवा 19 वर्ष की आयु तक रहती है। किशोरों को 'टीनेजर्स' कहते हैं।


उपरोक्त पैराग्राफ को पढ़कर निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए-


(i). किशोरावस्था किसे कहते हैं?

उत्तर- जीवन काल की वह अवधि जब शरीर में ऐसे परिवर्तन होते है, जिसके परिणामस्वरूप जनन परिपक्वता आती है किशोरावस्था कहलाती है।


(ii). किशोरावस्था की आयु अवधि क्या होती है?

उत्तर- किशोरावस्था लगभग 11 वर्ष की आयु से प्रारंभ होकर 18 अथवा 19 वर्ष की आयु तक रहती है। 


(iii) किशोरों को टीनेजर्स कहते हैं?


(iv). किशोरावस्था में लड़कों में होने वाले कोई दो परिवर्तनों को लिखिए?

उत्तर- 1. हल्की दाड़ी-मूँछों का आना

2. जनन क्षमता का विकास


प्रश्न 2. शरीर में होने वाले परिवर्तनों के लिए उत्तरदायी अंतःस्त्रावी ग्रंथियों द्वारा स्त्रावित पदार्थ का क्या नाम है? 

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 117 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- टेस्टोस्टेशन एवं एस्टोजन पदार्थ


प्रश्न 3. एड्स नामक रोग किस वायरस के द्वारा होता है? (विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 122 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- HIV एचईवी' नामक वायरस विषाणु दारा होता है।


प्रश्न 4. नर और मादा जनन हार्मोनों के नाम लिखिए?

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 117 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- नर में - टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन।

मादा में - ऐस्ट्रोजन हार्मोन


प्रश्न 5. पीयूष ग्रंथि किस प्रकार की ग्रंथि है और शरीर में कहाँ स्थित रहती है?

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 119 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- पीयूष ग्रंथि एक अंत: स्त्रावित ग्रंथि है जो मस्तिष्क से जुड़ी रहती है।


लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 6. बूझो एक बार अपनी बुआ के यहाँ गया जो कि डॉक्टर है। उसने बुआ के क्लीनिक में एक लड़के को देखा था जिसका गला बहुत फूला हुआ एवं उभरा हुआ था। क्या आप बता सकते हैं कि वह लड़का किस व्याधि (बीमारी) से ग्रसित है और इसका क्या कारण है? 

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 119 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- लडका 'गायतर' नामक व्याधि से ग्रस्त है जो थायरॉड ग्रंथि का रोग है।


प्रश्न 7. किशोरावस्था में व्यक्तिगत सफाई के महत्व को स्पष्ट कीजिए?

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 121 तथा 122 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन एक बार स्नान करना चाहिए। यह किशोरों के लिए और भी आवश्यक है क्योंकि श्वेत ग्रंथियों की अधिक क्रियाशीलता के कारण शरीर से गंध आने लगती है।शरीर के सभी भागों को स्नान करते समय भली प्रकार से धोना चाहिए।


प्रश्न 8. निम्न सारणी में अन्तःस्त्रावी ग्रंथियों से उत्पादित होने वाले हार्मोन का नाम लिखिए।

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 120 से उत्तर खोजें व लिखें)


अंतः स्रावी ग्रंथि

हार्मोन

पीयूष ग्रंथि

वृद्धि हार्मोन

अग्नाशय ग्रंथि

इंसुलिन

एड्रिनल ग्रंथि

एडिनेलिन

थायराइड ग्रंथि

थायरोक्सिन


प्रश्न 9.(i) किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक परिवर्तनों की सूची बनाइए।

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 114,115 एवं 116 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- 1 जनन क्षमता का विकास 

2.लंबाई में वृद्धि

3. दाढ़ी- मूँछो का आना।

4.स्वर में परिवर्तन |

5 स्वेत एवं तेलग्रंथियों की क्रियाशीलता में वृद्धि

6.जनन अंगो का विकास


(ii). नीचे दी गई सारणी में आयु वृद्धि के अनुपात में लड़कों एवं लड़कियों की अनुमानित लंबाई के आंकड़े दर्शाए गए हैं। लड़के एवं लड़कियाँ दोनों की लंबाई एवं आयु को प्रदर्शित करते हुए एक ही ग्राफ कागज पर खींचिये।

आयु (वर्षों में)

लंबाई (सेमी में)



लड़के

लड़कियां

0

53

53

4

96

92

8

114

110

12

129

133

16

150

150

20

173

165


(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के प्रश्न क्रमांक 125 पर देखें तथा ग्राफ खींचे)

(i) इस ग्राफ से आप क्या निष्कर्ष निकाल सकते हैं)

उत्तर- आयु के साथ-साथ लड़कियों की लंबाई लड़कों की अपेक्षा बढ़ती है।

(ii) किस आयु वर्ग में लड़के लड़कियों की लंबाई समान है?

उत्तर- 16 वर्ष

(iii) किस आयु वर्ग में लड़के तथा लड़कियों की लंबाई में अधिक अंतर है?

उत्तर- 20 वर्ष


दीर्घकालीन प्रश्न


प्रश्न 10. (1) मनुष्य के शरीर में अंतःस्त्रावी ग्रंथियों की स्थिति को दर्शाता हुआ नामांकित चित्र बनाइए? (विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 119 से देखें तथा चित्र बनायें।)

उत्तर-


(ii) संतति के लिंग निर्धारण की प्रक्रिया को सचित्र समझाइये?

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ.क्र. 119 से देखें तथा चित्र बनायें।)


उत्तर- सभी मनुष्यों की कोशिकाओं के केन्द्रक में 28 जोड़े गुणसूत्र पाए जाते हैं । इनमें से 2 गुणसूत्र लिंग सूत्र हैं जिन्हें X एवं Y कहते हैं। स्त्री में दो X गुणसूत्र होते हैं जबकि पुरुष में X तथा एक y होता है। युग्मक मे गुणसूत्रों का एक जोड़ा होता है। अभिषेचित अंडाणु मे सदा एक X गुणसूत्र होता है। परंतु शुक्राणु दो प्रकार के होते हैं जिनमें एक मे X गुणसूत्र एवं दूसरे प्रकार y गुणसूत्र होता है।


प्रश्न 11. किशोरावस्था, तीव्र वृद्धि तथा विकास की अवस्था है। इस अवस्था में किशोर का आहार नियोजन किस प्रकार का होना चाहिए? 

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृ. क्र.121 पर देखें तथा लिखें।)


उत्तर- किशोरावस्था तीव्र वृद्धि तथा विकास की अवस्था है। अतः किसी भी किशोर का आहार नियोजन अत्यंत सावधानीपूर्वक करना चाहिए। भोजन में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, वसा. विटामिन एवं खनिज का पर्याप्त मात्रा में समावेश। हमारा भारतीय भोजन जिसमे रोटी, चावल दाल एवं सब्ज़ियां होती हैं एक संतुलित आहार है। दूध अपने आप में संतुलित भोजन है। फल भी हमे पोषण देता है लौह तत्व रूधिर का निर्माण करता है। लोहे प्रचुर खाद्य जैसे की पत्ती दार सब्जियां, गुड़, मांस आंवला इत्यादि किशोर के लिए बेहद अच्छे खाद्य हैं। इनमें दूध, मास एवं डाले भी वृद्धि हेतु प्रोटीन प्रदान करते हैं। एवं वसा एवं शक्कर जो हमें ऊर्जा प्रदान करते हैं।




पाठ - 11 बल तथा दाब


अति लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1. काटने तथा सुराग करने वाले औजारों के किनारे सदैव तीक्ष्ण क्यों होते हैं? 

(विज्ञान की पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 138 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- काटने तथा सुराग करने वाले औजारों के किनारे सदैव तीक्ष्ण होते है जिसके कारण क्षेत्रफल कम हो जाता है किन्तु दाब उतना ही अधिक हो जाता है,और हमारा कार्य आसान हो जाता हैं 


प्रश्न 2. किसी पृष्ठ पर लगने वाले दाब को परिभाषित कीजिए एवं सूत्र लिखिए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक - 137 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- दाब की परिभाषा - किसी पृष्ठ के प्रति एकाँक क्षेत्रफल पर लगने वाले बल को दाब कहते हैं। 

दाब = बल / क्षेत्रफल 


प्रश्न 3.बल लगाने पर किसी वस्तु में क्या-क्या परिवर्तन होते हैं? 

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक - 134 से उत्तर खोजे व लिखें)

उत्तर- बल लगाने पर किसी वस्तु में निम्नलिखित परिवर्तन होते हैं-

1.विराम से गति अवस्था

2.चाल में परिवर्तन

3.दिशा में परिवर्तन

4.आकृति में परिवर्तन


प्रश्न 4. पहेली के पास एक गुब्बारा है लेकिन उसमें सुराख है पहेली से यह गुब्बारा नही फूल रहा, बताइये क्यों ? 

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-139 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- पहेली के पास एक गुब्बारा है लेकिन उसमें सुराख है, गुब्बारे में सुराख होने के कारण गुब्बारे में वायु नहीं रुक पाएगी जिसके कारण गुब्बारा नहीं फूलेगा।


लघु उत्तरीय प्रश्न 


प्रश्न 5. निम्नलिखित सारणी में वस्तु की स्थिति के समक्ष कार्य को अपकर्षण व अभिकर्षण में व्यक्त कीजिए। (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 128, सारणी-11.1 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर-

क्रं.सं

स्थिति का वर्णन

      कार्य

कार्य को व्यक्त कर सकते हैं।


1.

मेज पर रखी पुस्तक को गतिशील बनाना

धक्का देना

अपकर्षण


2.

दरवाजे को खोलना या बंद करना

धक्का देना

अपकर्षण


3.

कुंएं से पानी की बाल्टी को खींचना

खींचना


अभिकर्षण

4.

फुटबॉल के खिलाड़ी का पेनल्टी टिक लेना

ठोकर मारना

अपकर्षण


5.

किसी मेज की दराज को खोलना

खींचना 


अभिकर्षण


प्रश्न 6. " द्रव बर्तन की दीवारों पर समान गहराई पर समान दाब डालते हैं।" क्रियाकलाप द्वारा दर्शाइए-

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-139, क्रियाकलाप 11,10 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- एक खाली प्लास्टिक बोतल लेकर पेंदे के पास चारों दिशाओं में चार छेद कीजिए। समान ऊंचाई तक अब बोतल को पानी से भरने पर पानी बराबर दूरी पर गिरता है जो दर्शाता है कि द्रव बर्तन की दीवारों पर समान गहराई पर समान दाब डालते हैं।


प्रश्न 7.वायुमण्डलीय दाब से आप क्या समझते हो? उदाहरण द्वारा समझाइए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक क्रमांक 140 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- वायुमडलीय दाब - हमारे चारो और वायु है। वायु के इस आवरण को वायुमंडल कहते हैं। वायुमण्डलीय वायु पृथ्वी के तेल से कई किलोमीटर ऊपर तक फैली हुई है। इस वायु द्वारा लगाए गए दाब को वायुमण्डलीय दाब कहते हैं।

उदाहरण:- पेड़ों के हिलते पत्ते।


प्रश्न 8. पहेली ट्रेन से यात्रा के लिए माता-पिता के साथ रेल्वे स्टेशन गई वहाँ कुली ने उनका सारा सामान सिर पर रख लिया। पहेली ने देखा कि कुली ने भारी बोझ उठाते समय अपने सिर पर कपड़े को गोल लपेट कर रख लिया। ऐसा कुली ने क्यों किया? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 137 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- कुली भारी बोझ उठाते समय अपने सिर पर कपड़े को गोल लपेट कर इसलिए रखते हैं क्योंकि वे अपने शरीर से बोझ के सम्पर्क क्षेत्रफल को बढ़ा देते हैं। अत: उनके शरीर पर लगने वाला दाब कम हो जाता है और वे बोझ को आसानी से उठा सकते है।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 9.असंपर्क बल किसे कहते हैं? स्थिरवैद्युत बल एवं गुरुत्वाकर्षण बल को उदाहरण द्वारा समझाइए। (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक 135 व 136 में उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- 1.असंपर्क बल -  ऐसा बल जिसमें वस्तु को एक दूसरे के संपर्क में लाए बिना बल का प्रभाव उत्पन्न हो जाता है, असंपर्क बल कहलाता है। उदाहरण:- चुंबक द्वारा लोहे के टुकड़े पर


2. स्थिर वैधुत बल - एक आवेशित वस्तु द्वारा किसी दूसरी आवेशित अथवा अनावेशित वस्तु पर लगाया गया बल स्थिर वैधुत बल कहलाता है।

उदा:- सूखे बालों पर कंघी रगड़ने के बाद कागज के टुकड़े का उस पर चिपकना। 


3. गुरुत्वाकर्षण बल - पृथ्वी द्वारा किसी वस्तु को अपनीओर आकर्षित करना गुरुत्वाकर्षण बल कहलाता है। 

उदा:- पेड़ से फल का धरती पर गिरना आदि।


प्रश्न 10. निम्नलिखित को समझाइए-


(i) द्रवों द्वारा लगाया गया दाब 

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 138 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर-:द्रवों द्वारा लगाये गया दाब ज्ञात करने के लिए किसी पारदर्शी काँच की नली के अंतिम सिरे पर रबड़ तानकर या खींच बाधने एवं उसमें अलग-अलग तक पानी भरने पर नीचे बंधे रबड़ (गुब्बारे) के आयतन में बदलाव होता है जो स्पष्ट करता है कि द्रव द्वारा दाब लगाया जाता है।


(ii) चुंबकीय बल

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 135 से उत्तर खोजे व लिखें)


चुंबकीय बल - चुंबक द्वारा किसी चुम्बकीय वस्तु को आकर्षित करने के कारण उत्पन्न बल चुंबकीय बल कहलाता है।


(iii) पेशीय बल

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 134 से उत्तर खोजे व लिखें) 

पेशीय बल - किसी वस्तु को उठाने पर पेशीय द्वारा लगने वाला बल पेशीय बल कहलाता है।





पाठ - 12 घर्षण


अति- लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1. सर्पी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कम क्यों होता है?

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 149 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- किसी रुकी हुई वस्तु को विराम से गति प्रारंभ करने की स्थिति में घर्षण पर पार पाने के लिए वस्तु पर लगाया जाने वाला बल स्थैतिक घर्षण की माप होती है। इसके विपरीत किसी वस्तु को उसी चाल से गतिशील रखने के लिए आवश्यक बल उसके सर्पी घर्षण की माप होती है।


प्रश्न 2. घर्षण को प्रभावित करने वाले कारक कौन-कौन से हैं? 

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 147 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- घर्षण को प्रभावित करने वाले कारक -  

1.पृष्ठीय अनियमिताए 

2. पृष्ठ पर लगने वाला बल 

3. माध्यम (वायु, जल, स्थल)

4.दो पृष्ठों की प्रकृति यह तय करती है कि घर्षण होगा या नहीं यदि होगा तो कितना


प्रश्न 3. माचिस के बॉक्स की खुरदरी सतह पर रगड़ने पर माचिस की तीली में आग क्यों लग जाती है?

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 150 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- माचिस के बॉक्स की खुरदरी सतह पर रगडने पर माचिस की तीली में आग घर्षण के कारण लग जाती है।


प्रश्न 4. कैरम बोर्ड पर महीन पाउडर क्यों छिड़कते हैं?

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 151 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- कैरम बोर्ड पर महीन पाउडर घर्षण के मान को कम करने तथा कैरम की गोटियों को आसानी से चलने या सरकने में मदद करता है।


लघु-उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 5. खिलाड़ियों के जूते की तली एवं वाहनों के टायरों को खांचेदार क्यों बनाया जाता है? 

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 151 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- खिलाड़ियों के जूते की तली एवं वाहनों के  टायरों को खांचेदार बनाया जाता है ताकि घर्षण का मान बढ़ सके, उसकी पकड़ अच्छी बन सके और खिलाड़ियों को दौड़ने व वाहनों को चलाते समय सुविधा हो।


प्रश्न 6. हवाई जहाज की आकृति पक्षी की आकृति के समान क्यों बनाई जाती है? 

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-153 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- हवाई जहाज की आकृति पक्षी की आकृति के समान बनाई जाती है ताकि वायुयान वायु में आसानी से उड़ सके व घर्षण का मान कम हो सके।


प्रश्न 7."विराम अवस्था में किसी बॉक्स को गतिशील करना अथवा किसी गतिशील बॉक्स को उसी दिशा में सरकाना।" उपरोक्त दोनों कार्यों में से कौन सा कार्य आसान है और क्यों? 

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 149 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- गतिशील बॉक्स को उसी दिशा में सरकाना आसान है क्योंकि यहां सर्पी घर्षण कार्य कर रहा है जिसका मान विराम अवस्था से किसी बॉक्स को गतिशील करने में लगने वाले स्थैतिक घर्षण से कम होता है।


प्रश्न 8.स्नेहक किसे कहते है? तथा इसका उपयोग क्यों किया जाता है?

उत्तर- स्नेहक - घर्षण कम करने वाले पदार्थों को स्नेहक कहते है।

उदा:- तेल, ग्रीस आदि।

उपयोग - स्नेहक का उपयोग घर्षण मान को कम करने में। 

2. मशीनों को लंबे समय तक कार्यशील रखने व उनके भागों को घिसने से बचाने के लिए किया जाता है।


प्रश्न 9.कारण लिखिए -


(i) 'पहिए घर्षण कम कर देते है' दिये गये कथन को क्रियाकलाप द्वारा स्पष्ट करिए। (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 152 के पेराग्राफ 1 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- पहिए घर्षण कम कर देते है यदि हम पहिए में लगे सुटकेस को खींचे तो वह हल्का प्रतीत होता है जो यह सिद्ध करता है कि पहिए घर्षण कम करते हैं।


(ii) सर्दियों में अक्सर लोग हाथ रगड़ते हैं, क्यों? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 150 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- सर्दियों में हाथ रगड़ने से घर्षण के कारण उष्मा उत्पन्न होती है जो हमारे ठंडे हाथों को गर्म कर देती है।


(iii) कमानी द्वार तुला क्या है?

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 147 से उत्तर खोजे व लिखें) 

उत्तर- कमानी द्वार तुला वह युक्ति है जिसके द्वारा किसी वस्तु पर लगने वाले बल को मापा जाता है। इसमें एक कुंडलित कमानी होती है जिसमें बल लगाने पर प्रसार हो जाता है जिसकी माप पैमाने पर देखी जा सकती है।


प्रश्न 10. घर्षण हानिकारक है परन्तु अनिवार्य भी इस वाक्य को उदाहरण सहित समझाइए 

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 149, 150, 151 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- घर्षण हानिकारक है परंतु यदि घर्षण ना हो तो हम निम्नलिखित कार्य नहीं कर सकते हैं-

1. चल नहीं सकते।

2.भोजन का पाचन नहीं हो सकता। 

3. वाहन सड़क पर नहीं चल सकते।

4.चाकू से बोर्ड पर लिख नहीं सकते। 

5. भारी सामान आसानी से सरका नहीं सकते।



पाठ - 13 ध्वनि


अति-लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1. निम्नलिखित वाद्ययंत्रों के कंपायमान भाग लिखिए जो ध्वनि उत्पन्न करने में सहायक होता है- (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 159 से उत्तर खोजे व लिखें)

उत्तर-

1.

वीणा

तानित डोरी/तार

2.

तबला

तानित झिल्ली

3.

ढोलक

तानित झिल्ली

4.

बांसुरी

वायु स्तंभ

5.

झांझ (मंजीरा)

तरंग


प्रश्न 2. जब हम बोलते हैं तो हमारे शरीर का कौन सा भाग कंपित होता है? स्पष्ट करिए। 

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 160 से उत्तर खोजे व लिखें)

उत्तर- मानवों में ध्वनि वाक्य यंत्र द्वारा उत्पन्न होती है। जब हम बोलते हैं तो कंठ में कंपन होता है वाक् यंत्र कहलाता है।


प्रश्न 3. पुरुष महिलाओं तथा बच्चों की वाक् ध्वनियाँ भिन्न-भिन्न होती है। क्यों?

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 161 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- पुरुष में वाक् तंतों की लम्बाई 20mm होती है, महिलाओं में 15mm तक होती है तथा बच्चो में वाक तंतु बहुत छोटे छोटे होते हैं, इसलिए ध्वनियाँ भिन्न-भिन्न होती हैं।


प्रश्न 4. मनुष्य कितनी आवृत्ति की ध्वनियाँ सुन सकते हैं?

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक 166 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- मनुष्य लगभग 20 Hz से 20,000 Hz तक के बीच की आवृत्ति की ध्वनियां सुन सकते हैं।


लघु-उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 5. आवृत्ति किसे कहते है? इसको किसमें मापा जाता है? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 164 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- प्रति सेकण्ड होने वाले दोलनों की संख्या को दोलन की आवृत्ति कहते हैं।

आवृत्ति को हर्ट्ज (Hz) में मापा जाता है।


प्रश्न 6. धातु की एक प्लेट को किसी सुविधाजनक स्थान पर लटकाइए। अब उस पर छड़ी से चोट करें। तत्पश्चात होने वाले अनुभवों को लिखिए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 158 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- प्लेट पर छड़ी से चोट करने पर हम देखते हैं कि आवाज में कंपन होने लगता है।


प्रश्न 7. चित्र सहित समझाइए कि ध्वनि का संचरण द्रवों में भी होता है। (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 162 से उत्तर खोजें व लिखें )


उत्तर- एक बाल्टी लीजिए। इसमें जल भरिए। एक हाथ में एक छोटी घंटी लीजिए तथा घटी को जल के अंदर बजाइये तथा अपने कान को जल की सतह पर रखिए । हम देखते हैं कि ध्वनि का संचरण जल में होता है। 


प्रश्न 8. संगीतमय ध्वनि, शोर से किस प्रकार भिन्न है?

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 166 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- हम अपने चारो ओर विभिन्न प्रकार की ध्वनियां, सुनते है, सभी ध्वनियां सुखद नही होती हैं। कुछ ध्वनियां अच्छी लगती हैं तथा कुछ नहीं। जैसे बस व ट्रक के हॉर्न की ध्वनि आदि। इस प्रकार की ध्वनि को शोर कहते हैं। दूसरी ओर वाद्ययंत्रो की ध्वनियों की आवाज जैसे- हारमोनियम, तबला, सितार, बांसुरी की ध्वनियां हमें मधुर लगती है, जो कि संगीतमय ध्वनि हैं।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 9. ध्वनि प्रदूषण क्या है? ध्वनि प्रदूषण के प्रमुख कारणों को सूचीबद्ध कीजिए। (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 166 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- वातावरण में अत्यधिक अवांछित ध्वनि को प्रदूषण कहते हैं। ध्वनि प्रदूषण के प्रमुख कारण हैं- वाहनों' की ध्वनियां, विस्फोट पटाखे, फोड़ना, मशीने, लाउड स्पीकर आदि।


प्रश्न 10. मानव कर्ण (कान) का नामांकित चित्र बनाकर उसकी कार्यप्रणाली को समझाइए ।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 164 से उत्तर खोजे व लिखें)


उत्तर- कर्ण पट्ढ़ एक तनित रबड़ की शीट के समान होता है। ध्वनि के कम्पन कर्ण पट्ढ़ को 'कंंपित करते हैं। कर्ण पट्ढ़ कंवनों को अंतर कर्ण तक भेज देता है। वहाँ से संकेतो को मस्तिष्क तक भेज दिया जाता है। इस प्रकार हम ध्वनि को सुनते हैं।






पाठ - 14 विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव


अति- लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1. आसुत जल में विद्युत का चालन क्यों नहीं होता? कारण लिखिए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 176 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- आसुत जल लवणों से मुक्त होने के कारण विधुत का चालन नहीं करता है।


प्रश्न 2. दिए गए पदार्थों को विद्युत के चालक एवं कुचालक पदार्थों के रूप में वर्गीकृत कीजिए। ताँबा, ऐलुमिनियम, रबड़, प्लास्टिक, लोहा, लकड़ी (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 172 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- विद्युत के चालक - तांबा, ऐलुमिनियम, लोहा। विद्युत के कुचालक - रबड़, प्लास्टिक, लकड़ी।


प्रश्न 3. जब किसी तार में विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है, तो उसके पास रखी चुंबकीय सुई पर क्या प्रभाव पड़ता है? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 174 से उत्तर खोजें व लिखें)

उत्तर- जब किसी तार में विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो उसके पास रखी चुंबकीय सुई पर विक्षेप होता है।


प्रश्न 4. विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव से आप क्या समझते हैं? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 177 से उत्तर खोजें व लिखें)

उत्तर- किसी चालक द्रव में विद्युत धारा प्रवाहित होने पर रासायनिक अभिक्रिया होती है इसे विद्युत धारा का रासायनिक प्रभाव कहते हैं। 


लघु-उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 5. चित्र में दर्शाई गई व्यवस्था में बल्व नहीं जलता। बल्व न जलने के संभावित कारण लिखिए। (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 173 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- जब कोई द्रव विद्युत धारा को अपने से प्रवाहित होने नहीं देता तो संपरीक्षित का परिपथ पूरा नहीं होता तथा बल्ब नहीं जलता है।


प्रश्न 6.गीले हाथों से वैद्युत उपकरणों को छूना हानिकारक होता है, कारण लिखिए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 176 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- जल में लवणों की उपस्थिति के कारण विद्युत का चालन होता है और करंट लग सकता है। इसलिए गीले हाथों से वैधुत उपकरणों "को छूना खतरनाक होता हैं। 


प्रश्न 7.आपको समुद्री जल एवं आसुत जल दिए गए हैं, इनमें से कौन से जल का उपयोग आप परिपथ चालक के रूप में करेंगे एवं क्यों? कारण लिखिए। (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 175 व 176 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- समुद्री जल का उपयोग परिपथ में चालक के रूप में करेगें क्योंकि इसमें लवण अधिक होने के कारण विद्युत का चालन आसानी से होता हैं।


प्रश्न 8.दैनिक जीवन में विद्युत लेपन के उपयोगों को सूचीबद्ध कीजिए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 179 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- विद्युत लेपन एक धातु पर दूसरी धातु की परत चढ़ाना विद्युत लेपन कहलाता है। इसका उपयोग मोटर साइकिल का हैण्डल, गैस, बर्नर, पहिया आदि में किया जाता है।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 9. विद्युत लेपन को दर्शाता हुआ परिपथ क्रियाकलाप द्वारा समझाइए। (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 178 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- एक बीकर में 250ml आसुत जल लीजिए। इसमें चाय की दो चम्मच भरकर कॉपर सल्फेट घोलिए। अधिक चालक बनाने के लिए कॉपर सल्फेट विलयन में कुछ बूँदे तनु सल्फ्यूरिक अम्ल को डालिए । तांबे की प्लेटों को रेगमाल से साफ कीजिए। इन्हें पानी में धोकर सुखाइए तांबे की प्लेंटों को एक बैटरी के टर्मिनलों से संयोजित कीजिए।


प्रश्न 10.(i) माचिस की खाली डिबिया, विद्युत तार, चुंबकीय सुई एवं बैटरी की सहायता से तैयार परिपथ का आरेख खींचिए (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 174 से उत्तर खोजें व लिखें)

प्रश्न क्र. 10 (ii) में खींचे गए परिपथ में तार स्वतंत्र सिरोको तालिका में दिए गए पदार्थों को डालने पर होने वाले परिवर्तनों को लिखिए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 175 से उत्तर खोजे व लिखें)



क्र.

  पदार्थ

चुंबकीय सुई विक्षेप दर्शाती है हां/नहीं

सुचालक/कुचालक

1.

नींबू का रस

हां

सुचालक

2.

सिरका

हां

सुचालक

3.

दूध

हां

सुचालक

4.

आसुत जल

नहीं 

कुचालक

5.

आलू

हां

सुचालक

6.

शहद

नहीं 

कुचालक





पाठ - 15 कुछ प्राकृतिक परिघटनाएँ


अति लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1.भूकम्प की शक्ति के परिमाण को किस पैमाने पर व्यक्त किया जाता है? कितने परिमाण का भूकम्प अधिक विनाशकारी होता है? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 193 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- किसी भूकंप की शक्ति के परिमाण को रिक्टर पैमाने पर व्यक्त किया जाता है। अधिक विनाशकारी भूकंपों का रिक्टर पैमाने पर परिमाण 7 से अधिक होता है।


प्रश्न 2. तड़ित से अपनी सुरक्षा के उपायों को लिखिए? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-189 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- सुरक्षा के उपाय - 1.गरज सुनते ही किसी सुरक्षित स्थान पर तुरंत पहुंचना चाहिए। स्थान 

2. अंतिम गर्जन सुनने के बाद सुरक्षित स्थान से बाहर आने से पहले कुछ देर प्रतीक्षा करना चाहिए। 


प्रश्न 3. सर्दियों में स्वेटर उतारते समय चट-चट की ध्वनि सुनाई देती है? समझाइए । (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 184 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- सर्दियों में जब स्वेटर उतारते हैं तो वह हमारी त्वचा से रगड़ खाकर आवेशित हो जाता है। स्वेटर पर आवेश आने के कारण चट-चट की आवाज सुनाई देती है तथा चिंगारी भी दिखाई देती है। 


Q. 4.भूकम्पी क्षेत्र अथवा भ्रंश क्षेत्र किसे कहते है? भारत में अति भूकम्प आने वाले क्षेत्रों के नाम लिखिए। (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-193 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- भूकंप, प्लेटों की गतियों के कारण उत्पन्न होते हैं, अत: जहाँ प्लेटों की सीमाएं दुर्बल होती हैं वहाँ भूकंप आने की संभावना अधिक होती है। इन दुर्बल क्षेत्रों को भूकंपी क्षेत्र अथवा भ्रंश क्षेत्र कहते हैं। भारत में अति भूकंप क्षेत्र कश्मीर, पश्चिमी तथा केन्द्रीय हिमालय है।


लघु उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 5.पृथ्वी की संरचना का नामांकित चित्र बनाइये?

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 192 से उत्तर खोजें व लिखें) (चित्र क्रमांक 15.9 )


उत्तर-


प्रश्न 6. भूपर्पटी में विक्षोभ कैसे उत्पन्न होता है? विक्षोभ पृथ्वी पर किस रूप में दिखाई देता है। (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 192 एवं 193 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- पृथ्वी की ऊपरी परत को भूपर्पटी कहते हैं। पृथ्वी की यह परत टुकड़ों में विभाजित है। प्रत्येक टुकड़ो को प्लेट कहते हैं। ये प्लेट निरन्तर गति करती रहती हैं जब ये एक-दूसरे से रगड़ खाती हैं तो इसके कारण भूपर्पटी में विक्षोभ उत्पन्न होता है। यही विक्षोभ पृथ्वी की सतह पर भूकंप के रूप में दिखाई देती है।


प्रश्न 7.आवेशित गुब्बारा दूसरे आवेशित गुब्बारे को प्रतिकर्षित करता है, जबकि अनावेशित गुब्बारा आवेशित गुब्बारे द्वारा आकर्षित किया जाता है। प्रयोग द्वारा समझाइये ? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 186 से उत्तर खोजें व लिखें) (क्रियाकलाप 15.3)


उत्तर- आवेशित गुब्बारा दूसरे आवेशित गुब्बारे को

प्रतिकर्षित करता है। क्योंकि दोनों गुब्बारों पर सजातीय आवेश है। अतः सजातीय आवेश एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं। परन्तु आवेशित गुब्बारा अनावेशित गुब्बारे को आकर्षित करता है और अपने आवेश में से कुछ आवेश दूसरे गुब्बारे को दे देता है। इसलिए आवेशित वस्तु अनावेशित वस्तु को आकर्षित करती है।


प्रश्न 8. आवेशों की पहचान करने के लिये आप एक सरल विद्युतदर्शी की रचना किस प्रकार करेंगे बिन्दुवार लिखिए। (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 187 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- 1. बोतल के मुँह के साइज से कुछ बड़ा गत्तों का टुकड़ा लीजिए। इसमें एक छिद्र बनाइए जिसमें धातु की पेपर क्लिप घुसाई जाती है।

2.ऐलुमिनियम की पन्नी की लगभग 4cmx1cm साइज की दो पट्टी करिए।

3.इन्हें पेपर क्लिप  पर लटकाइए

4. गत्ते के दक्कन मे पेपर- क्लिप को इस प्रकार घुसाइए कि वह गत्ते के लंबवत रहे।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 9. तड़ित चालक किसे कहते है? तथा यह भवन की सुरक्षा किस प्रकार करते है सचित्र समझाइए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 190 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- तड़ित चालक एक ऐसी युक्ति है जिसका उपयोग भवनों को तड़ित के प्रभाव से बचाने के लिए किया जाता है। किसी भवन के निर्माण के समय उसकी दीवारों में उस भवन की ऊंचाई से अधिक लंबाई की धातु की छड़ स्थापित कर दी जाती है। इस छड़ को एक सिरा वायु में खुला रखा जाता है तथा दूसरे सिरे को जमीन में काफी गहराई तक दबा देते हैं। धातु की छड़ विद्युत आवेश को जमीन तक पहुंचने के लिए सरल पथ प्रदान करती है।


प्रश्न 10. भूकम्प से बचने के लिए निम्न स्थितियों में आप क्या प्रयास करेगें-

(अ) यदि आप घर में हैं, तो

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 195 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- 1. किसी मेज के नीचे आश्रय लें तथा झटकों के रुकने तक वहीं रहे। 

2. ऐसी ऊँची तथा भारी वस्तुओं से दूर रहें जो आप पर गिर सकती है।

3. यदि आप विस्तर पर हैं तो उठे नहीं अपने सिर का तकिए से बचाव करें।

4.भवनों, वृक्षों तथा विद्युत लाइनों से दूर किसी खुले स्थान को खोजें एवं धरती पर लेट जाएं।

5.यदि आप किसी कार अथवा बस में हैं तो बाहर न निकलें। ड्राइवर से कहें कि वह धीरे-धीरे किसी खुले स्थान पर पहुँचे।





पाठ - 16 प्रकाश


अति- लघुउत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 1. परावर्तन के नियम लिखिए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 200 एवं 201 से उत्तर खोजें व लिखें)

उत्तर- 1. आपतन कोण का मान सदैव परावर्तन कोण के बराबर होता है।

2.आपतन कोण, परावर्तन कोण तथा अभिलंब तीनों एक ही तल में होते हैं। 


प्रश्न 2.चाक्षुष विकृति वाले व्यक्ति पढ़ने लिखने के लिए किस पद्धति का उपयोग करते हैं। इस पद्धति में कितने पैटर्न होते हैं? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-209 से उत्तर खोजें व लिखें)

उत्तर- चाक्षुष विकृति वाले व्यक्ति पढ़ने लिखने के लिए ब्रेल पद्धति का उपयोग करते हैं। इस पद्धति में 63 बिंदुकित पैटर्न होते है।


प्रश्न 3. नेत्रों के लिए बहुत कम या बहुत अधिक प्रकाश हानिकारक क्यों होता है? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 207 से उत्तर खोजें व लिखें)

उत्तर- बहुत कम या बहुत अधिक प्रकाश में पढ़ने के कारण नेत्रों पर खिंचाव पड़ता है तथा सिरदर्द होता है जो बाद में नेत्र रोगों को जन्म देता है।


प्रश्न 4.प्रकाश का विक्षेपण किसे कहते हैं? विक्षेपण की घटना को दर्शाने वाला कोई प्राकृतिक उदाहरण लिखिए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-205 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- प्रकाश के अपने रंगों में विभाजित होने को प्रकाश का विक्षेषण कहते हैं। इन्द्रधनुष विक्षेषण को दर्शाने वाली एक प्राकृतिक परिघटना है।


लघु-उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 5. रेटिना में पाई जाने वाली तंत्रिका कोशिका के प्रकार एवं उनके कार्य लिखिए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-206 से उत्तर खोजे व लिखें) 


उत्तर- रेटिना में दो प्रकार की तंत्रिका कोशिका पाई-

जाती हैं। 

1.शंकु :- जो तीव्र प्रकाश के लिए सुग्राही होते हैं।

2. शनाकाएँ:- जो मंद प्रकाश के लिए सुग्रही होते हैं।


प्रश्न 6. मनुष्य में होने वाले दृष्टि दोषों से आप क्या समझते हो? इन दोषों का निवारण किस प्रकार किया जाता है। (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-207 से उत्तर खोजें व लिखें)

उत्तर- कुछ मनुष्य पास रखी वस्तुओं को स्पष्ट रूप से देख सकते हैं परन्तु दूर की वस्तुओं को स्पष्ट नहीं देख पाते निकट दृष्टि दोष कहलाते हैं। इसके विपरीत कुछ मनुष्य निकट रखी वस्तुओं को स्पष्ट देख नहीं सकते हैं, परंतु दूर की वस्तुओं को देख सकते हैं दूर दृष्टि दोष कहलाते है। इन दोषों का निवारण उचित संशोधक लेंसो के उपयोग द्वारा किया जाता है।


प्रश्न 7.विसरित एवं नियमित परावर्तन में कोई दो अंतर लिखिए। क्या विसरित परावर्तन में, परावर्तन के नियमों का पालन होता है? (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-202 से उत्तर खोजें व लिखें)

उत्तर-

1.विसरित परावर्तन असमान तल से होता है जबकि नियमित परावर्तन समान तल से होता है।

2.विसरित परावर्तन में आपतित किरण व परावर्तित किरण का मान भिन्न होता है जबकि नियमित परावर्तन में बराबर होता है। अतः इन दोनों में समान नियमों का पालन नहीं होता है।


प्रश्न 8. आपतित किरण,परावर्तित किरण तथा आपतन बिंदु पर अभिलंब एक ही तल में स्थित होते हैं, परावर्तन के इस नियम को दर्शाता हुआ एक किरण आरेख खींचिए। (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 200 से उत्तर खोजें व लिखें)


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न


प्रश्न 9. मानव नेत्र का नामांकित चित्र बनाइये तथा इसके विभिन्न भागों के कार्य भी लिखिए। (विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 206 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- 1.लैंस :- प्रकाश किरणों को रेटिना पर भेजता है।

2.पक्ष्माभ पेशी :- लैंस को अपने स्थान पर बनाए रखना।

3.रेटिना :- वस्तु के चित्र को बनाना व संकेत भेजना।

4.तंत्रिका कोशिका :- रेटिना पर बने संकेतों को मस्तिष्क तक भेजना।


प्रश्न 10. (i) कैलाइडोस्कोप निर्माण के विभिन्न बिंदु लिखिए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 204 से उत्तर खोजें व लिखें)


उत्तर- कैलाइडोस्कोप बनाने के लिए दर्पण की लगभग 15cm लंबी 4cm चौड़ी तीन आयताकार पट्टियां लेकर प्रिज्म की आकृति में जोड़े फिर गले से बनी बेलनाकार आकृति में लगाए ट्यूब के एक सिरे को छिद्र युक्त डिस्क से बंद करे ट्यूब के दूसरे सिरे पर वृत्ताकार प्लेट लगाएं। इस ट्यूव में काँच की चूडियों के टुकड़े रखे फिर इस सिरे को बंद करें इस प्रकार कैलाइडोस्कोप तैयार कर सकते है। 


(ii) कैलाइडोस्कोप के उपयोग लिखिए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 205 से उत्तर खोजे व लिखें) 


उत्तर- कैलाइडोस्कोप का उपयोग नए-नए पैटर्न की कल्पना करने के लिए किया जाता है। कैलाइडोस्कोप की एक रोचक विशेषता यह है कि आप कभी भी एक पैटर्न दोवारा नहीं देख पाएंगे। प्रायः दीवारों वाले कागजों तथा वस्त्रों के डिजाइन बनाने वाले तथा कलाकार कैलाइडोस्कोप का उपयोग नए-नए पैटर्न की कल्पना करने के लिए करते हैं।


(iii) कैलाइडोस्कोप का चित्र बनाइए।

(विज्ञान की पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 204 से उत्तर खोजे व लिखें)



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