बाबू गुलाब राय के अनुसार निबंध की परिभाषा|nibandh ki paribhasha Babu gulab Rai ke anusar|
दोस्तों आज के इस लेख के माध्यम से आप जानने वाले हैं कि निबंध किसे कहते हैं (nibandh kise kahate Hain)और दोस्तों आपको यह भी बता दें कि निबंध की परिभाषा बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न है कक्षा नौवीं से बारहवीं के छात्रों के लिए और यह प्रश्न हर साल 2 या 3 अंक में पूछा है।
निबंध की परिभाषा
निबंध शब्द नि:+बंध से बना है, जिसका अर्थ अच्छी तरह बंधी हुई परिमार्जित पूर्ण रचना है। अंग्रेजी में निबंध को essay कहते हैं। इसका अर्थ है 'प्रयत्न करना' यह शब्द मूलता फ्रांसीसी शब्द ए साई से बना है। जिसका अर्थ प्रयत्न, प्रयोग और परीक्षण है।
Note- निबंध की परिभाषाएं अनेक विद्वानों द्वारा दी गई हैं परंतु बाबू गुलाब राय के अनुसार निबंध की परिभाषा आपकी परीक्षा में बहुत ज्यादा पूछी जाती है।
बाबू गुलाब राय के अनुसार निबंध की परिभाषा- बाबू गुलाब राय के अनुसार निबंध उस गद्द रचना को कहते हैं, जिसमें एक सीमित आकार के भीतर किसी विषय का वर्णन या प्रतिपादन एक विशेष निजीपन, स्वच्छदंता, सौष्ठव और सजीवता तथा आवश्यक संगति और संबंधता के साथ किया गया हो।
आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार निबंध की परिभाषा-
"यदि गद्य कवियों या लेखकों की कसौटी है तो निबंध गद्य की कसौटी है।"
हड्सन के अनुसार निबंध की परिभाषा
निबंध लेखक के व्यक्तित्व की अभिव्यंजना का नि०र्याज निखरा हुआ स्वरूप है, जो आकार में छोटा कथा विवेचन में संक्षिप्त होता है।
दोस्तों कभी कभी आपसे निबंध की परिभाषा के साथ उनके तत्व भी पूछ लेता है इसलिए प्रमुख तत्व निबंध के नीचे दिए गए हैं -
1.विषय वस्तु
2.भाषा शैली
3. कथोपकथन
4.काव्य बोध