Ba 1st Year History Notes Pdf Unit 1| BA 1st Year History Notes PDF Chapter 1| Unit 1 BA 1st Year Notes PDF Free Download In Hindi 2025
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BA FIRST HISTORY NOTES & SYLLABUS MAJOR- II PDF
प्रथम इकाई
प्रागैतिहासिक एवं आद्य ऐतिहासिक काल
- इतिहास – अर्थ, प्रकृति, क्षेत्र एवं महत्व
- भारतीय इतिहास का छोटा प्रागैतिहासिक काल – पाषाण कालीन संस्कृति (उपकरण, जीविकोपार्जन एवं सामाजिक जीवन)
- आदि ऐतिहासिक काल – सिंधु/हड़प्पा सभ्यता (सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक)
BA 1st Year History Notes PDF Free Download In Hindi 2025
1. इतिहास – अर्थ, प्रकृति, क्षेत्र एवं महत्व
अर्थ – "इतिहास" शब्द 'इति' + 'आस' से बना है, जिसका अर्थ है – जैसा हुआ वैसा कहना।
प्रकृति –
(i)इतिहास केवल घटनाओं का वर्णन नहीं है, बल्कि उन घटनाओं के कारण, प्रभाव और महत्व का अध्ययन भी है।
(ii)यह सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक जीवन का प्रतिबिंब है।
क्षेत्र –
(i)यह मानव जीवन के सभी पहलुओं (राजनीति, समाज, धर्म, संस्कृति, कला, अर्थव्यवस्था आदि) को अपने अध्ययन का क्षेत्र मानता है।
महत्व –
(i)अतीत की गलतियों से सीख लेकर भविष्य का मार्गदर्शन करता है।
(ii)समाज और संस्कृति की जड़ों को समझने में मदद करता है।
(iiiराष्ट्रीय एकता, पहचान और सांस्कृतिक गौरव को मजबूत करता है।
2. भारतीय इतिहास का छोटा प्रागैतिहासिक काल – पाषाण कालीन संस्कृति
(क) पाषाण काल – विभाजन
पुरापाषाण (Old Stone Age) – लगभग 5 लाख वर्ष पूर्व से 10,000 ई.पू.
मध्यपाषाण (Mesolithic Age) – लगभग 10,000 ई.पू. से 6000 ई.पू.
नवपाषाण (Neolithic Age) – लगभग 6000 ई.पू. से 2000 ई.पू.
(ख) उपकरण
पुरापाषाण काल में – मोटे, असंस्कृत पत्थर के औजार (हथौड़े, चाकू, भाले)।
मध्यपाषाण काल में – छोटे, चिकने व धारदार औजार जिन्हें "माइक्रोलिथ" कहते हैं।
नवपाषाण काल में – पॉलिश किए हुए औजार, कृषि के औजार और मृदभांड (मिट्टी के बर्तन)।
(ग) जीविकोपार्जन
पुरापाषाण – शिकार व संग्रहण (hunting & gathering)।
मध्यपाषाण – शिकार, मछली पकड़ना तथा प्रारंभिक कृषि।
नवपाषाण – कृषि, पशुपालन, मछली पकड़ना, स्थायी जीवन की शुरुआत।
(घ) सामाजिक जीवन
प्रारंभ में – खानाबदोश (Nomadic)।
नवपाषाण काल – स्थायी गाँवों का विकास।
गोत्र, कबीलाई जीवन और धार्मिक आस्थाओं का उद्भव।
3. आदि ऐतिहासिक काल – सिंधु/हड़प्पा सभ्यता (2500 ई.पू. – 1750 ई.पू.)
(क) सामाजिक जीवन
नगर नियोजन – चौड़ी सड़कें, नालियाँ, पक्के मकान।
परिवार – पितृसत्तात्मक व्यवस्था।
वस्त्र – ऊन और सूती कपड़े।
मनोरंजन – नृत्य, खेल, संगीत।
धर्म – प्रकृति पूजा, माता देवी (शक्ति), पशुपति शिव की उपासना, अग्नि-जल पूजा।
(ख) आर्थिक जीवन
मुख्य आधार – कृषि (गेहूँ, जौ, कपास)।
पशुपालन – बैल, भेड़, बकरी, हाथी।
व्यापार – आंतरिक व बाहरी (मेसोपोटामिया से व्यापार)।
सिक्कों का प्रयोग नहीं, भार-माप की प्रणाली।
कारीगरी – मोहनजोदड़ो की मूर्तियाँ, मृदभांड, आभूषण व धातु शिल्प।
(ग) सांस्कृतिक जीवन
कला – नृत्य करती हुई कांस्य की मूर्ति, पुरुष प्रतिमा, मातृदेवी की मूर्तियाँ।
लिपि – चित्रलिपि (हड़प्पा लिपि, अब तक अपठित)।
वास्तुकला – ग्रेट बाथ (महान स्नानागार), अन्नागार।
विज्ञान – नाप-तौल की उत्कृष्ट प्रणाली, धातु विज्ञान।
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