नई कविता की विशेषता (kavita ki vishesta)
दोस्तों आज के इस लेख के माध्यम से आप जानने वाले हैं कि नई कविता की विशेषता, (Nai kavita ki vishesta)और दोस्तों आपको यह भी बता दें कि की नई कविता की दो विशेषता एवं इसके प्रमुख कवि वाला प्रश्न बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न है, कक्षा नौवीं से बारहवीं के छात्रों के लिए और यह प्रश्न हर साल 3 या 4 अंक में पूछा है।
नई कविता -
प्रयोगवादी कविता के आगे का दौर नई कविता के रूप में उभरा है।नई कविता स्वतंत्रा के बाद लिखी गई वह कविता है जिसमें नवीन भाव बोध ,नए मूल्य और नया शिल्प विधान है।
नई कविता की विशेषताऐं-
1-नई कविता के कवियों ने यथार्थ का चित्रण किया है|
2-नई कविता जीवन के प्रत्येक क्षण को सत्य मानती है|
3-नई कविता के कवियों ने मानव की निराशा कुंठा व संत्रास का
मनोवैज्ञानिक ढंग से चित्रण किया है|
4-नए प्रतीक रूप क तथा उपमानो की नई भाषा शिल्प में अभिव्यक्ति हुई है|
5-इस काल में मानव जीवन की विसंगतियों अनैतिकतावादी मान्यताओं पर व्यंग रचनाएं लिखी गई हैं.|
नई कविता के प्रमुख कवि
1.भवानी प्रसाद मिश्र - सन्नाटा, गीत फरोश, चकित है दुख
2.दुष्यंत कुमार- सूर्य का स्वागत, आवाजों के घेरे
3.श्रीकांत वर्मा- मगध, माया दर्पण
4.जगदीश गुप्त- नाव के पॉव ,बोधि वृक्ष
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