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Swatantrata diwas par nibandh hindi mein|स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में

Swatantrata diwas par nibandh hindi mein|स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में


नमस्कार दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको  swatantrata diwas par nibandh hindi mein बताने वाले हैं। आप सभी इस बात को अच्छी तरीके से जानते हैं कि 15 अगस्त को हमारा देश आजाद हुआ था इसी अवसर पर हम सभी देशवासी बड़े धूमधाम से स्वतंत्र दिवस मनाते हैं। और यह स्वतंत्र दिवस हर स्कूल में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है और कई सारे कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।15 अगस्त पर निबंध 200 शब्दों में मैं एक प्रतियोगिता आयोजित की जाती है जिसमें सभी बच्चों को 15 अगस्त पर 200 शब्दों में निबंध लिखना होता है यह प्रतियोगिता बच्चो के लिए बहुत ज्यादा रोचक ही होती है साथ में यह उन बच्चों 15 अगस्त के बारे में और बहुत सारी अच्छी चीजों की जानकारी दिला जाती है।swatantrata diwas par nibandh speech देना चाहते हैं तो आप इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें आपको इस पोस्ट के अंत में स्वतंत्र दिवस पर आप स्पच किस तरीके से नहीं सारी जानकारी बताई गई है। छात्र ऐसे भी होते हैं जिन्हें swatantrata diwas par nibandh essay लिखना होता है तो उन्हें भी घबराने की आवश्यकता नहीं है आज की इस पोस्ट में आपको स्वतंत्रता दिवस की सारी जानकारी आपको इस पोस्ट में मिलने वाली है अगर आप निबंध लिखना चाहते हैं तो आप स्वतंत्र दिवस पर निबंध भी लिख पाएंगे साथ में आप स्वतंत्र दिवस पर अच्छी सी स्पीच भी दे पाएंगे सारी जानकारी आपको इस पोस्ट में हम बताने वाले हैं।swatantrata diwas par nibandh 10 line swatantrata diwas par nibandh likho,

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15 अगस्त पर निबंध 200 शब्दों में |स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में

जैसे ही 15 अगस्त का दिन नजदीक आता जाता है हमारे स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं उनकी तैयारी हम बहुत पहले से शुरू कर देते हैं यहां पर कुछ बच्चे निबंध प्रतियोगिता में भी भाग लेते हैं कुछ डांस प्रतियोगिता में भाग लेते हैं और कुछ बच्चों को यह पर संगीत में रुचि होती है। अगर आप 15 अगस्त पर 200 शब्दों में निबंध प्रतियोगिता आपकी स्कूल में कराई जा रही है तो आप इस पोस्ट में दिए गए 15 अगस्त पर निबंध 200 शब्दों में आसानी से लिख पाएंगे यहां पर हमने आपको 15 अगस्त पर निबंध बताया है इसे आप लिखकर स्कूल में प्रथम स्थान प्राप्त कर पाएंगे साथ में अगर आप किसी बड़े एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं और आपको 15 अगस्त पर निबंध लिखना है तो आप यहां से देखकर आसानी से लिख पाएंगे।

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अधिकतर बड़े-बड़े एग्जाम में देखा गया है कि 15 अगस्त पर म एक बड़ा पैराग्राफ या निबंध लिखने को दे दिया जाता है जो कम से कम 1000 या फिर कम से कम 500 वर्ड का होता है अगर आप भी स्वतंत्र दिवस पर निबंध 500 शब्दों में लिखना चाहते हैं या फिर स्वतंत्र दिवस पर निबंध 1000 शब्दों में लिखना चाहते हैं तो आप लोगों के लिए यहां पर दिए गए निबंध को आप अपने यहां लिख सकते हैं जिससे आप अपने एग्जाम में टॉप कर पाएंगे साथ में अगर आप कोई क्वालिफिकेशन एग्जाम दे रहे हैं जहां पर आपको 15 अगस्त पर निबंध लिखने को बोला है तो आप यहां से देख कर लिख पाएंगे।


स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Class 6|swatantrata diwas par nibandh class 7

अधिकतर छोटी कक्षाओं में 15 अगस्त पर निबंध लिखने को आता है या फिर इस क्वेश्चन को इस तरीके से पूछा जाता है कि कोई से त्योहार पर या कोई से राष्ट्रीय त्योहार पर एक निबंध लिखिए तो आप यहां पर जो हमने स्वतंत्र दिवस पर निबंध बताया है वह आपकी कक्षा कक्षा 5 कक्षा 6 कक्षा 7 कक्षा आठ कक्षा नौ और कक्षा 10 के लिए बहुत उपयोगी है स्वतंत्र दिवस पर निबंध कक्षा छह के लिए यह निबंध बहुत उपयोगी है इस निबंध को आप अच्छी तरीके से तैयार करे। अगर आप swatantrata diwas par nibandh class 7 के स्टूडेंट है तो आप इस नंबर को अच्छी तरीके से तैयार करें मैंने आपको पहले ही बोल दिया आप किसी भी क्लास के छात्र हैं आप खोजिए स्वतंत्र दिवस 2023 पर अच्छी तरीके से निबंध लिखना होगा।

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स्वतंत्रता दिवस हर वर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता है। 15 अगस्त 1947 को भारत देश अंग्रेजों की 200 साल की गुलामी के बाद आजाद हुआ था ! भारत की स्वतंत्रता के बाद भारत को भारत और पाकिस्तान दो राष्ट्र में बांटा गया। 15 अगस्त के अवसर पर देश को आजादी दिलाने वाले शहीदों को याद किया जाता है। इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा झण्डा फहराते है ।
                 इस दिन भारत में सरकारी तथा गैर सरकारी विभागों में पूर्ण अवकाश होता है। स्वतंत्रा दिवस के अवसर पर थल सेना,जल सेना और वायु सेना द्वारा परेड निकाली जाती है। स्वतंत्रा दिवस पर स्कूलों, कॉलेजों और अन्य संस्थान में झण्डारोहण और समारोह आयोजित किया जाता है। इस दिन सभी देशभक्ति के रंग में रंगे दिखाई  जाती है।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 600 शब्दों में|15 August par nibandh|Swatantrata diwas par nibandh

चलिए अब यहां पर हम आपको स्वतंत्र दिवस पर निबंध लिखना बता देते हैं कि आपको स्वतंत्र दिवस पर निबंध किस तरीके से लिखना है सबसे पहले आपको स्वतंत्रता दिवस के रूप रेखा को बनाना है कि हमें स्वतंत्रता दिवस को किस प्रकार से लिखना है किसी भी निबंध को लिखने से पहले उसकी रूपरेखा को बनाया जाता है जिससे हम उस निबंध को अच्छी तरीके से लिख पाए इसके बाद हम एक प्रस्तावना बनाते हैं कि हमें उस प्रस्तावना में यह लिखना होता है कि इसकी जो मेन मेन चीजें होती हैं वह हमें प्रस्तावना में लिखना होता है चलिए अब हम देख लेते हैं स्वतंत्रता दिवस पर आपको निबंध कैसे लिखना है।

प्रस्तावना - आज हम स्वतंत्रता और उसकी शांतिपूर्ण खुली हवा का आनंद ले रहे हैं, जिस शांति का अनुभव महसूस करते हैं, वह शांति और खुशी की लहर देने का योगदान में ना जाने कितने देशवासियों ने अपनी जान गवा कर दी 15 अगस्त का दिन वह दिन होता है। जिस दिन हम स्वतंत्र हुए 15 अगस्त भारत का राष्ट्रीय त्योहार है, जिसे हम बहुत ही खुशी और उल्लास से मनाते हैं।


सर्वप्रथम झंडा वंदन - सर्वप्रथम 15 अगस्त 1947 के दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु जी ने लाल किले के केलाहोरी गेट के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। जिसकी शुरुआत पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी, जिसके चलते प्रत्येक वर्ष हमारे देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराते हैं। ,200 साल कि ब्रिटिश समाज की गुलामी के बाद 15 अगस्त 1947 को का दिन हमारे देश का सबसे स्वर्णिम दिन कहां जाता है।


15 अगस्त पर निबंध हिंदी में | Independence Day Essay in Hindi 

स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम - स्वतंत्रता दिवस का जब कार्यक्रम शुरू होता था, तब हमारी स्कूल में परेड होती थी। ठीक उसी तरीके से जैसे एनसीसी में होती है परेड का एक चक्कर पूरा हो जाने के बाद ध्वजारोहण होता था और उसके बाद राष्ट्रगान शुरू हो जाता था हमारे स्कूल के प्रोग्राम के अंदर छात्राओं द्वारा राजस्थानी नृत्य किया जाता था। इसके अलावा देश भक्ति गीत गाए जाते थे, एनसीसी के द्वारा कुछ तरीके बताए जाते हैं जैसे अगर कोई घायल हो जाता है तो उसको इस तरीके से उठाया जाता है रस्सी किस तरीके से बांधी जाती है कुछ इस तरीके के बताए जाते थे जब सारा कार्यक्रम पूरा हो जाता था। इसके बाद स्वतंत्रता दिवस में भाग ले जाने वाले छात्र-छात्राओं को बुलाकर एक-एक करके पुरस्कार दिया जाता था। पुरस्कार में ₹5 का पेन दिया जाता था। उस समय हमें उनके द्वारा दिए गए पुरस्कार से इतनी खुशी होती थी, जितनी आज भी नहीं होती थी मेरे बचपन का 15 अगस्त मुझे हमेशा याद रहेगा उसके बाद मिठाई महोत्सव होता था और सबको लाइन से एक-एक करके मिठाई बांटी जाती थी।


स्वतंत्रता दिवस का इतिहास - आज अगर हम स्वतंत्रता दिवस के इतिहास के बारे में सोचें तो आज उन शहीदों की याद में आंखों में आंसू आ जाते हैं जिन्होंने अपनी जान देकर हमें स्वतंत्रता दिलाई और हमें अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त करवाया और आजादी को हमें एक उपहार के रूप में देकर शहीद हो, गए अंग्रेजों के अत्याचार और उनसे तंग आकर भारती एकजुट हो गए इन अंग्रेजों से छुटकारा पाने के लिए सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, ने क्रांति की मशाल जलाई और कितने ही देश भक्तों ने अपने प्राणों की आहुति दी जिनमें महात्मा गांधी, सरदार भाई पटेल ने सत्य और अहिंसा के सारे सत्य ग्रह आंदोलन चलाकर उनकी लाठियां खाई और जेल गए इन आंदोलनों की वजह से अंग्रेज भारत छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गए आखिरकार 15 अगस्त 1947 का दिन हमारे देश के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन कहा जा सकता है। जिससे हम खुली हवा में सांस ले सकें और उसके बाद हमें यह स्वर्णिम आजादी मिली।

धन्य है वह स्वतंत्रता सेनानी जिन्होंने शहीद होकर हमें आज स्वतंत्रता का स्वर्णिम दिन दिखाया।


स्वतंत्रता दिवस एक महोत्सव का दिन - 15 अगस्त 1918 को पूरे भारत में 76 वा स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा। इस दिन हमारे देश में राष्ट्रीय अवकाश रहता है। स्वतंत्रता दिवस पूरे राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले राष्ट्रपति जी राष्ट्र के नाम संबोधन में भाषण देते हैं 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री जी लाल किले पर झंडा फहराते हैं, और तोपों की सलामी दी जाती है स्वतंत्रता दिवस के दिन उन देश भक्तों को श्रद्धांजलि दी जाती है। जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री जी अपना भाषण देते हैं। उस भाषण में देश की उपलब्धि और सामाजिक मुद्दों और विकास के बारे में बातें होती हैं, उस दिन ध्वजारोहण, राष्ट्रगान, परेड समारोह, और अन्य संस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं, ध्वजारोहण भारत के सभी सरकारी गैर सरकारी विद्यालय महाविद्यालय सभी जगह पर होता है और सभी जगहों को रोशनी और फूलों से सजाया जाता है और मिठाइयां बांटी जाती हैं।


स्वतंत्रता सेनानीयों का योगदन (Contribution of Freedom Fighters)

हमारे स्वतंत्रता सेनानी जैसे गांधी जी, जिनका आज़ादी के लिए संघर्ष में अतुल्य योगदान रहा है और वे सबसे लोकप्रिय भी थे। उन्होने सबको सत्य, अहिंसा का पाठ पढ़ाया और वह अहिंसा ही था, जो सबसे बड़े हथियार के रूप में उभरा और कमज़ोर से कमज़ोर व्यक्ति के जीवन में भी उम्मीद के दीपक जलाए। गांधी जी ने देश से कई कुप्रथाओं को हटाने के कुलजोर प्रयास किये और सभी तबकों को साथ लाया, जिसकी वजह से यह लड़ाई और आसान हो गई। उनके लिये लोगों का प्यार ही था जो लोग उन्हें लोग बापू बुलाते थे।


साइमन कमीशन के विरोध में सब शांतिप्रिय तरीके से विरोध कर रहे थे, लेकिन इसी बीच अंग्रेजों ने लाठी चार्ज शुरू कर दिया और इसमें लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई। इससे आहत होकर भगत सिंह, सुख देव, राजगुरू ने सांडर्स की हत्या कर दी और बदले में इन्हें फ़ासी की सजा हुई और वे हंसते-हंसते फ़ासी की तख्त पर चढ़ गए।


आजादी की इस लड़ाई में सैकड़ों ऐसे नाम हैं जैसे सुभाष जन्द्र बोस, बाल गंगाधर तिलक, मंगल पांडे, रानी लक्ष्मीबाई, गणेश शंकर विद्यार्थी, राजेंद्र प्रसाद, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि जिनके योगदान अतुलनीय हैं।


आजादी का रंगीन पर्व (Independence Day Festival)

स्वतंत्र भारत में इस पर्व को मनाने के तरीके अलग-अलग हैं। हफ्ते भर पहले से बाजारों में रौनक आ जाती है, कहीं तीन रंगों की रंगोली बिकती है, तो कहीं तीन रंगों की लाइटें। पूरा समां ही मानो इन रंगों में समा जाता है। कहीं पर खुशी का माहौल होता है, तो कहीं देशभक्ती गीतों की झनकार। पूरा देश नाचते-गाते इस उत्सव को मनाता है। लोग खुद भी झूमते हैं और दूसरों को भी थिरकने पर मजबूर कर देते हैं। पूरा देश एक जुट हो जाता है वो भी ऐसे, कि क्या हिंदू क्या मुसलमान, कोइ भेद ही नज़र नहीं आता।


राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की स्थापना

देश में जब युद्ध जैसी स्थिति बनी हुई थी उसी समय 64 सदस्यों के साथ दिसंबर वर्ष 1885 को राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की स्थापना की गयी। इस पार्टी में देश के सभी लोग बढ़-चढ़कर शामिल होने लगी राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में मुख्य भूमिका दादा भाई नौरोजी और ए ओ हूम ने निभाई। बहुत से क्रांतिकारी गतिविधियां की जाने लगी इसके बाद भारतीय मुस्लिम लीग व अन्य कई राष्ट्रीय दलों की स्थापना की गई।


स्वतंत्रता दिवस पर खतरा

स्वतंत्रता दिवस मनाने के दौरान खतरों का डर रहता है। जो कि आतंकवाद का डर है इसलिए उस दिन प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जी की कड़ी सुरक्षा के साथ ही दिल्ली मुंबई और जम्मू-कश्मीर, जैसे अन्य बड़े शहरों को हमलों से बचाने के लिए लाल किले पर 'नो  फ्लाई जॉन  'घोषित कर दिया है। सुरक्षा की वजह से पूरे देश में पुलिस बल को तैनात किया जाता है। देश भले ही स्वतंत्र हो गया हो पर ब्रिटिश राज्य के धार्मिक आधार के कारण भारत का विभाजन हुआ। जिसके कारण भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हुआ भारत के विभाजन के बाद देश में हिंसक दंगे भड़के और संप्रदायिक हिंसा की घटनाएं होने लगी देश के बंटवारे में आतंकवाद को जन्म दिया जिसका असर आज हमारा देश सह रहा है।


भारत देश एक गुलाम के तौर पर

अब सभी भारतीयों को पूर्ण रूप से पता लग चुका था कि वे सभी गुलाम बन चुके हैं।ब्रिटिशो द्वारा भारतीयों को अंग्रेजी सिखाने युवा नेता और तरीके सीखाने के लिए उनसे कुछ भी करा लेते थे जो भारतीयों को समझ नहीं आता था। उन्हें लगता था वह हमें अंग्रेजी और अन्य तौर तरीके से खाने में हमारी मदद कर रहे हैं। लेकिन ऐसा करते-करते ब्रिटिश भारतीयों पर शासन करने लगे ब्रिटिशो ने भारतीयों को ना केवल शारीरिक बल्कि उन्हें मानसिक रूप से भी परेशान किया इसी के बाद बहुत से युद्ध भी हुए।


उपसंघार

15 अगस्त का दिन हम हिंदुस्तानियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है हमें उन शहीदों के प्रति नतमस्तक होकर श्रद्धा से शीश झुकाना चाहिए और उनकी प्रति हमारा शीश स्वम् ही नतमस्तक हो जाता है। जिन्होंने हमें स्वतंत्रता दिलाई इसलिए हमारा कर्तव्य बनता है। कि हम ऐसे कार्य करें जिससे हमारे देश का नाम रोशन हो, इसके लिए हमें देश के कुछ खतरनाक रोग जैसे घुस, जमाखोरी, कालाबाजारी, भ्रष्टाचार, जैसी बीमारियों को खत्म करना होगा ताकि देश के लिए जिन्होंने अपनी आहुति दी वह व्यर्थ ना जाए।


15 August, parshayi 15 अगस्त हूँ पर शायरी/ स्वतंत्रता दिवस घस शायरी/ आवाज Independence Day par shayri

कभी ठण्ड में ठिठुर कर देख लेना, कभी तपती धूप में जलकर देख लेना,कैसे होती हैं हिफाज़त मुल्क की, कभी सरहद पर खड़े जवानों को जाकर देख लेना ।

चलो फिर से वो नजारा याद कर लें, शहीदी के दिल में थी जो ज्वाला वो याद कर लें,जिसमें बहकर आजादी पहुँची थी  किनारे पर, बलिदानियों के खून की वो धारा याद कर लें।

दे सलामी इस तिरंगे को, जिससे तेरी शान है,सर हमेशा ऊँचा रखना इसका, जब तक दिल में जान है



तैरना है तो समंदर में तैरों नदी या नालों में क्या रखा है प्यार करना है तो वतन से करो इन बेवफ़ा लोगों में क्या रखा है।

न पूछो जमाने से कि क्या हमारी कहानी है हमारी पहचान तो यही है कि हम हिन्दुस्तानी हैं।

इस दिन के लिए वीरों ने अपना खून बहाया है झूम उठों देशवासियों स्वतंत्रता दिवस आया है।

पानी न हो तो नदियाँ किस काम की आँसू न हो तो आँखें किस काम की दिल न हो तो धड़कन किस काम की अगर हम वतन के काम न आए तो जिंदगी किस काम की।


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