K-12 Education System in India (K-12 शिक्षा प्रणाली)
![]() |
K-12 Education System |
K-12 का मतलब क्या है?
K का अर्थ है Kindergarten और 12 का मतलब है 12th. K-12 Education System in India (K-12 शिक्षा प्रणाली)। यानी KG से लेकर 12th तक की पूरी शिक्षा प्रणाली को K-12 Education System कहते हैं।
K-12 Education Structure
Stage | Classes |
---|---|
Kindergarten | LKG, UKG |
Primary | 1st – 5th |
Middle | 6th – 8th |
Secondary | 9th – 10th |
Senior Secondary | 11th – 12th |
K-12 Curriculum (पाठ्यक्रम)
- Core Subjects: Mathematics, Science, Social Science, Languages
- Skill-based Learning
- Digital and Online Education
K-12 vs CBSE/Other Boards
K-12 एक शिक्षा मॉडल है जबकि CBSE एक परीक्षा बोर्ड है। CBSE, ICSE या State Boards अपने पाठ्यक्रम में K-12 model अपना सकते हैं।
Advantages of K-12 Education
- Holistic Development
- Flexible Curriculum
- Global Opportunities
Challenges in India
- Digital Divide
- ग्रामीण क्षेत्रों में कम पहुँच
- Implementation Issues
K-12 Education System छात्रों को KG से 12th तक एक निरंतर और संगठित शिक्षा प्रदान करता है। भारत में इसके लागू होने से शिक्षा और भी आधुनिक और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन सकती है।
K-12 शिक्षा प्रणाली की शुरुआत क्यों की गई?
K-12 शिक्षा प्रणाली का मतलब है Kindergarten (नर्सरी/आंगनवाड़ी स्तर) से लेकर कक्षा 12 तक की पढ़ाई। इसे शुरू करने के पीछे मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को एक बेहतर और मजबूत शिक्षा व्यवस्था देना था।
मुख्य कारण:
1. मजबूत नींव तैयार करना – छोटे बच्चों को शुरुआती कक्षाओं से ही सही दिशा में शिक्षा देकर उनका आधार मजबूत करना।
2. समान शिक्षा अवसर – सभी विद्यार्थियों को एक जैसी और संतुलित शिक्षा उपलब्ध कराना।
3. वैश्विक स्तर पर समानता – दुनिया के विकसित देशों की तरह भारत में भी शिक्षा को अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुसार ढालना।
4. समग्र विकास – सिर्फ किताबों तक सीमित न रहकर खेल, कला, भाषा और कौशल विकास पर ध्यान देना।
5. भविष्य की तैयारी – विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा और करियर के लिए पहले से तैयार करना।
6. ड्रॉपआउट रोकना – शिक्षा को रोचक और आसान बनाकर बच्चों को पढ़ाई बीच में छोड़ने से बचाना।
भारत के प्रतिष्ठित K–12 स्कूल (नाम और स्थान सहित)
नीचे एक सूची दी गई है, जो भारत में कई शहरों में मौजूद प्रसिद्ध K–12 स्कूलों को दर्शाती है:
1. The Asian School, देहरादून (उत्तराखंड)
– बोर्डिंग + को-एड, CBSE पाठ्यक्रम, हिल्स के दृश्य के साथ आधुनिक सुविधाएँ
2. St. Xavier’s Collegiate School, कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
– दिन स्कूल (केवल लड़के), CISCE पाठ्यक्रम, लंबा इतिहास और सह-शैक्षिक गतिविधियाँ
3. Delhi Public School, Vasant Kunj, दिल्ली
– दिन-कम्पस स्कूल, CBSE पाठ्यक्रम, सभी कक्षाएँ (KG–12)
4. Shree Swaminarayan Gurukul International School, हैदराबाद (तेलंगाना)
– दिवस-आवासीय स्कूल, लंबे समय से स्थापित, K–12 तक की पढ़ाई
5. Bombay Scottish School, मुंबई (महाराष्ट्र)
– K–12 सूची में शामिल, ICSE/ISC पाठ्यक्रम, प्रतिष्ठित और समग्र विकास पर जोर
6. St. John’s High School, चंडीगढ़
– K–12 तक शिक्षा, सूची में शामिल प्रतिष्ठित स्कूलों में
7. Sainik School, घोरकhal (नैनीताल, उत्तराखंड)
– सैन्य-प्रवेशित बोर्डिंग स्कूल, कक्षा VI–XII, CBSE पाठ्यक्रम
8. Greenwood International High School, बेंगलुरु (कर्नाटक)
– दिवस-आवासीय, Co-ed, IB / IGCSE / ICSE पाठ्यक्रम
9. Emerald Heights International School, इंदौर (मध्य प्रदेश)
– CBSE और AP पाठ्यक्रम, कक्षा VI–XII, व्यापक सुविधा संपन्न परिसर
10. The Scindia School, ग्वालियर (मध्य प्रदेश)
– बोर्डिंग, प्रतिष्ठित, समग्र विकास हेतु सुविधाएँ
11. Kundan Vidya Mandir, लुधियाना (पंजाब)
– निजी, Co-ed, CBSE-आधारित स्कूल, Kindergarten से कक्षा 12 तक
12. C P Goenka International School, मुंबई/ठाणे/पुणे
– Co-ed, K–12, विभिन्न पाठ्यक्रमों का मिश्रण—IGCSE, CBSE, ICSE, और IB offers किया जाता है
13. Prometheus School, नोएडा (उत्तर प्रदेश)
– को-एड, IB
Continuum (PYP, MYP, DP) + Cambridge IGCSE, K–12
K-12 में एडमिशन कैसे होता है?
K-12 शिक्षा प्रणाली में एडमिशन की प्रक्रिया स्कूल और बोर्ड (CBSE, ICSE, IB, State Board आदि) के अनुसार थोड़ी अलग हो सकती है, लेकिन सामान्यत: तरीके लगभग एक जैसे रहते हैं।
1. आवेदन पत्र (Application Form) भरना
अभिभावक को स्कूल की वेबसाइट या ऑफिस से एडमिशन फॉर्म लेना होता है।
फॉर्म में बच्चे की बुनियादी जानकारी (नाम, जन्मतिथि, पता आदि) भरनी होती है।
2. आवश्यक दस्तावेज जमा करना
- अधिकतर स्कूल एडमिशन के समय ये दस्तावेज मांगते हैं:
- जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate)
- पिछले स्कूल का ट्रांसफर सर्टिफिकेट (यदि बच्चा पहले पढ़ चुका है)
- मार्कशीट / रिपोर्ट कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आधार कार्ड / पहचान पत्र
3. एडमिशन टेस्ट / इंटरव्यू
छोटे बच्चों (नर्सरी, LKG, UKG) में आमतौर पर केवल इंटरैक्शन या पेरेंट्स इंटरव्यू लिया जाता है।बड़ी कक्षाओं (कक्षा 1 से ऊपर) में लिखित परीक्षा या इंटरव्यू हो सकता है ताकि स्कूल यह देख सके कि बच्चा किस स्तर पर है।
4. फीस जमा करना
चयन होने पर अभिभावक को एडमिशन फीस और पहली किस्त जमा करनी होती है। फीस जमा करने के बाद ही एडमिशन पक्का माना जाता है।
5. क्लास अलॉटमेंट
बच्चे को उसकी उम्र और योग्यता के अनुसार उचित कक्षा में दाखिला दिया जाता है।
Q1. K-12 का मतलब क्या होता है?
Ans: Kindergarten से 12th तक की शिक्षा प्रणाली।
Q2. K-12 और CBSE में क्या अंतर है?
Ans: K-12 एक मॉडल है, CBSE एक परीक्षा बोर्ड।
Q3. K-12 भारत में कब लागू हुआ?
Ans: नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के बाद इसे बढ़ावा दिया गया।
एक टिप्पणी भेजें
आपकी राय जरूर बताएं