ऐठग्रेड अभ्यास पुस्तिका कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 1 पादपों में पोषण|ategrade abhyas pustika kaksha 7
कक्षा 7वी विज्ञान ऐठ ग्रेड अभ्यास पुस्तिका 2022-231 अध्याय 1 पादपों में पोषण lategrade abhyas pustika एटग्रेड अभ्यास पुस्तिका कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 1 पूर्णांक | at grade abhyas pustika class 7 maths
ऐठ ग्रेड अभ्यास पुस्तिका कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 1 | at grade abhyas pustika class 7 science
पाठ 1 -पादपों में पोषण
अति लघुउत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. पोषण किसे कहते हैं? भोजन के प्रमुख घटका के नाम लिखिए।
(विज्ञान पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-1 विषयवस्तु-1.1. पैराग्राफ -1 एवं 3 से उतर खाज व लिखें)
उत्तर- सजीवों द्वारा भोजन ग्रहण करने एवं इसके उपयोग की विधि को पोषण कहते हैं। कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन एवं खनिज भोजन के प्रमुख घटक है।
प्रश्न 2. पौधे के किस भाग को पौधे की खाद्य फैक्ट्रियों कहा जाता है एवं क्यों? (विज्ञान पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 1. विषयवस्तु- 1.2. पैराग्राफ 1 से उत्तर खोजे व लिखें)
उत्तर-पौधे की पत्तियों को पौधे की खाद्य फैक्ट्रियाँ कहा जाता हैं क्योंकि हरी पत्तियों द्वारा प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से पौधे के लिए भोजन "खाद्य उपलब्ध होता है।
प्रश्न 3.(अ) मरुस्थलीय पादपों में पत्तियाँ शल्क और शूल रूपी हो जाती हैं क्यों? (विज्ञान पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-3 से उत्तर खोजे व लिखें)
उत्तर-मरुस्थलीय पादपों में वाष्पोत्सर्जन द्वारा जल क्षय को कम करने के लिए पत्तियाँ शल्क अथवा शूल रूपी हो जाती है।
Que(ब) क्या हरी पत्तियों के अतिरिक्त अन्य वर्ण (रंग) की पत्तियाँ भी प्रकाश संश्लेषण कि क्रिया करती है?
उत्तरजी. हाँ। हरी पत्तियों के अतिरिक्त अन्य वर्ण. (रंग) की पत्तियों में भी क्लोरोफिल होता है।" परन्तु इन पत्तियो में उपस्थित लाल, भूरे अथवा अन्य वर्णक क्लोरोफिल के हरे रंग का प्रच्छादन कर देते है अर्थात् ढक लेते हैं।
प्रश्न 4.जड़ द्वारा अवशोषित जल एवं खनिज पत्ती तक किस प्रकार पहुँचते हैं? (विज्ञान पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-2. पैरा-1 विषयवस्तु 1.2 से उत्तर खोजे व लिखें)
उत्तर-जड़ द्वारा अवशोषित जल एवं खनिज वाहिकाओ" द्वारा पत्तियों तक पहुँचाए जाते हैं। ये वाहिकाएँ "नली के समान होती है।
प्रश्न 5.स्वपोषी तथा विषम पोषी को वर्गीकृत कीजिए?
(विज्ञान पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-1 एवं 4. विषयवस्तु 1.1 पैराग्राफ 2 से उत्तर खोजे व लिखें)
उत्तर-जो पौधे अपने लिए स्वयं भोजन संश्लेषित 'करते हैं, ऐसे पादपों को स्वपोषी कहते हैं। और ऐसे पौधे, जो अन्य पादपो द्वारा संश्लेषित, भोजन ग्रहण करते है, विषमपोषी कहलाते है।
प्रश्न6. पादपों में सहजीवी संबंध को उदाहरण सहित समझाइए ? (विज्ञान पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 7 पैरा से उत्तर खोजे व लिखें)
उत्तर-कुछ जीव एक-दूसरे के साथ रहते है तथा अपना 'आवास एवं पोषक तत्व एक-दूसरे के साथ बाँटते है। इसे सहजीवी संबंध कहते हैं। उदाहरणत्तः कुछ कवक वृक्षो की जड़ो में रहते हैं। " वृक्ष कवक को पोषण प्रदान करते हैं, बदले मे उन्हें जल एवं पौधो के अवशोषण में सहायता मिलती है।
प्रश्न 7.परजीवी एवं मृतजीवी को उदाहरण सहित समझाइए ?
(विज्ञान पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक 4 व 5. विषयवस्तु 1.3 व 1.4 व क्रियाकलाप 1.2 से उत्तर खोजे व लिखें)
उत्तर- ऐसे जीव जो भोजन के लिए अन्य जीवो पर आश्रित रहता है, परजीवी कहलाते हैं। तथा ऐसे" जीव जो किसी मृत एवं विघटित जैविक 'से पोषक तत्व प्राप्त करते है, मृतजीवी कहलाते है।
जैसे - कवक
प्रश्न 8. कीटभक्षी पादप भोजन का भक्षण किस प्रकार करते हैं? सचित्र समझाइए । (विज्ञान पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-5, पैरा-02 से खोजे व लिखें)
उत्तर- कीटभक्षी पादप के पत्ते का शीर्ष भाग घड़े के ढक्कन के आकार का होता है। जिसमे अनेक रोशे होते हैं,जो अधोमुखी होते हैं। जब कोई कीट घड़े मे प्रवेश करता तो है यह उसके रेशों के बीच फँस जाता है। घड़े में उपस्थित पाचक रस द्वारा कीटों का पाचन हो जाता है।
प्रश्न 9.प्रकाश संश्लेषण क्रिया का व्यवस्था चित्र बनाइए एवं समीकरण सहित व्याख्या कीजिए। (विज्ञान पाठ्य पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक- 2 व 3. चित्र-1.3 से खोजे व लिखें)
उत्तर सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में हरे पौधो द्वारा कार्बन डाइ ऑक्साइड एवं जल से कार्बोहाइड्रेट का संश्लेषण करती है। जिसे प्रकाश संश्लेषण कहते है। इस प्रक्रम को निम्न समीकरण द्वारा दर्शा सकते हैं।
कार्बन डाइऑक्साइड +जल=सूर्य का प्रकाश/क्लोरोफिल
कार्बोहाइड्र
/ऑक्सीजन
+
10. मृदा में पोषक तत्वों की पुनः पूर्ति किस प्रकार होती है? विज्ञान पुस्तक के पृष्ठ क्रमांक-१ विषयवस्तु-1.5 से लिखे
उत्तर - पादपों द्वारा लगातार पोषक तत्वों का उपयोग किए "जाने के कारण मृदा में उनकी मात्रा धीरे-धीरे कम हो जाती है। इसलिए मृदा को पोषक तत्वों से समृद्ध करने के लिए भूमि में उर्वरक तथा खाद मिलाया' जाता है। इसके अतिरिक्त मृदा मे नाइट्रोजन की पुनः पूर्ति हेतु फलीदार पादप जैसे- चना, मटर, मूँग "आदि उगाये जाते हैं।