B.Ed करने के फायदे /B.Ed Course क्या है?
B.Ed करने के फायदे /B.Ed Ka Full From/बी.एड में कौन-कौन से विषय (subject) होते हैं?
नमस्कार दोस्तों ! B.Ed (Bachelor of Education) एक ऐसा कोर्स है जिसे करने के बाद आप भी प्राथमिक विद्यालय / जूनियर विद्द्यालय तथा माध्यमिक विद्यालय एवं राजकीय इंटर कॉलेज में सहायक अध्यापक /प्रवक्ता के पद पर नियुक्त हो सकते हैं. B.Ed जिसे कि अंग्रेजी में Bachelor of Education भी कहा जाता है. दोस्तों आज की पोस्ट में हम जानेंगे कि B.Ed करने के लिए न्यूनतम अर्हता क्या होनी चाहिए ? बी.एड कोर्स में प्रवेश कैसे होता है ? इसके साथ ही साथ हम लोग यह भी जानेंगे कि बी.एड कोर्स कितने वर्ष का होता है ? तथा B.Ed कोर्स की फीस कितनी है ? B.Ed कोर्स करने के बाद आप कक्षा 1 से 5वीं कक्षा, जूनियर विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय एवं राजकीय इंटर कॉलेज (G.I.C) तक के शिक्षक या सहायक अध्यापक / प्रवक्ता बन सकते हैं. तथा इसके साथ ही साथ हम लोग यह भी जानेंगे कि क्यों अपने भारत देश में शिक्षक को ईश्वर से भी बढ़कर माना जाता है तो दोस्तों बने रहिये हमारी पोस्ट पर.
क्या आप में भी है जोश और जुनून? - जो राष्ट्र की आने वाली भावी पीढ़ी को सही दिशा और सही मार्गदर्शन कर सके ? क्या आप भी चाहते है कि आने वाली पीढ़ी को ऐसे संस्कार दिए जाये जो कि देश में ही नहीं अपितु विदेशों तक में भारत के नाम का डंका बजा सके. क्या आप भी चाहते है ? कि देश के भविष्य और कर्णधार कहे जाने वाले नौनिहाल बच्चो को ऐसी शिक्षा दी जाये जो कि गुणवत्तापूर्ण और संस्कारों से सुसज्जित हो जिससे अपना भारत देश एक बार फिर से विश्वगुरु की श्रेणी में आकर खड़ा हो जाये. जी हाँ, तो आज हम ऐसे ही एक प्रोफेशन या व्यवसाय की चर्चा करने जा रहे हैं जिनका कार्य ही होता है - देश के भविष्य कहे जाने वाले बच्चों को शिक्षा देना.
अपने भारत देश में गुरु या शिक्षक को ईश्वर से भी उच्च स्थान प्राप्त है , क्योंकि वह गुरु ही होता है जो हमें ईश्वर से हमारा ज्ञान करता है. वह एक शिक्षक ही होता है जो हमें समाज में रहने के तौर - तरीके सिखाता है . वह गुरु ही होता है जो अपने शिष्य की कमियों को दूरकर तथा उसकी अच्छाइयों को निखारकर एक अच्छा मानव बनने में मदद करता है . एक गुरु ही अपने शिष्य की प्रतिभा को पहचानकर उसे सफलता के सर्वोच्च शिखर पर पहुंचने में मदद करता है. यदि चाणक्य ने चन्द्रगुप्त मौर्य को न तराशा होता तो वह एक सफल चक्रवर्ती सम्राट बन सकते थे क्या ? नहीं . अर्जुन को भी विश्व का सबसे बड़ा धनुर्धर बनाने का श्रेय गुरु द्रोणाचार्य को जाता है . इन सब बातों को बताने का तात्पर्य यह है कि शिक्षक या अध्यापक बनना केवल एक पेशा या जीवोकापार्जन का सहारा मात्र नहीं है बल्कि शिक्षक बनकर आप बीड़ा उठाते हैं कि आप आने वाली पीढ़ी के भविष्य को सुदृढ़ करेंगे व विद्द्यार्थियों के चरित्र निर्माण में एक महती भूमिका निभाएंगे.
शिक्षक बनना केवल एक नौकरी नहीं होती है जो आपने अपनी जीविका चलाने के लिए हासिल कर ली. अरे शिक्षक का पेशा तो इतना जिम्मेदारियों से भरा होता है कि उसके सामने देश का सर्वोच्च पद राष्ट्रपति भी छोटा पड़ जाये. इसीलिए दोस्तों संस्कृत भाषा में एक श्लोक में कहा गया है कि -
" गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णों :, गुरु परमेश्वरः
गुरु साक्षात् परब्रह्मा:, तस्मै श्री गुरुवे नमः"
आज हम बी.एड (B.Ed) course के फुल फॉर्म के बारे में बता रहे हैं अक्सर सभी लोग अपने जीवन में कोई ना कोई लक्ष्य जरूर रखते हैं और उनको पूरा करने के लिए सभी लोग दिन रात मेहनत भी करते हैं। पर सभी को इसमें सफलता नहीं मिल पाती B.Ed कोर्स भी कुछ इस प्रकार का होता है इसमें आप अपना बेहतरीन भविष्य बना सकते हैं। तो दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले हैं कि बी.एड क्या होता है ?इसको करने में कितनी लागत आती है? इसको कैसे करते हैं ?इसको करने के बाद में आप क्या-क्या बन सकते हैं। तो आपको इस पोस्ट को पूरा पढ़ना है और अंत तक पढ़ना है।
जैसा कि हमने आपको बताया कि बी.एड के कोर्स में आपको प्राइमरी (Class 1 to 5th ), जूनियर विद्यालय माध्यमिक विद्यालय एवं राजकीय इंटर कॉलेज स्कूल के बच्चों को पढ़ाने की ट्रेनिंग दी जाती है। ऐसे में जब आप इस कोर्स को कर लेते हैं तो आप किसी भी विद्यालय में आसानी से पढ़ा सकते हैं। साथ ही सरकारी टीचर बनने के लिए भी आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
इस कोर्स मैं आपको टीचिंग के गुण को बारीकी के साथ में सिखाया जाता है, जो आपके भविष्य के लिए काफी उपयोगी साबित होता है। अच्छे और सम्मानजनक रोजगार को प्राप्त करने के लिए बी.एड एक अच्छा कोर्स है। इस कोर्स के बाद आप अपनी नौकरी में अच्छा वेतन भी पा सकते हैं। कुल मिलाकर बी.एड का कोर्स एक फायदे का सौदा है।
B.Ed - Bachelor of Education (शिक्षक कोर्स)
इसे हिंदी में शिक्षा शास्त्र में स्नातक कहा जाता है यह शिक्षक बनने से जुड़ा हुआ एक और सोता है ऐसे में जो भी शिक्षक बनना चाहते हैं वह इस कोर्स को कर अपने भविष्य को एक दिशा दे सकते हैं।
बी.एड करने के फायदे या लाभ-
बी.एड करने से कई तरह के फायदे हैं! इसमें आपको पढ़ने और पढ़ाने की नॉलेज हो जाती है! बी.एड कोर्स में बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा एवं शिक्षण से जुड़े कौशल , पढ़ाने की शिक्षण विधियों की जानकारी दी जाती है! बी.एड करने से आप एक अच्छे शिक्षक बन सकते हैं! इस कोर्स में आपको बताया जाता है कि बच्चों को कैसे पढ़ाना है !और किस तरह से बात करनी चाहिए! बी.एड का full formहै- Bachelor of Education
इंटर के बाद बी.एड कर सकते हैं क्या? -
दोस्तों उत्तर प्रदेश राज्य में इंटर (12वीं) के बाद बी.एड नहीं की जा सकती है! उत्तर प्रदेश में बी.एड करने से पहले आपका ग्रेजुएशन पूरा होना चाहिए तभी आप बी.एड कर सकते हैं! दोस्तों b.ed करने के लिए आपको स्नातक होना चाहिए क्योंकि b.ed करने के लिए सामान्य अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए न्यूनतम अंक 50% एवं अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के लिए 45% अंक स्नातक कक्षा में होने चाहिए। स्नातक में आप चाहे विज्ञान वर्ग वाणिज्य वर्ग अथवा कला वर्ग से हो सभी वर्ग के लोग b.ed कर सकते हैं। b.ed करने के लिए आपको राज्य सरकार द्वारा आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा में आवेदन करना होता है और बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण होना होता है, इसके बाद आपकी काउंसलिंग होती है और फिर आपको कालेज का आवंटन होता है जहां से आपको अपना 2 वर्ष का शिक्षण प्रशिक्षण पूर्ण करना होता है।
बी.एड की फीस कितनी है ?
बी.एड करने से पहले आपको पता होना चाहिए कि सरकारी कॉलेज या प्राइवेट कॉलेज में फीस कितनी होती है! सरकारी कॉलेज में ₹10000 होती हैं! और प्राइवेट कॉलेज में आपकी फीस प्रथम वर्ष 51250 रुपए एवं दूसरे वर्ष आपको 30000 रुपए फीस जमा करनी होती है। इस प्रकार से हम यह कह सकते हैं कि उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में b.ed करने की फीस दोनों वर्ष की ₹81250 है। लेकिन यहां पर हम आपको यह भी बता देना चाहते हैं कि देश के अलग-अलग राज्यों में b.ed की फीस अलग अलग हो सकती है।
बी.एड का मतलब क्या होता है? (B.Ed Ka Full From)
बी.एड का मतलब होता है - "बैचलर ऑफ एजुकेशन " आप जिस तरह की मेहनत करेंगे उसी तरह आपको सफलता मिलेगी कुछ इसी तरह का बी.एड का मतलब है बी.एड का फुल फॉर्म हैं- Bachelor of Education. b.ed कोर्स में आपका सैद्धांतिक और व्यवहारिक प्रशिक्षण होता है जिसके अंतर्गत आपको लिखित परीक्षा और विभिन्न इंटर कॉलेजों में व्यवहारिक प्रशिक्षण हेतु पढ़ाना भी होता है। दोस्तों b.ed एक ऐसा कोर्स है जिसको करने के बाद आप कक्षा 1 से लेकर 12वीं कक्षा तक के लिए छात्रों को पढ़ाने के लिए योग्य हो जाते हैं इसीलिए वर्तमान समय में बीटीसी से अधिक b.ed का महत्व है। b.ed करने के बाद आपके पास निम्नलिखित जॉब पाने के ऑप्शन हो जाते हैं-
1.Primary School (Class 1 to 5th)
2. Junior School (Class 5 to 8th )
3. Madhyamik School (Class 9th to 12th)
4.Rajkiy Inter College (G.I.C)
5. Kendriya vidyalaya Sangathan (K.V.S)
6. Jawahar navoday vidyalay (J.N.V)
B.Ed ka full form-. (Bachelor of Education)
बी.एड में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं?
दोस्तों यहां हम आपको यह बताना चाहते हैं कि b.ED का सिलेबस हर विश्वविद्यालय में अलग-अलग है इसका अर्थ है कि हर विश्वविद्यालय में b.ed का सिलेबस या पाठ्यक्रम भी अलग अलग है इसलिए यदि आप जानना चाहते हैं कि b.ed में कौन-कौन से सब्जेक्ट या विषय होते हैं तो यह आप विश्वविद्यालय से ही पता कर सकते हैं मतलब की विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर आप यह पता कर सकते हैं कि संबंधित विश्वविद्यालय में b.ed की कौन-कौन से सब्जेक्ट है क्योंकि विश्वविद्यालय ही b.ed की पाठ्यक्रम सिलेबस या विषय एनसीटीई के आदेशानुसार डिसाइड करते हैं यहां पर हम आपको अपनी पोस्ट में छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के बीएड संकाय के सब्जेक्ट के बारे में जानकारी देंगे। दोस्तों b.ed में आपको अपने स्नातक या ग्रेजुएशन में जो सब्जेक्ट होते हैं उसी के अनुसार आपको b.ed में अपने सब्जेक्ट को लेना होता है। b.ed में विज्ञान वर्ग वाणिज्य वर्ग और कला वर्ग के छात्रों को वैकल्पिक विषय अपने स्नातक विषय के अनुसार लेना होता है। जैसा कि हम जानते हैं कि कानपुर विश्वविद्यालय के संबंधित बीएड कॉलेजों में 4 विषय सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होते हैं एवं बाकी के दो ( 2) विषय छात्र अपने स्नातक या ग्रेजुएशन के विषय के अनुसार लेते हैं। बीएड में 4 सेमेस्टर होते हैं| हर सेमेस्टर के सब्जेक्ट भिन्न-भिन्न होते हैं|
B.Ed विज्ञान वर्ग सब्जेक्ट (Subjects )
1- Education in ancient and modern India
2- Principles of teaching learning
3- Vaidik kalin education system
4- Educational Technology & management
5- physical science
6- mathematics
B.Ed कला वर्ग subjects-
1- Education in ancient and modern India
2- Principles of teaching learning
3- Vaidik kalin education system
4- Educational Technology & management
5- social science
6- One language from graduation Subjects
B.Ed वाणिज्य वर्ग subject-
1- Education in ancient and modern India
2- Principles of teaching learning
3- Vaidik kalin education system
4- Educational Technology & management
5- Commerce subject
6- One subject from graduation
बी.एड करने के क्या लाभ हैं?
बी.एड करने से आप एक शिक्षा शास्त्र में डिग्री प्राप्त कर सकते हैं| इसके अलावा आप शिक्षक बन सकते हैं| बी.एड करने के बाद आप एक प्राइमरी स्कूल , जूनियर स्कूल माध्यमिक स्कूल एवं राजकीय इंटर कॉलेज मैं सहायक अध्यापक / प्रवक्ता बनकर के वहां के बच्चों को पढ़ाने के लिए सक्षम हो जाएंगे। b.ed करने के बाद आप प्राइवेट विद्यालय वा निजी पब्लिक स्कूल मे भी पढ़ाने के लिए योग्य हो जाएंगे।
बी.एड के लिए न्यूनतम योग्यता -
*बी.एड करने की योग्यता इस कोर्स के लिए बीए ,बीएससी ,बीकॉम ,बीसीए ,बीबीए ,बीटेक जैसे किसी भी ग्रेजुएशन करने के बाद के क्षेत्र में 50% अंक के साथ बैचलर डिग्री वाले कैंडिडेट बी.एड के लिए आवेदन कर सकते हैं| एससी /एसटी /ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% की छूट दी गई है| कैंडिडेट की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए। b.ed करने के लिए आपकी अधिकतम आयु की कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है। अर्थात आपकी आयु चाहे जितनी हो आप B.Ed Course मैं एडमिशन ले सकते हैं।
*2 साल के इस कोर्स को करने के बाद आप प्राइमरी स्कूल, जूनियर स्कूल, माध्यमिक विद्यालय वा राजकीय इंटर कॉलेज के लिए निकलने वाली सरकारी शिक्षक की भर्ती में आवेदन भी कर सकते हैं अगर आप एक प्राइमरी टीचर , जूनियर टीचर अथवा इंटर कॉलेज में प्रवक्ता बनना चाहते हैं तो यह आपके लिए एक बेहतरीन कोर्स है।
*अगर आपको भी बी.एड कोर्स करना है तो आपको B.Ed करना होगा इसके लिए आपको राज्य सरकार या केंद्रीय विश्व विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित बी.एड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित होना पड़ेगा। संयुक्त प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद आपको निर्धारित काउंसलिंग केंद्र पर काउंसलिंग कराने के लिए उपस्थित होना पड़ेगा। बी.एड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद आपको अपने रैंक के अनुसार सरकारी या प्राइवेट कॉलेज आवंटित होगा।
*इसके लिए पहले आपकी काउंसलिंग होंगे इस कोर्स में 2 वर्ष की पढ़ाई होती है अगर बात करें इस कोर्स की फीस की तो हर कॉलेज में इस कोर्स की फीस अलग-अलग हो सकती है अगर आप किसी सरकारी कॉलेज से यही कोर्स करते हैं तो आपको अनुमानित ₹10000 तक फिर देना होग।
*वहीं प्राइवेट कॉलेज में यही फीस ₹81250 तक हो सकती है अगर आपको बी.एड के कोर्स के विषय में सही जानकारी चाहिए तो आपको कोर्स से से संबंधित विश्वविद्यालय अथवा कॉलेज से संपर्क करना होगा।
B.Ed Ka full form - Bachelor of Education
B.Ed के लिए आवश्यक योग्यता
अगर आप इसको उसको करना चाहते हैं तो इसके योगिता की भी आपको जानकारी होना बहुत जरूरी है इसमें निम्न प्रकार की योगदा रखी जाती हैं।
1.आवेदन करने के लिए आपका कम से कम स्नातक(Graduation) किसी भी संकाय से पास होना जरूरी है।
2. इस कोर्स को करने के लिए आपकी उम्र सीमा 21 वर्ष से अधिक होने अनिवार्य हैं।
अगर आप इन योग्यता को पूरा करते हैं तो इसके बाद आप इसके लिए आवेदन कर सकते हैं वा एक अध्यापक बन सकते हैं। आपको इतनी योग्यता होना आवश्यक है तभी आप इस का फॉर्म भर पाएंगे।
B.Ed प्रवेश परीक्षा (B.Ed Entrance Exam)
अगर आप बी.एड करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको राज्य विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित होना होगा उसके बाद इस परीक्षा में सफल होने के बाद आपको काउंसलिंग के लिए बुलाया जाएगा निर्धारित केन्द्र पर उपस्थित होकर आपको अपनी सभी शैक्षिक योग्यता के प्रमाण पत्र और अंक पत्र दिखाने होंगे। काउंसलिंग में सत्यापन के बाद आपको अपने रैंक के अनुसार सरकारी या प्राइवेट कॉलेज आवंटित कर दिया जाएगा। इसके बाद फिर आप अपने आवंटित कॉलेज में जाकर शेष प्रवेश प्रक्रिया को पूर्ण कर अपना शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम आरंभ कर सकते हैं।
निष्कर्ष-(Conclusion)
इस पोस्ट में हमने आपको बी.एड फुल फॉर्म ( B.Ed Full Form ) क्या है? इसके बारे में जानकारी दी है हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा बी.एड के बारे में बताई गई जानकारियां पसंद आई होंगी अगर आप इससे संबंधित कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो आप कमेंट करें और हमारी इस वेबसाइट पर आपको रोज नए-नए आर्टिकल देखने को मिलेंगे जो आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होंगे। अगर दोस्तों आपको इस आर्टिकल में कुछ भी नया जानने को मिला हो तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों में शेयर जरूर करें जिससे उनको भी यह जानकारी मिल सके। हमने अपनी वेबसाइट पर कुछ अन्य और महत्वपूर्ण जानकारियां दे रखी है अगर आपने उनको नहीं देखा है तो आपको नीचे कुछ लिंक दी है उस पर आप क्लिक करके और भी अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
दोस्तों इस तरह से हम यह कह सकते हैं कि बी.एड या बैचलर ऑफ एजुकेशन इस कोर्स को करने से आप कक्षा एक से पांच में (1 to 5th )और जूनियर विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय एवं राजकीय इंटर कालेज में शिक्षक / प्रवक्ता बन सकते हैं और अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं। दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश राज्य में जूनियर और प्राइमरी विद्यालयों, माध्यमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक को बहुत ही अच्छा आकर्षक वेतन मिलता है इसलिए यदि आप बी.एड करते हैं तो आप इस क्षेत्र में अपने करियर को एक नई उड़ान दे सकते हैं दोस्तों यदि आपको यह पोस्ट अच्छी लगे तो अपने दोस्तों में शेयर अवश्य करिएगा।