जीवनी और आत्मकथा में अंतर||Jivani Aur Atmakatha Mein Antar
दोस्तों इस लेख में हम आपको जीवनी और आत्मकथा मैं अंतर के बारे में बताने जा रहे हैं । यह आर्टिकल कक्षा नौवीं से बारहवीं के सभी छात्रों को समर्पित है जो गूगल पर यह सर्च कर रही है की जीवनी किसे कहते हैं? आत्मकथा किसे कहते ? जीवनी और आत्मकथा में दो अंतर लिखिए . जीवनी और आत्मकथा में अंतर इन सभी प्रश्नों के उत्तर आप को इस आर्टिकल में मिलने वाले हैं तो इसलिए इस आर्टिकल को पूरा ध्यान से पढ़िए
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Jivani aur aatmkatha mein antar
अगर आप भी जीवनी और आत्मकथा में अंतर गूगल पर सर्च कर रहे हैं तो आप सही जगह पर आ चुके हैं आज की इस पोस्ट में हम आपको जीवनी और आत्मकथा में अंतर बताने वाले हैं जीवनी और आत्मकथा में अंतर याद करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। जीवनी और आत्मकथा देखी जाए तो हम जब भी जीवनी और आत्मकथा को पढ़ते हैं तो हमें कुछ ही अंतर नजर आता है अधिकतर छात्र यही अंतर समझ नहीं पाते और जीवनी और आत्मकथा लिखते वक्त यही गलती करते हैं और नंबर कट जाते हैं आपको इस पोस्ट में हम जीवनी और आत्मकथा से रिलेटेड सभी जानकारी बताने वाले हैं जिससे आप सभी की गलती होने से बच जाए और आपकी जीवनी और आत्मकथा में अंतर लिखते समय कोई भी गलती ना हो और आपको एग्जाम में पूरे अंक मिले जीवनी और आत्मकथा पीडीएफ डाउनलोड करने के लिए भी ऑफिस से पोस्ट को अंदर तक अवश्य पढ़ें।
जीवनी और आत्मकथा में अंतर क्लास 12th
अगर आप कक्षा बारहवीं के छात्र हैं और आप जीवनी और आत्मकथा में अंतर ढूंढ रहे हैं और गूगल पर सर्च कर रहे हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आ चुकी है यहां पर हम आपको जीवनी और आत्मकथा में अंतर बताने वाले हैं कक्षा बारहवीं के लिए यह जीवनी और आत्मकथा में अंतर है अगर आप यहां से करेंगे तो आपकी एक भी नंबर नहीं कटेंगे जीवनी और आत्मकथा में याद करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा क्योंकि जीवनी होती क्या है इसके बारे में आपको थोड़ी बेसिक नॉलेज होना आवश्यक है इसके बाद आपको यहां पर आत्मकथा के बारे में जानकारी होना आवश्यक है की आत्मकथा क्या होता है चलिए हम आपको बता देते हैं की जीवनी और आत्मकथा आखिरकार होती क्या है ताकि आप सभी को कोई भी गलती होने की गुंजाइश बिल्कुल भी ना हो।Jivani aur aatmkatha mein Antar PDF download
आत्मकथा -आत्मकथा जैसे ही की नाम से ही स्पष्ट हो रहा है कि आत्मकथा हम स्वयं में पर लिखते हैं. बस आपको यह सी पॉइंट को ध्यान में रखते हुए आत्मकथा को लिखना है.
जीवनी -जीवनी हमेशा दूसरे व्यक्ति पर लिखी जाती है इसी बात को आप को ध्यान में रखकर जीवनी को लिखना है अगर आप यह दोनों पॉइंट भूल जाते हैं तो आत्मकथा और जीवनी में आप अंतर नहीं लिख पाएंगे और आपके एग्जाम में गलत क्वेश्चन करके आएंगे तो आपके अंक भी कर सकते हैं.
जीवनी किसे कहते हैं ?
जीवनी हिंदी साहित्य की एक महत्वपूर्ण विधा है। जीवनी में किसी विशिष्ट व्यक्ति या महापुरुष के जन्म से लेकर मृत्यु तक की महत्वपूर्ण घटनाओं का चित्रण किया जाता है। जीवनी में लेखक पूरी तरह तटस्थ रहता है।इसमें प्रमाणिकता की आवश्यकता होती है
(1)रामविलास शर्मा-निराला की साहित्य साधना।
(2)अमृत राय-कमल का सिपाही।
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jivani aur atmakatha mein antar
नई कविता की विशेषताएं लिखिए
आत्मकथा किसे कहते हैं ?
आत्मकथा का शाब्दिक अर्थ है अपनी कथा।आत्मकथा किसी विशिष्ट व्यक्ति के द्वारा लिखा गया ऐसा आख्यान है जिसमें लेखक अपनी जीवन की कथा स्मृतियों के आधार पर लिखता है। इस विधा में लेखक के कई अज्ञात और गोपनीय पहलू प्रगट होते हैं।
प्रमुख आत्मकथा कार एवं उनकी प्रमुख रचनाएं -
(1) गुलाब राय मेरी -असफलताएं
(2) महात्मा गांधी- सत्य के प्रयोग
(3) हरिवंश राय बच्चन- क्या भूलूं क्या याद करूं।
जीवनी और आत्मकथा में अंतर -
जीवनी
1-जीवनी में किसी दूसरे व्यक्ति के जीवन का वर्णन रहता है।
2-जीवनी सत्य घटनाओं पर आधारित होती है।
3-जीवनी में लेखक तटस्थ रहता है।
4-जीवनी में प्रमाणिकता की आवश्यकता होती है।
प्रमुख कवि -
(1)रामविलास शर्मा-निराला की साहित्य साधना।
(2)अमृत राय-कमल का सिपाही।
आत्मकथा
1-आत्मकथा में लेखक स्वयं अपने जीवन की घटनाओं का वर्णन करता है।
2-आत्मकथा काल्पनिक भी हो सकती है।
3-आत्मकथा में लेखक तटस्थ नहीं रहता।
4-आत्मकथा में प्रमाणिकता की कोई आवश्यकता नहीं होती।
प्रमुख कवि -
(1) गुलाब राय मेरी -असफलताएं
(2) महात्मा गांधी- सत्य के प्रयोग
(3) हरिवंश राय बच्चन- क्या भूलूं क्या याद करूं।
अब हम आपको बताएंगे जीवनी और आत्मकथा में किस प्रकार से आप अंतर लिख सकते हैं। jivani aur atmakatha mein antar लिखना सीखिए बिल्कुल आसान तरीके से।
जीवनी और आत्मकथा में अंतर-