Mp Tet varg 3 Hindi old Question paper solution|varg 3 old questions paper Pdf
mp tet varg 3 old question paper solution 2022-मध्य प्रदेश में हुए वर्ग 3 के हिंदी विषय के सभी ओल्ड क्वेश्चन पेपर आप यहां से डाउनलोड कर पाएंगे ।varg 3 old questions paper 2022 के हिंदी विषय की सभी शिफ्ट के प्रश्न पत्र आपके यहां पर बताएं जाएंगे । mptet varg 3 questions paper पेपर के सभी प्रश्न नीचे सॉल्यूशन सहित दिए गए हैं ।वर्ग 3 के आगामी एक्जाम को देखते हुए सभी छात्रों को इन सभी शिफ्ट में हुए प्रश्न पत्र की अच्छी तरीके से प्रेक्टिस करना होगा ।
Mp Varg 3 Model Question Paper|Mp Tet Old Question Paper
Test date 05 Mar 2022
Test Slot Shift 1
Subject : Hindi Bhasha 01
Q.No: 1 निम्न में से कौन-सा शिक्षण का सिद्धांत नहीं है?
A स्वाभाविकता का सिद्धांत
B मूर्त से अमूर्त की ओर
C निगमन से आगमन की ओर
D सरल से कठिन की ओर
Correct Ans : C
Subject : Hindi Bhasha 01
Q.No: 2 भाषा अर्जित करना _______
A कठिन होता है
B सहज स्वाभाविक होता है
C भाषा सीखने में बाधक होता है
D समय की हानि होती है
Correct Ans : B
Q.No: 3 निम्न में से उपचारात्मक शिक्षण की सफलता मुख्यतः किस पर निर्भर करती है?
A केवल बच्चों की समाज-सांस्कृतिक पृष्ठभूमि पर
B केवल बच्चों की भाषागत त्राुटित्राु यों की सूची बनाने पर
C केवल बच्चों की भोज्य व्यवस्था का ध्यान रख कर
D समस्याओं के कारणों की सही पहचान पर
Correct Ans : D
Q.No: 4 कहानी-कथन के उद्देश्यों में कौन-सा पक्ष शामिल नहीं है?
A शब्द भण्डार का विकास
B कल्पनाशीलता का विकास
C सृजनात्मकता का विकास
D भाषा के लिखित रूप से परिचय
Correct Ans : D
Q.No: 5 मूल्यांकन का मुख्य उद्देश्य होता है यह जानना कि-
Aबच्चों ने कितने पाठ पढ़े हैं
B शिक्षक ने कितने पाठ पढ़ाए हैं
C बच्चे कैसे सीखते हैं
Dअगली कक्षा में उन्नत करना
Correct Ans : C
Q.No: 6 कविता को भावपूर्ण तरीके से पढ़ना ________
A कविता शिक्षण का एक गौण उद्देश्य है
B कविता के भाव को समझने में सहायता करता है
C बच्चों का मनोरंजन करता है
D बच्चों को छन्द, अलंकार की जानकारी देता है
Correct Ans : B
Q.No: 7 लिखित कार्य की जाँच में बच्चों की सहायता लेने से-
A केवल पठन कौशल का अभ्यास होता है।
B बच्चे ज्यादा गलतियाँ ढूँढना सीख जाते हैं।
C बच्चों को दूसरो के हस्त लिखित सामग्री को पढ़ने का अवसर और अवलोकन क्षमता के विकास का अवसर मिलता है।
D बच्चे दूसरों के विचारों से परिचित होते हैं।
Correct Ans : C
Q.No: 8 लोकगीतों को भाषा की कक्षाओं में स्थान दिया जाना चाहिए क्योंकि क्यों -
A लोकगीतों को बढ़ावा देना भाषा-शिक्षण का मुख्य उद्देश्य है।
B लोकगीत गाए जा सकते हैं।
C केवल लोकगीतों के माध्यम से पारंपरिक मूल्यों की शिक्षा दी जा सकती है।
D इससे बच्चे संस्कृतिगत विशेषताओं से परिचित होते हैं।
Correct Ans : D
Q.No: 9 पाठ-पढ़कर बच्चों से प्रश्न बनवाने से-
A इस बात का पता चलता है कि बच्चे प्रश्नवाचक शब्दों से परिचित हैं या नहीं
B शिक्षक को यह जानने का अवसर मिलता है कि बच्चों ने पाठ को कितनी गहराई से समझा है।
C कक्षा-कार्य की अच्छी युक्ति पूरी होती है
D प्रश्न बनाने की आदत का विकास होता है।
Correct Ans : B
Subject : Hindi Bhasha 01
Q.No: 10 भाषा विकास का द्वितीय चरण निम्न में से क्या है?
A बोलना
B पढ़ना
C लिखना
D सुनना
Correct Ans : A
Q.No: 11 बच्चों में हिन्दी भाषा सिखाने के प्रति रुचि उत्पन्न करना, यह उद्देश्य है-
A उच्च स्तर के छात्रों के लिए
B प्राथमिक स्तर के छात्रों के लिए
C माध्यमिक स्तर के छात्रों के लिए
D केवल हायर स्कूल के छात्रों के लिए
Correct Ans : B
Q.No: 12 कक्षा आठ के बच्चों के लिए साहित्य का चयन करते समय आपके लिए निम्न में से क्या जानना सर्वाधिक जरूरी है?
A बच्चों की मनोवैज्ञानिक विशेषताएं
B बच्चों की भाषा प्रयोग की क्षमता
C पुस्तक के प्रकाशन से संबंधित जानकारी
D बच्चों की मनोवैज्ञानिक विशेषताएं और भाषा प्रयोग की क्षमता
Correct Ans : D
Q.No: 13 नाटक, सिनेमा, परिचर्चा, वाद-विवाद आदि बच्चों की _________ व स्वाभाविक _________ एवं _______ प्रतिक्रिया व्यक्त करने की क्षमता का विकास करने में मदद करते हैं।
A स्वतंत्र, मौखिक, लिखित
B मानक, सहज, अप्रभावी
C योजना, सरलता, लिखित
D अभियंजना , व्यक्तिगतता, मौखिक
Correct Ans : A
Q.No: 14 भाषा सीखने में होने वाली त्रुटियां
A बच्चे, शिक्षक पाठ्यक्रम आदि की असफलताओं के संकेतक हैं
B सही नहीं है इनके प्रति कठोर रवैया अपनाना चाहिए
C भाषा सीखने की प्रक्रिया के स्वाभाविक पड़ाव है
D भाषा-प्रयोग की असफलता की ओर संकेत करती है
Correct Ans : C
Q.No: 15 पाठ्य पुस्तक भाषा शिक्षण में मुख्यतः क्या सहायता करती है?
A बच्चों को विभिन्न पर्वों की जानकारी देती है
B व्याकरणिक नियम कंठस्थ कराती है
C भाषा की विभिन्न घटाएं प्रस्तुत करती है
D बच्चों का आकलन करती है
Correct Ans : C
Passage:
निर्देश: नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नो के सबसे उचित उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिए-
“हम जब-जब असंगठित हुए, हमें आर्थिक व राजनीतिक रूप में इसकी कीमत चुकानी पड़ी। हमारे विचारों में जब-जब संकीर्णता आई, आपस में झगड़े हुए। हमने जब कभी नए विचारों से अपना मुख मोड़ा, हमें हानि ही हुई, हम विदेशी
शासन के अधीन हो गए।” ये बातें स्व. प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गाँधी ने अखिल भारतीय राष्ट्री य एकता सम्मेलन के दौरान कही थीं।थीं सचमुच राष्ट्री य एकता सशक्त और समृद्ध राष्ट्र की आधारशिला होती है। राष्ट्री य एकता का तात्पर्य है—
राष्ट्र के विभिन्न घटकों में परस्पर एकता, प्रेम एवं भाईचारे का कायम रहना।
भारत में कई धर्मों एवं जातियों के लोग रहते हैं, जिनके रहन-सहन एवं आस्था में अन्तर तो है ही, साथ ही उनकी भाषाएँ भी अलग-अलग हैं। इन सबके बावजूद पूरे भारतवर्ष के लोग भारतीयता की जिस भावना से ओत-प्रोत रहते हैं, उसे
राष्ट्री य एकता का विश्वभर में सर्वोत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। रवीन्द्रनाथ ‘टैगोर’ ने कहा “भारत की एकता तथा चेतना समय की कसौटी पर सही सिद्ध हुई है।”
राष्ट्र की आन्तरिक शान्ति तथा सुव्यवस्था और बाहरी दुश्मनों से रक्षा के लिए राष्ट्री य एकता परम आवश्यक है। यदि हम भारतवासी किसी कारणवश छिन्न-भिन्न हो गए, तो हमारी पारस्परिक फूट को देखकर अन्य देश हमारी स्वतन्त्रता
को हड़पने का प्रयास करेंगे। इतिहास के अध्ययन से हमें पता चलता है कि प्राचीनकाल में समूचा भारत एक ही सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध था, किन्तु आन्तरिक दुर्बलता के कारण विदेशी शक्तियों ने हम पर आधिपत्य स्थापित कर लिया। इन
विदेशी शक्तियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करना शुरू किया, जिससे हमारी आस्थाओं एवं धार्मिक मूल्यों का धीरे-धीरे पतन होने लगा। हमें राष्ट्री य एकता कायम रखने की आवश्यकता है, तभी हम ‘डॉ. एस राधाकृष्णन’ की
कही गई इस बातको सही साबित कर सकते हैं— “भारत ही अकेला देश है, जहाँ मन्दिरों,रों गिरिजाघरों,रों मस्जिदों,दों गुरूद्वारों और मठों में शान्तिपूर्ण सह-अस्तित्व है।”
आज देश की राष्ट्री य एकता को सबसे बड़ा खतरा आतंकवाद से है। आतंकवाद न केवल हमारी, बल्कि सम्पूर्ण विश्व की समस्या है। आतंकवादियों द्वारा कभी मुम्बई को निशाना बनाया जाता है, तो कभी देश की राजधानी दिल्ली को। आज कश्मीर की समस्या आतंकवाद की ही देन है। पिछले दो दशकों में इस आतंकवाद ने देश के कई राज्यों में अपार क्षतिपहुँचाई है। राष्ट्री य एकता में बाधक अनेक शक्तियों में अलगाव की राजनीति भी एक है।
Q.No: 16 उपर्युक्त गद्यांश के लिए निम्न में से उचित शीर्षक का चयन कीजिए-
A राजनीतिक असंगठन के क्षेत्र
B राष्ट्री य एकता
C आतंकवाद: एक राष्ट्री य खतरा
D कश्मीर: की आतंकवाद समस्या
Correct Ans : B
Passage:
निर्देश: नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नो के सबसे उचित उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिए-
“हम जब-जब असंगठित हुए, हमें आर्थिक व राजनीतिक रूप में इसकी कीमत चुकानी पड़ी। हमारे विचारों में जब-जब संकीर्णता आई, आपस में झगड़े हुए। हमने जब कभी नए विचारों से अपना मुख मोड़ा, हमें हानि ही हुई, हम विदेशी
शासन के अधीन हो गए।” ये बातें स्व. प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गाँधी ने अखिल भारतीय राष्ट्री य एकता सम्मेलन के दौरान कही थीं।थीं सचमुच राष्ट्री य एकता सशक्त और समृद्ध राष्ट्र की आधारशिला होती है। राष्ट्री य एकता का तात्पर्य है—
राष्ट्र के विभिन्न घटकों में परस्पर एकता, प्रेम एवं भाईचारे का कायम रहना।
भारत में कई धर्मों एवं जातियों के लोग रहते हैं, जिनके रहन-सहन एवं आस्था में अन्तर तो है ही, साथ ही उनकी भाषाएँ भी अलग-अलग हैं। इन सबके बावजूद पूरे भारतवर्ष के लोग भारतीयता की जिस भावना से ओत-प्रोत रहते हैं, उसे
राष्ट्री य एकता का विश्वभर में सर्वोत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। रवीन्द्रनाथ ‘टैगोर’ ने कहा “भारत की एकता तथा चेतना समय की कसौटी पर सही सिद्ध हुई है।”
राष्ट्र की आन्तरिक शान्ति तथा सुव्यवस्था और बाहरी दुश्मनों से रक्षा के लिए राष्ट्री य एकता परम आवश्यक है। यदि हम भारतवासी किसी कारणवश छिन्न-भिन्न हो गए, तो हमारी पारस्परिक फूट को देखकर अन्य देश हमारी स्वतन्त्रता
को हड़पने का प्रयास करेंगे। इतिहास के अध्ययन से हमें पता चलता है कि प्राचीनकाल में समूचा भारत एक ही सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध था, किन्तु आन्तरिक दुर्बलता के कारण विदेशी शक्तियों ने हम पर आधिपत्य स्थापित कर लिया। इन
विदेशी शक्तियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करना शुरू किया, जिससे हमारी आस्थाओं एवं धार्मिक मूल्यों का धीरे-धीरे पतन होने लगा। हमें राष्ट्री य एकता कायम रखने की आवश्यकता है, तभी हम ‘डॉ. एस राधाकृष्णन’ की
कही गई इस बातको सही साबित कर सकते हैं— “भारत ही अकेला देश है, जहाँ मन्दिरों,रों गिरिजाघरों,रों मस्जिदों,दों गुरूद्वारों और मठों में शान्तिपूर्ण सह-अस्तित्व है।”
आज देश की राष्ट्री य एकता को सबसे बड़ा खतरा आतंकवाद से है। आतंकवाद न केवल हमारी, बल्कि सम्पूर्ण विश्व की समस्या है। आतंकवादियों द्वारा कभी मुम्बई को निशाना बनाया जाता है, तो कभी देश की राजधानी दिल्ली को। आज कश्मीर की समस्या आतंकवाद की ही देन है। पिछले दो दशकों में इस आतंकवाद ने देश के कई राज्यों में अपार क्षतिपहुँचाई है। राष्ट्री य एकता में बाधक अनेक शक्तियों में अलगाव की राजनीति भी एक है।
Q.No: 17 उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार कथन “भारत ही अकेला देश है, जहाँ मन्दिरों,रों गिरिजाघरों,रों मस्जिदों,दों गुरूद्वारों और मठों में शान्तिपूर्ण सह-अस्तित्व है।”निम्न में से किसका है?
A डॉ. एस राधाकृष्णन
B इन्दिरा गाँधी
C रवीन्द्रनाथ टैगोर
D महात्मा गॉंधी
Correct Ans : A
Passage:
निर्देश: नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नो के सबसे उचित उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिए-
“हम जब-जब असंगठित हुए, हमें आर्थिक व राजनीतिक रूप में इसकी कीमत चुकानी पड़ी। हमारे विचारों में जब-जब संकीर्णता आई, आपस में झगड़े हुए। हमने जब कभी नए विचारों से अपना मुख मोड़ा, हमें हानि ही हुई, हम विदेशी
शासन के अधीन हो गए।” ये बातें स्व. प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गाँधी ने अखिल भारतीय राष्ट्री य एकता सम्मेलन के दौरान कही थीं।थीं सचमुच राष्ट्री य एकता सशक्त और समृद्ध राष्ट्र की आधारशिला होती है। राष्ट्री य एकता का तात्पर्य है—
राष्ट्र के विभिन्न घटकों में परस्पर एकता, प्रेम एवं भाईचारे का कायम रहना।
भारत में कई धर्मों एवं जातियों के लोग रहते हैं, जिनके रहन-सहन एवं आस्था में अन्तर तो है ही, साथ ही उनकी भाषाएँ भी अलग-अलग हैं। इन सबके बावजूद पूरे भारतवर्ष के लोग भारतीयता की जिस भावना से ओत-प्रोत रहते हैं, उसे
राष्ट्री य एकता का विश्वभर में सर्वोत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। रवीन्द्रनाथ ‘टैगोर’ ने कहा “भारत की एकता तथा चेतना समय की कसौटी पर सही सिद्ध हुई है।”
राष्ट्र की आन्तरिक शान्ति तथा सुव्यवस्था और बाहरी दुश्मनों से रक्षा के लिए राष्ट्री य एकता परम आवश्यक है। यदि हम भारतवासी किसी कारणवश छिन्न-भिन्न हो गए, तो हमारी पारस्परिक फूट को देखकर अन्य देश हमारी स्वतन्त्रता
को हड़पने का प्रयास करेंगे। इतिहास के अध्ययन से हमें पता चलता है कि प्राचीनकाल में समूचा भारत एक ही सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध था, किन्तु आन्तरिक दुर्बलता के कारण विदेशी शक्तियों ने हम पर आधिपत्य स्थापित कर लिया। इन
विदेशी शक्तियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करना शुरू किया, जिससे हमारी आस्थाओं एवं धार्मिक मूल्यों का धीरे-धीरे पतन होने लगा। हमें राष्ट्री य एकता कायम रखने की आवश्यकता है, तभी हम ‘डॉ. एस राधाकृष्णन’ की
कही गई इस बातको सही साबित कर सकते हैं— “भारत ही अकेला देश है, जहाँ मन्दिरों,रों गिरिजाघरों,रों मस्जिदों,दों गुरूद्वारों और मठों में शान्तिपूर्ण सह-अस्तित्व है।”
आज देश की राष्ट्री य एकता को सबसे बड़ा खतरा आतंकवाद से है। आतंकवाद न केवल हमारी, बल्कि सम्पूर्ण विश्व की समस्या है। आतंकवादियों द्वारा कभी मुम्बई को निशाना बनाया जाता है, तो कभी देश की राजधानी दिल्ली को। आज कश्मीर की समस्या आतंकवाद की ही देन है। पिछले दो दशकों में इस आतंकवाद ने देश के कई राज्यों में अपार क्षतिपहुँचाई है। राष्ट्री य एकता में बाधक अनेक शक्तियों में अलगाव की राजनीति भी एक है।
Q.No: 18 निम्न में से किस शब्द-युग्म का प्रयोग उपर्युक्त गद्यांश में नहीं किया गया है?
A धीरे-धीरे
B अलग-अलग
C जब-जब
D भिन्न-भिन्न
Correct Ans : D
Passage:
निर्देश: नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नो के सबसे उचित उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिए-
“हम जब-जब असंगठित हुए, हमें आर्थिक व राजनीतिक रूप में इसकी कीमत चुकानी पड़ी। हमारे विचारों में जब-जब संकीर्णता आई, आपस में झगड़े हुए। हमने जब कभी नए विचारों से अपना मुख मोड़ा, हमें हानि ही हुई, हम विदेशी
शासन के अधीन हो गए।” ये बातें स्व. प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गाँधी ने अखिल भारतीय राष्ट्री य एकता सम्मेलन के दौरान कही थीं।थीं सचमुच राष्ट्री य एकता सशक्त और समृद्ध राष्ट्र की आधारशिला होती है। राष्ट्री य एकता का तात्पर्य है—
राष्ट्र के विभिन्न घटकों में परस्पर एकता, प्रेम एवं भाईचारे का कायम रहना।
भारत में कई धर्मों एवं जातियों के लोग रहते हैं, जिनके रहन-सहन एवं आस्था में अन्तर तो है ही, साथ ही उनकी भाषाएँ भी अलग-अलग हैं। इन सबके बावजूद पूरे भारतवर्ष के लोग भारतीयता की जिस भावना से ओत-प्रोत रहते हैं, उसे
राष्ट्री य एकता का विश्वभर में सर्वोत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। रवीन्द्रनाथ ‘टैगोर’ ने कहा “भारत की एकता तथा चेतना समय की कसौटी पर सही सिद्ध हुई है।”
राष्ट्र की आन्तरिक शान्ति तथा सुव्यवस्था और बाहरी दुश्मनों से रक्षा के लिए राष्ट्री य एकता परम आवश्यक है। यदि हम भारतवासी किसी कारणवश छिन्न-भिन्न हो गए, तो हमारी पारस्परिक फूट को देखकर अन्य देश हमारी स्वतन्त्रता
को हड़पने का प्रयास करेंगे। इतिहास के अध्ययन से हमें पता चलता है कि प्राचीनकाल में समूचा भारत एक ही सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध था, किन्तु आन्तरिक दुर्बलता के कारण विदेशी शक्तियों ने हम पर आधिपत्य स्थापित कर लिया। इन
विदेशी शक्तियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करना शुरू किया, जिससे हमारी आस्थाओं एवं धार्मिक मूल्यों का धीरे-धीरे पतन होने लगा। हमें राष्ट्री य एकता कायम रखने की आवश्यकता है, तभी हम ‘डॉ. एस राधाकृष्णन’ की
कही गई इस बातको सही साबित कर सकते हैं— “भारत ही अकेला देश है, जहाँ मन्दिरों,रों गिरिजाघरों,रों मस्जिदों,दों गुरूद्वारों और मठों में शान्तिपूर्ण सह-अस्तित्व है।”
आज देश की राष्ट्री य एकता को सबसे बड़ा खतरा आतंकवाद से है। आतंकवाद न केवल हमारी, बल्कि सम्पूर्ण विश्व की समस्या है। आतंकवादियों द्वारा कभी मुम्बई को निशाना बनाया जाता है, तो कभी देश की राजधानी दिल्ली को। आज कश्मीर की समस्या आतंकवाद की ही देन है। पिछले दो दशकों में इस आतंकवाद ने देश के कई राज्यों में अपार क्षतिपहुँचाई है। राष्ट्री य एकता में बाधक अनेक शक्तियों में अलगाव की राजनीति भी एक है।
Q.No: 19 उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार कथन “भारत की एकता तथा चेतना समय की कसौटी पर सही सिद्ध हुई है।”निम्न में से किसका है?
A डॉ. एस राधाकृष्णन
B इन्दिरा गाँधी
C रवीन्द्रनाथ टैगोर
D महात्मा गॉंधी
Correct Ans : C
Passage:
निर्देश: नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नो के सबसे उचित उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिए-
“हम जब-जब असंगठित हुए, हमें आर्थिक व राजनीतिक रूप में इसकी कीमत चुकानी पड़ी। हमारे विचारों में जब-जब संकीर्णता आई, आपस में झगड़े हुए। हमने जब कभी नए विचारों से अपना मुख मोड़ा, हमें हानि ही हुई, हम विदेशी
शासन के अधीन हो गए।” ये बातें स्व. प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गाँधी ने अखिल भारतीय राष्ट्री य एकता सम्मेलन के दौरान कही थीं।थीं सचमुच राष्ट्री य एकता सशक्त और समृद्ध राष्ट्र की आधारशिला होती है। राष्ट्री य एकता का तात्पर्य है—
राष्ट्र के विभिन्न घटकों में परस्पर एकता, प्रेम एवं भाईचारे का कायम रहना।
भारत में कई धर्मों एवं जातियों के लोग रहते हैं, जिनके रहन-सहन एवं आस्था में अन्तर तो है ही, साथ ही उनकी भाषाएँ भी अलग-अलग हैं। इन सबके बावजूद पूरे भारतवर्ष के लोग भारतीयता की जिस भावना से ओत-प्रोत रहते हैं, उसे
राष्ट्री य एकता का विश्वभर में सर्वोत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। रवीन्द्रनाथ ‘टैगोर’ ने कहा “भारत की एकता तथा चेतना समय की कसौटी पर सही सिद्ध हुई है।”
राष्ट्र की आन्तरिक शान्ति तथा सुव्यवस्था और बाहरी दुश्मनों से रक्षा के लिए राष्ट्री य एकता परम आवश्यक है। यदि हम भारतवासी किसी कारणवश छिन्न-भिन्न हो गए, तो हमारी पारस्परिक फूट को देखकर अन्य देश हमारी स्वतन्त्रता
को हड़पने का प्रयास करेंगे। इतिहास के अध्ययन से हमें पता चलता है कि प्राचीनकाल में समूचा भारत एक ही सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध था, किन्तु आन्तरिक दुर्बलता के कारण विदेशी शक्तियों ने हम पर आधिपत्य स्थापित कर लिया। इन
विदेशी शक्तियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करना शुरू किया, जिससे हमारी आस्थाओं एवं धार्मिक मूल्यों का धीरे-धीरे पतन होने लगा। हमें राष्ट्री य एकता कायम रखने की आवश्यकता है, तभी हम ‘डॉ. एस राधाकृष्णन’ की
कही गई इस बातको सही साबित कर सकते हैं— “भारत ही अकेला देश है, जहाँ मन्दिरों,रों गिरिजाघरों,रों मस्जिदों,दों गुरूद्वारों और मठों में शान्तिपूर्ण सह-अस्तित्व है।”
आज देश की राष्ट्री य एकता को सबसे बड़ा खतरा आतंकवाद से है। आतंकवाद न केवल हमारी, बल्कि सम्पूर्ण विश्व की समस्या है। आतंकवादियों द्वारा कभी मुम्बई को निशाना बनाया जाता है, तो कभी देश की राजधानी दिल्ली को। आज कश्मीर की समस्या आतंकवाद की ही देन है। पिछले दो दशकों में इस आतंकवाद ने देश के कई राज्यों में अपार क्षतिपहुँचाई है। राष्ट्री य एकता में बाधक अनेक शक्तियों में अलगाव की राजनीति भी एक है।
Q.No: 20 उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार, राष्ट्री य एकता से क्या तात्पर्य है?
A प्रेम एवं भाईचारे पर कायम रहने के साथ-साथ राष्ट्र के विभिन्न घटकों में परस्पर एकता का नहीं होना।
Bराष्ट्र के विभिन्न घटकों में परस्पर एकता।
C प्रेम एवं भाईचारे का कायम रहना।
D राष्ट्र के विभिन्न घटकों में परस्पर एकता, प्रेम एवं भाईचारे का कायम रहना।
Correct Ans : D
उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिए-
“हम जब-जब असंगठित हुए, हमें आर्थिक व राजनीतिक रूप में इसकी कीमत चुकानी पड़ी। हमारे विचारों में जब-जब संकीर्णता आई, आपस में झगड़े हुए। हमने जब कभी नए विचारों से अपना मुख मोड़ा, हमें हानि ही हुई, हम विदेशी
शासन के अधीन हो गए।” ये बातें स्व. प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गाँधी ने अखिल भारतीय राष्ट्री य एकता सम्मेलन के दौरान कही थीं।थीं सचमुच राष्ट्री य एकता सशक्त और समृद्ध राष्ट्र की आधारशिला होती है। राष्ट्री य एकता का तात्पर्य है—
राष्ट्र के विभिन्न घटकों में परस्पर एकता, प्रेम एवं भाईचारे का कायम रहना।
भारत में कई धर्मों एवं जातियों के लोग रहते हैं, जिनके रहन-सहन एवं आस्था में अन्तर तो है ही, साथ ही उनकी भाषाएँ भी अलग-अलग हैं। इन सबके बावजूद पूरे भारतवर्ष के लोग भारतीयता की जिस भावना से ओत-प्रोत रहते हैं, उसे
राष्ट्री य एकता का विश्वभर में सर्वोत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। रवीन्द्रनाथ ‘टैगोर’ ने कहा “भारत की एकता तथा चेतना समय की कसौटी पर सही सिद्ध हुई है।”
राष्ट्र की आन्तरिक शान्ति तथा सुव्यवस्था और बाहरी दुश्मनों से रक्षा के लिए राष्ट्री य एकता परम आवश्यक है। यदि हम भारतवासी किसी कारणवश छिन्न-भिन्न हो गए, तो हमारी पारस्परिक फूट को देखकर अन्य देश हमारी स्वतन्त्रता
को हड़पने का प्रयास करेंगे। इतिहास के अध्ययन से हमें पता चलता है कि प्राचीनकाल में समूचा भारत एक ही सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध था, किन्तु आन्तरिक दुर्बलता के कारण विदेशी शक्तियों ने हम पर आधिपत्य स्थापित कर लिया। इन
विदेशी शक्तियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करना शुरू किया, जिससे हमारी आस्थाओं एवं धार्मिक मूल्यों का धीरे-धीरे पतन होने लगा। हमें राष्ट्री य एकता कायम रखने की आवश्यकता है, तभी हम ‘डॉ. एस राधाकृष्णन’ की
कही गई इस बातको सही साबित कर सकते हैं— “भारत ही अकेला देश है, जहाँ मन्दिरों,रों गिरिजाघरों,रों मस्जिदों,दों गुरूद्वारों और मठों में शान्तिपूर्ण सह-अस्तित्व है।”
आज देश की राष्ट्री य एकता को सबसे बड़ा खतरा आतंकवाद से है। आतंकवाद न केवल हमारी, बल्कि सम्पूर्ण विश्व की समस्या है। आतंकवादियों द्वारा कभी मुम्बई को निशाना बनाया जाता है, तो कभी देश की राजधानी दिल्ली को। आज कश्मीर की समस्या आतंकवाद की ही देन है। पिछले दो दशकों में इस आतंकवाद ने देश के कई राज्यों में अपार क्षतिपहुँचाई है। राष्ट्री य एकता में बाधक अनेक शक्तियों में अलगाव की राजनीति भी एक है।
Q.No: 21 निम्न में से ‘आबद्ध’ का विलोम शब्द क्या है?
A आज़ाद
B अमुक्त
C कैद
D सीमित
Correct Ans : A
Subject : Hindi Bhasha 01
Passage:
निर्देश: नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नो के सबसे उचित उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिए-
“हम जब-जब असंगठित हुए, हमें आर्थिक व राजनीतिक रूप में इसकी कीमत चुकानी पड़ी। हमारे विचारों में जब-जब संकीर्णता आई, आपस में झगड़े हुए। हमने जब कभी नए विचारों से अपना मुख मोड़ा, हमें हानि ही हुई, हम विदेशी
शासन के अधीन हो गए।” ये बातें स्व. प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गाँधी ने अखिल भारतीय राष्ट्री य एकता सम्मेलन के दौरान कही थीं।थीं सचमुच राष्ट्री य एकता सशक्त और समृद्ध राष्ट्र की आधारशिला होती है। राष्ट्री य एकता का तात्पर्य है—
राष्ट्र के विभिन्न घटकों में परस्पर एकता, प्रेम एवं भाईचारे का कायम रहना।
भारत में कई धर्मों एवं जातियों के लोग रहते हैं, जिनके रहन-सहन एवं आस्था में अन्तर तो है ही, साथ ही उनकी भाषाएँ भी अलग-अलग हैं। इन सबके बावजूद पूरे भारतवर्ष के लोग भारतीयता की जिस भावना से ओत-प्रोत रहते हैं, उसे
राष्ट्री य एकता का विश्वभर में सर्वोत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। रवीन्द्रनाथ ‘टैगोर’ ने कहा “भारत की एकता तथा चेतना समय की कसौटी पर सही सिद्ध हुई है।”
राष्ट्र की आन्तरिक शान्ति तथा सुव्यवस्था और बाहरी दुश्मनों से रक्षा के लिए राष्ट्री य एकता परम आवश्यक है। यदि हम भारतवासी किसी कारणवश छिन्न-भिन्न हो गए, तो हमारी पारस्परिक फूट को देखकर अन्य देश हमारी स्वतन्त्रता
को हड़पने का प्रयास करेंगे। इतिहास के अध्ययन से हमें पता चलता है कि प्राचीनकाल में समूचा भारत एक ही सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध था, किन्तु आन्तरिक दुर्बलता के कारण विदेशी शक्तियों ने हम पर आधिपत्य स्थापित कर लिया। इन
विदेशी शक्तियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करना शुरू किया, जिससे हमारी आस्थाओं एवं धार्मिक मूल्यों का धीरे-धीरे पतन होने लगा। हमें राष्ट्री य एकता कायम रखने की आवश्यकता है, तभी हम ‘डॉ. एस राधाकृष्णन’ की
कही गई इस बातको सही साबित कर सकते हैं— “भारत ही अकेला देश है, जहाँ मन्दिरों,रों गिरिजाघरों,रों मस्जिदों,दों गुरूद्वारों और मठों में शान्तिपूर्ण सह-अस्तित्व है।”
आज देश की राष्ट्री य एकता को सबसे बड़ा खतरा आतंकवाद से है। आतंकवाद न केवल हमारी, बल्कि सम्पूर्ण विश्व की समस्या है। आतंकवादियों द्वारा कभी मुम्बई को निशाना बनाया जाता है, तो कभी देश की राजधानी दिल्ली को। आज कश्मीर की समस्या आतंकवाद की ही देन है। पिछले दो दशकों में इस आतंकवाद ने देश के कई राज्यों में अपार क्षतिपहुँचाई है। राष्ट्री य एकता में बाधक अनेक शक्तियों में अलगाव की राजनीति भी एक है।
Q.No: 22 निम्न में से ‘मतैकता’ में कौन-सी संधि है ?
A यण संधि
B गुण संधि
C वृद्धि संधि
D व्यंजन संधि
Correct Ans : C
निर्देश: नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नो के सबसे उचित उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिए-
“हम जब-जब असंगठित हुए, हमें आर्थिक व राजनीतिक रूप में इसकी कीमत चुकानी पड़ी। हमारे विचारों में जब-जब संकीर्णता आई, आपस में झगड़े हुए। हमने जब कभी नए विचारों से अपना मुख मोड़ा, हमें हानि ही हुई, हम विदेशी
शासन के अधीन हो गए।” ये बातें स्व. प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गाँधी ने अखिल भारतीय राष्ट्री य एकता सम्मेलन के दौरान कही थीं।थीं सचमुच राष्ट्री य एकता सशक्त और समृद्ध राष्ट्र की आधारशिला होती है। राष्ट्री य एकता का तात्पर्य है—
राष्ट्र के विभिन्न घटकों में परस्पर एकता, प्रेम एवं भाईचारे का कायम रहना।
भारत में कई धर्मों एवं जातियों के लोग रहते हैं, जिनके रहन-सहन एवं आस्था में अन्तर तो है ही, साथ ही उनकी भाषाएँ भी अलग-अलग हैं। इन सबके बावजूद पूरे भारतवर्ष के लोग भारतीयता की जिस भावना से ओत-प्रोत रहते हैं, उसे
राष्ट्री य एकता का विश्वभर में सर्वोत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। रवीन्द्रनाथ ‘टैगोर’ ने कहा “भारत की एकता तथा चेतना समय की कसौटी पर सही सिद्ध हुई है।”
राष्ट्र की आन्तरिक शान्ति तथा सुव्यवस्था और बाहरी दुश्मनों से रक्षा के लिए राष्ट्री य एकता परम आवश्यक है। यदि हम भारतवासी किसी कारणवश छिन्न-भिन्न हो गए, तो हमारी पारस्परिक फूट को देखकर अन्य देश हमारी स्वतन्त्रता
को हड़पने का प्रयास करेंगे। इतिहास के अध्ययन से हमें पता चलता है कि प्राचीनकाल में समूचा भारत एक ही सांस्कृतिक सूत्र में आबद्ध था, किन्तु आन्तरिक दुर्बलता के कारण विदेशी शक्तियों ने हम पर आधिपत्य स्थापित कर लिया। इन
विदेशी शक्तियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करना शुरू किया, जिससे हमारी आस्थाओं एवं धार्मिक मूल्यों का धीरे-धीरे पतन होने लगा। हमें राष्ट्री य एकता कायम रखने की आवश्यकता है, तभी हम ‘डॉ. एस राधाकृष्णन’ की
कही गई इस बातको सही साबित कर सकते हैं— “भारत ही अकेला देश है, जहाँ मन्दिरों,रों गिरिजाघरों,रों मस्जिदों,दों गुरूद्वारों और मठों में शान्तिपूर्ण सह-अस्तित्व है।”
आज देश की राष्ट्री य एकता को सबसे बड़ा खतरा आतंकवाद से है। आतंकवाद न केवल हमारी, बल्कि सम्पूर्ण विश्व की समस्या है। आतंकवादियों द्वारा कभी मुम्बई को निशाना बनाया जाता है, तो कभी देश की राजधानी दिल्ली को। आज कश्मीर की समस्या आतंकवाद की ही देन है। पिछले दो दशकों में इस आतंकवाद ने देश के कई राज्यों में अपार क्षतिपहुँचाई है। राष्ट्री य एकता में बाधक अनेक शक्तियों में अलगाव की राजनीति भी एक है।
Q.No: 23 निम्न में से ‘भारतवासी’ शब्द में कौन सा समास है?
A द्वंद्व समास
B द्विगु समास
C कर्मधारय समास
D तत्पुरुष समास
Correct Ans : D
निर्देश: काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नो के सबसे उचित उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिए-
किंतु अरे यह क्या,
इतना आदर, इतनी करुणा, सम्मान?
प्रथम दृष्टि में ही दे डाला
तुमने मुझे अहो मतिमान!
मैं अपने झीने आँचल में
इस अपार करुणा का भार
कैसे भला सँभाल सकूँगी
उनका वह स्नेह अपार।
लख महानता उनकी पल-पल
देख रही हूँ अपनी ओर
मेरे लिए बहुत थी केवल
उनकी तो करुणा की कोर।
Q.No: 24 निम्न में से उपर्युक्त पंक्तियों के रचयिता का नाम बताइए-
A सुभद्राकुमारी चौहान
B मुशी प्रेमचंद
C भगवती चरण वर्मा
D महादेवी वर्मा
Correct Ans : A
Q.No: 25 निम्न में से मतिमान का अर्थ क्या है?
A ऑंगन
B निर्बुद्धि
C बुद्धिमान
D मूर्ख
Correct Ans : C
Q.No: 26 निम्न में से कौन-सा शब्द करुणा का पर्यायवाची नहीं है?
A उदारता
B दया
C निष्ठुरता
D सहानुभूति
Correct Ans : C
Q.No: 27 दोहे और रोले को क्रम से मिलाने पर निम्न में से कौन-सा छंद बनता है?
A कुण्डलिया
B सवैया
C बरवै
D बरवै एवं सवैया
Correct Ans : A
Q.No: 28 निम्न में से किस शब्द का प्रयोग उपर्युक्त पंक्तियों में नहीं किया गया है?
A आँचल
B शोक
C कोर
D दृष्टि
Correct Ans : B
Q.No: 29 निम्नलिखित में से किस शब्द में उपसर्ग का प्रयोग नहीं किया गया है?
A महानता
B अवगुण
C निर्देश
D अनुप्रास
Correct Ans : A
Q.No: 30 मुहावरा “और का और हो जाना” का क्या अर्थ है?
A गढ़ फतह करना
B थक कर चूर होना
C पहले जैसा ना रहना,बिल्कुल बदल जाना।
D अत्यधिक हर्ष होना
Correct Ans : C