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CG Board assignment 4 Class 12th physics solution pdf november 2021-22:

CG Board assignment 4 Class 12th physics solution pdf november 2021-22:

Cgbse 12th physics assignment 4  solution november 2021:

प्रिय छात्रों इस आर्टिकल में आप CG Board assignment 4 Class 12th physics November maha 2021 मैं जारी कर दिए गए हैं। assignment 4 Class 12th physics का संपूर्ण सॉल्यूशन आप इस पोस्ट में देखने वाले हैं|हमारी इस वेबसाइट के माध्यम से आपको अक्टूबर माह(छ.ग. बोर्ड असाईमेंट 4 डाउनलोड पीडीएफ 2021-22के CG board assignment 4 Class 12 के सभी विषयों(all subject) का सॉल्यूशन इस पोस्ट में आप देखने वाले हैं। CG board assignment 4 class 12th के सभी विषयों का हल आपको हिंदी मीडियम(Hindi medium) और अंग्रेजी मीडियम(English medium) दोनों में प्रोवाइड उपलब्ध कराया जाएगा।

CG Board assignment 4 Class 12th physics subjects download PDF November 2021:

प्रिय छात्रों जैसा की आपको विदित होगा कि CG board assignment 4 Class 12th November maha 2021-22 के सभी पेपर जारी कर दिए गए हैं। ऐसे में आप Class 12th physics assignment 4 और यदि आप November month 2021-22 के Class 12 th assignment 4 के पेपर डाउनलोड नहीं कर पा रहे हैं तो आप इस वेबसाइट मैं (skteach.com) आप पेपर डाउनलोड कर सकते हैं और उसका सॉल्यूशन(solution) भी।

CG Board assignment 4 Class 12 physics solution  PDF November 2021-22:

प्रिय छात्रों छत्तीसगढ़ बोर्ड असाइनमेंट 4 कक्षा 12 वी physics 2021-22 November month  (cg board assignment 4) के सभी सब्जेक्ट(all subjects) का सॉल्यूशन(Solution) की लिंक (link) आपको नीचे दी गई है। वहां पर क्लिक(click) कर आप सभी विषयों के Answer देख पाएंगे ।

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर

शैक्षिक सत्र 2021 22 माह नवंबर

असाइनमेंट -04

कक्षा - बारहवीं

विषय - भौतिक शास्त्र


प्रश्न 1.  प्रत्यावर्ती धारा के श्रेणी परिपथ में एक प्रेरकत्व, संधारित्र, प्रतिरोध के शुरू पर  विभवांतर क्रमशः  23वोल्ट,  8वोल्ट व 20 वोल्ट प्राप्त हुए हैं। ज्ञात कीजिए 

1.परिणामी विभवांतर

2.परिणामी विभवांतर तथा परिपथ धारा के बीच कालांतर

3. प्रतिबाधा आरेख

4. परिपथ के लिए wt के साथ V तथा i में परिवर्तन दर्शाने वाला ग्राफ ।


प्रश्न दो स्नेल का नियम लिखिए। पीले प्रकाश के लिए प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक अंडर रूट 2 तथा प्रिज्म कोणमें 60 डिग्री है। न्यूनतम विचलन की स्थिति में ज्ञात कीजिए 

1.न्यूनतम विचलन कोण

2.आपतन कोण

3.अपवर्तन कोण


प्रश्न 3 प्रकाशिक यंत्र की विभेदन क्षमता को समझाइए। दूरदर्शी की विभेदन क्षमता कैसे बढ़ा सकते हैं?

              एकतारी से 6000 अंगस्ट्रोम तरंग दैर्ध्य का प्रकाश आ रहा है। किसी दूरदर्शी के निवेदन की सीमा क्या होगी यदि उसके अभी दृश्य का व्यास 240 सेंटीमीटर है।


प्रश्न 4 ( a)मानव चिकित्सा में प्रयुक्त होने वाले दो विद्युत चुंबकीय तरंगों के नाम लिखिए। इन दो तरंगों में से किस की आवर्ती अधिक होती है? 


(B)निम्नलिखित तरंगदैर्ध्य विद्युत चुंबकीय वर्णक्रम के किन क्षेत्रों में पढ़ती हैं?


प्रश्न 5 निम्न बिंदुओं के आधार पर ट्रांसफार्मर की व्याख्या कीजिए -

1.नामांकित रेखाचित्र

2.कार्य सिद्धांत

3.परिणमण अनुपात का सूत्र








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Note- अभी इस पोस्ट पर काम चल रहा है बहुत जल्द सभी प्रश्नों के उत्तर अपडेट कर दिए जाएंगे ।

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर

शैक्षिक सत्र 2021 22 माह नवंबर

असाइनमेंट -04

कक्षा - बारहवीं

विषय -राजनीति विज्ञान


निर्देश: दिए गए प्रश्नों को ध्यान पूर्वक हल कीजिए।


प्रश्न 1. राज्य पुनर्गठन आयोग का काम क्या था? इसकी प्रमुख सिफारिशें क्या थी? www.skteach.com

उत्तर . केंद्र सरकार ने सन 1953 में भाषा के आधार पर राज्यों के पुनर्गठन के लिए आयोग बनाया। फजल अली की अध्यक्षता में गठित इस आयोग का कार्य राज्यों के सीमांकन के मामलों पर कार्रवाई करना था। इसने अपनी रिपोर्ट में स्वीकार किया कि राज्यों की सीमाओं का निर्धारण वह बोली जाने वाली भाषा के आधार पर होना चाहिए।


इस आयोग की प्रमुख सिफारिशें निम्नलिखित थी -

1.भारत की एकता व सुरक्षा की व्यवस्था बनी रहनी चाहिए।

2.राज्यों का गठन भाषा के आधार पर किया जाए।

3.भाषाई और सांस्कृतिक सजातीयता का ध्यान रखा जाए ।

4.वित्तीय तथा प्रशासनिक विषयों की ओर उचित ध्यान दिया जाए।

इस आयोग की रिपोर्ट के आधार पर सन 1956 में राज्य पुनर्गठन अधिनियम पारित हुआ। इस अधिनियम के आधार पर 14 राज्य और 6 केंद्र शासित प्रदेश बनाए गए।भारतीय संविधान में वर्णित मूल वर्गीकरण की चार श्रेणियों को समाप्त कर दो प्रकार की इकाइयां रखी गई।


प्रश्न 2. भारत विभाजन के प्रमुख कारणों को लिखिए।

उत्तर


1. सांप्रदायिक दंगे-  खिलाफत आंदोलन और असहयोग आंदोलन के समाप्त हो जाने के बाद देश में सांप्रदायिक दंगे तेजी से बढ़ने लगे तो लेपटॉप इसका सबसे बड़ा उदाहरण है मोपला विद्रोह जिसने हिंदू और मुस्लिम लीग की प्रांतीय सरकारें भी उपद्रवियों की मदद कर रही थी यही कारण था कि अंतरिम सरकार ने भी उन दंगों को रोक नहीं पाई।

2.मुस्लिम लीग की स्थापना एवं मुस्लिम सांप्रदायिकता - मुस्लिम नेताओं ने समय प्रतिनिधिमंडल के दौरान एक केंद्रीय मुस्लिम लीग की स्थापना करने का निर्णय लिया। 30 दिसंबर वर्ष 1960 को अखिल भारतीय मुस्लिम लीग का गठन किया गया इसका प्रमुख उद्देश्य मुसलमानों के हित की रक्षा करना दृष्टिकोण सांप्रदायिकता और हट धार्मिक करना था। मुस्लिम मुस्लिम लीग द्वारा पाकिस्तान की प्राप्ति के लिए सीधी कार्रवाई शुरू कर के सांप्रदायिक दंगों का सहारा लिया गया। इन दंगों को रोकने के लिए विभाजन के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा था।


3.पाकिस्तान की मांग वर्ष 1930 में सर मोहम्मद के खिलाफ जो मुस्लिम लीग के सभापति थे ने भाषणों में यह कहा कि मुस्लिम हितों की रक्षा के लिए एक पृथक राज्य की स्थापना करना अनिवार्य है। इकबाल ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों को अपने हितों के लिए लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया और साथ मिलकर पाकिस्तान बनाए जाने की मांग की। पाकिस्तान शब्द का प्रयोग सबसे पहले लंदन में स्थित कैंब्रिज विश्वविद्यालय की एक विद्यार्थी जिनका नाम चौधरी रहे अली एवं उनके तीन साथियों ने जनवरी 1933 ईस्वी में प्रकाशित किए गए छोटी पंपलेट ‘अब या फिर कभी नहीं’ में किया था।


4. माउंटबेटन का प्रभाव- माउंटबेटन ने यह अनुभव किया कि सांप्रदायिक दंगों के कारण स्थिति अनियंत्रित होती जा रही है। इस स्थिति को देख माउंटबेटन ने यह विचार किया कि भारत को विभाजित करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। इस दौरान अंग्रेजों ने भारत छोड़ने की तिथि जून 1948 की को नहीं बल्कि 15 अगस्त 1947 घोषित कर दी। जिससे कांग्रेस के सामने केवल दो ही विकल्प रह गए पहला ग्रहयुद्ध और दूसरा पाकिस्तान अंततः भारत विभाजन किया गया।


5. कांग्रेस की त्रुटि पूर्ण एवं दुर्बल नीति- कांग्रेस की त्रुटि पूर्ण एवं दुर्बल नीतियों भी भारत विभाजन का एक प्रमुख कारण थी। कांग्रेस द्वारा मुस्लिम लीग की मांगों को भी स्वीकार कर लिया गया जो अनुचित। कांग्रेस ने अनेक अवसरों पर अपने सिद्धांतों को भी त्याग दिया। जिसका परिणाम यह हुआ कि कांग्रेस ने वर्ष 1916 के लखनऊ समझौता में मुसलमानों के प्रत्येक प्रतिनिधित्व और उनको जनसंख्या से अधिक अनुपात में व्यवस्था विकास अभाव में सदस्य भेजने के अधिकारों को स्वीकार करते हुए मुसलमानों को अत्यधिक बढ़ावा दिया ।


प्रश्न 3 योजना आयोग के कोई चार कार्य लिखिए।

उत्तर भारत में योजना आयोग के संबंध में कई संवैधानिक प्रावधान नहीं है। 15 मार्च 1950 को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा पारित प्रस्ताव के द्वारा योजना की स्थापना की गई थी। योजना आयोग का अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता है। 13 अगस्त 2014 को योजना आयोग खत्म कर दिया गया और इसके जगह पर नीति आयोग का गठन हुआ। नीति आयोग भारत सरकार की एक थिंक टैंक है। योजना आयोग का हेड क्वार्टर योजना भवन के नाम से जाना जाता था। यह नई दिल्ली में है। 

इसके अतिरिक्त इस की अन्य कार्य हैं.

1.देश के संसाधनों का आकलन करना।

2. इन संसाधनों के प्रभावी उपयोग के लिए पंचवर्षीय योजनाओं का निर्माण करना।

 3.  प्राथमिकताओं का निर्धारण और योजनाओं के लिए संसाधनों का आवंटन करना।

4.  योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए आवश्यक मशीनरी का निर्धारण करना।

 5. योजनाओं की प्रगति का आवधिक मूल्यांकन करना।

6.  देश के संसाधनों का सबसे प्रभावी और संतुलित ढंग से उपयोग करने के लिए योजनाओं का निर्माण करना। 

7.  आर्थिक विकास को बाधित करने वाले कारकों की पहचान करना।


२०१४ मैं तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे भंग करने की घोषणा कर दी तथा २०१५ जनवरी में इसके स्थान पर नीति आयोग के गठन किया गया।


प्रश्न 4. निजी क्षेत्र बनाव सार्वजनिक क्षेत्र के मुद्दों को लिखिए।

उत्तर भारत के विकास में एक दूसरा मुद्दा निजी क्षेत्र तथा सार्वजनिक क्षेत्र की प्राथमिकता को लेकर था। निजी क्षेत्र का अभिप्राय निजी नियंत्रण में संचालित उद्योगों से है तथा सार्वजनिक क्षेत्र का अभिप्राय सरकार के नियंत्रण में संचालित उद्योगों से है। निजी क्षेत्र का लाभ यह है कि इसमें प्रतियोगिता के कारण तीव्र आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया जा सकता है।

   सार्वजनिक क्षेत्र के पक्ष में मुख्य तर्क यह है कि जनहित में अर्थव्यवस्था में संचालन के लिए कई महत्वपूर्ण उद्योगों जैसे रेल यातायात रक्षा उत्पादन आदि में सरकार का नियंत्रण आवश्यक है। पुणे सरकारी क्षेत्रों द्वारा रोजगार उपलब्ध कराने के साथ-साथ सरकार की पूंजी में भी वृद्धि की जाती है।


जो कि भारत में मिश्रित अर्थव्यवस्था को अपनाया है,भारत में यह बहस इन दोनों क्षेत्रों में से किसी एक क्षेत्र को प्राथमिकता देने से संबंधित है। भारत में 1950 से लेकर 1991 तक सार्वजनिक क्षेत्र को प्राथमिकता दी गई तथा राज्य की विकास नीतियों के परिप्रेक्ष्य में निजी क्षेत्र पर लाइसेंस आदि के माध्यम से प्रतिबंध लगाए गए। इस युद्ध में सार्वजनिक क्षेत्र को अर्थव्यवस्था की कमांडिंग हाइट की संज्ञा दी गई।


विश्व के अधिकांश देशों की तरह भारत ने भी 1991 में आर्थिक उदारीकरण की नीति को अपना लिया। इस नीति के अंतर्गत अर्थव्यवस्था में राज्य का नियंत्रण कम हो गया। सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों का भी नवीनीकरण किया जा रहा है। अर्थात उनकी पूंजी को निजी हाथों में बेचा जा रहा है। निजी क्षेत्र पर लगाए गए अधिकांश प्रतिबंध हटा लिए गए हैं अतः अर्थव्यवस्था में निजी क्षेत्र की भूमिका को बढ़ाया गया है। इतना ही नहीं भारत में नई नीतियों के अंतर्गत विदेशी निजी पूंजी को भी आकर्षित करने का प्रयास किया गया है। 1991 के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था में सार्वजनिक क्षेत्र की तुलना में निजी क्षेत्र को प्राथमिकता प्रदान की गई है। इस बदलाव का मुख्य लाभ यह है कि विकास के लिए आवश्यक पूंजीवाद तकनीकी उपलब्ध हो सकेगी तथा प्रतियोगिता के कारण आर्थिक विकास को सुनिश्चित किया जा सकेगा।


प्रश्न 5 भारत में सार्वजनिक (सरकारी ) क्षेत्र के ठीक ढंग से काम ना करने के कोई दो कारण बताइए।

उत्तर भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के ठीक ढंग से काम ना करने के कोई दो कारण :


1.सार्वजनिक क्षेत्र में सार्वजनिक उद्यमों की स्वायत्तता नहीं दी जाती जिससे कार्यकुशलता में कमी होती है।


2.सार्वजनिक क्षेत्र में लालफीताशाही और नौकरशाही का बोलबाला है जिस कारण सार्वजनिक क्षेत्र की कार्यकुशलता निजी क्षेत्र से कम रह जाती है।


3. सारणी क्षेत्र में परिपक्वता की लंबी अवधि से अनुमानित खर्च में अत्यधिक वृद्धि हो जाती है जिस कारण लाभ की अपेक्षा हानि नहीं कर पाते।


4. भारत में सार्वजनिक क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण समस्या यह है कि सार्वजनिक उद्यम अपनी उत्पादन क्षमता का पूरा प्रयोग नहीं कर पाते।


5. भारत में सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख समस्या प्रबंध व्यवस्था का कुशल ना होना है। क्षेत्र में कर्मचारियों में अनुशासनहीनता तथा भ्रष्टाचार पाया जाता है।


मुख्य विवाद-  शुरुआती दौर में विकास की जो रणनीति अपनाई गई उन पर बड़े सवाल उठे। है या हम ऐसे दो सवालों की चर्चा करेंगे जो आज भी प्रासंगिक हैं।


1.कृषि बनाम उद्योग:   नियोजन प्रणाली की शुरुआत के साथ ही यह विवाद पर आरंभ हुआ कि कृषि को प्राथमिकता दी जाए अथवा उद्योग को। भारत की अर्थव्यवस्था उस समय पिछली थी और कृषि के माध्यम से विकास करने से ही राष्ट्र का कल्याण संभव माना गया। इस विचारधारा के समर्थकों ने निम्नलिखित तर्क दिए-


1.भारत की 70% आबादी कृषि एवं इससे संबंधित कार्यों में लगी हुई है। 



CG board assignment 4 Class 12 solution All subject Solution November 2021-22

Assignment- 3

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CG board assignment 4 मैं अच्छा उत्तर कैसे लिखें?

अगर आप जानना चाहते हैं कि असाइनमेंट 4 मैं अच्छा उत्तर कैसे लिखा जाता है तो आप पोस्ट को पूरा पढ़ें।यदि आप असाइनमेंट लिखने जा रहे हैं तो सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि असाइनमेंट लिखने के लिए आपको किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है।

Cg board assignment 4 October 2021 मैं जारी कर दिए गए हैं, इनको लिखने के लिए सबसे पहले आप बाजार से बड़े आकार के पेपर य प्रोजेक्ट पेपर खरीदले साथ ही आप एक ब्लू पेन भी खरीदे। इस बात का ध्यान रखें कि आप लाल पेन का बिल्कुल भी इस्तेमाल ना करें। असाइनमेंट लिखते समय आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना है जो आपको नीचे बताई गई हैं।


CG board assignment 4 October 2021 मैं लिखते समय निम्न बातों का ध्यान रखें:

1.असाइनमेंट में दिए गए शब्द सीमा में ही सभी प्रश्नों के उत्तर लिखें।

2.लाल पेन का उपयोग ना करें।

3.अनावश्यक शब्दों का प्रयोग ना करें।

4.प्रश्न की आवश्यकता के अनुसार ही अपना उत्तर दें।

5.सबसे महत्वपूर्ण सुंदर हैंड राइटिंग में लिखें।


CG board assignment 4 October 2021 का first कैसे बनाएं?

असाइनमेंट के फर्स्ट पेज को फिल कर दे में ज्यादातर स्टूडेंट्स गलती कर देते हैं। असाइनमेंट के फर्स्ट पेज में जो आपको सूचना दी जाती है उसी के अनुसार आपको उसे फिल करना होता है। जैसे कि पाठ्यक्रम का कोड असाइनमेंट को टॉपिक का नाम आपका नाम और आपके पिताजी का नाम भी पूछा जा सकता है। यह जानकारी भरना बहुत ही ज्यादा आवश्यक होता है इसके बिना आप का असाइनमेंट स्वीकार नहीं किया जाएगा। फर्स्ट पेज पर सारी जानकारी भरने के बाद आप असाइनमेंट लिखना शुरू कर सकते हैं। असाइनमेंट पूरा लिखने की बात आप यह भी जान लीजिए कि असाइनमेंट आपको अपनी हैंडराइटिंग में लिखना होगा आप उसे टाइप करके नहीं लिख सकते और आप अपने किसी घर के मेंबर से भी असाइनमेंट नहीं लिखवा सकते। अगर वोट को यह पता चलता है कि आपने अपना सीमेंट किसी दोस्त या घर के किसी अन्य मेंबर से लिखवाया है तो आपका असाइनमेंट एसटीडी किया जा सकता है। कुछ विशेष परिस्थितियों में आपको छूट दी जा सकती है पर आपको असाइनमेंट स्वयं ही लिखना पड़ेगा आपको प्रत्येक असाइनमेंट की एक अलग से फाइल बना लेनी है। अगर आप इन सभी बातों का ध्यान रखकर अपना असाइनमेंट लिखना स्टार्ट करते हैं तो आप का असाइनमेंट बहुत ही आकर्षक और सबसे यूनिक रहेगा। ऊपर दी गई सभी बातों को ध्यान में रखकर ही अपना असाइनमेंट लिखना स्टार्ट करें ।


Assignment 4 को लिखते समय कौन-कौन सी सावधानी हैं जिनका विशेष ध्यान रखें?

1.असाइनमेंट लिखने की पूर्व आप रफ वर्क जरूर करें। इससे क्या होगा आप जो गलती करती हैं आप वह सुधार सकती हैं और आप का असाइनमेंट बिल्कुल क्लीन और सांप दिखेगा इससे एग्जामिनर आप के अंक नहीं काटेगा।

2.असाइनमेंट के प्रत्येक सवाल को एक से दो बार पढ़ कर ही अपना उत्तर लिखिए और इस बात का ध्यान रखें कि प्रश्न में जो बात पूछी गई है उसी का उत्तर सबसे पहले थी और प्रश्न की शब्द सीमा का भी ध्यान रखें।

3.प्रश्न का उत्तर लिखने से पहले क्वेश्चन से संबंधित टॉपिक के बारे में अपनी बुक में पढ़ें।

4.अगर हो सके तो डायग्राम का उपयोग असाइनमेंट में जरूर करें

5.असाइनमेंट में अपनी उत्तर को पॉइंट वायपॉइंट लेकिन इससे एग्जामिनर को सहूलियत होगी आपकी कॉपी चेक करने में और वह आपकी कॉपी को अच्छी तरीके से चेक कर अच्छे अंक दे पाएगा।

6.उत्तर लिखते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भाषा में त्रुटि ना हो। मात्रा और व्याकरण संबंधी गलतियां पर विशेष ध्यान दें।।

7.असाइनमेंट में ज्यादा कलर का उपयोग ना करें ।









2. दूसरे महायुद्ध एवं भारत विभाजन के कारण कृषि क्षेत्र को सबसे अधिक मार झेलनी पड़ी जिससे देश का सामाजिक आर्थिक संतुलन प्रभावित हुआ।


3. कृषि के क्षेत्र में अपनाई गई गतिविधियों का परिणाम शीघ्र आता है जबकि उद्योगों के परिणाम देर से निकलते हैं।






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