CG Board assignment-3 Class 12th Biology solution pdf October maha 2021-22| छ.ग. बोर्ड असाईमेंट-3 कक्षा 12 जीव विज्ञान सॉल्यूशन डाउनलोड पीडीएफ 2021-22
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CG Board assignment 3 Class 12th Biology subjects download PDF October 2021:
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और यदि आप October month 2021-22 के Class 12 th biology assignment 3 के पेपर डाउनलोड नहीं कर पा रहे हैं तो आप इस वेबसाइट मैं (skteach.com) आप पेपर डाउनलोड कर सकते हैं और उसका सॉल्यूशन(solution) भी।
CG Board assignment 3 Class 12th Biology solution solution PDF October 2021-22:
प्रिय छात्रों छत्तीसगढ़ बोर्ड असाइनमेंट 3 कक्षा 12 वी रसायन विज्ञान 2021-22 अक्टूबर माह (cg board assignment 3) के सभी सब्जेक्ट(all subjects) का सॉल्यूशन(Solution) की लिंक (link) आपको नीचे दी गई है। वहां पर क्लिक(click) कर आप सभी विषयों के Answer देख पाएंगे।
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर
शैक्षिक सत्र 2021- 22 माह अक्टूबर
असाइनमेंट - 03
कक्षा- बारहवीं
विषय- जीव विज्ञान
प्रश्न-1 DNA अणु को RNA की तुलना में अच्छा आनुवंशिक पदार्थ माना गया है क्यों?
उत्तर- कुछ विषाणु के अपवाद के साथ RNA के बजाय DNA पृथ्वी पर सभी जैविक जीवन में वंशानुगत आनुवंशिक कोड वाहन करता है। डी एन ए आर एन ए की तुलना में अधिक लचीला और अधिक आसानी से मरम्मत करने वाला दोनों हैं।
नतीजतन डीएनए आनुवंशिक जानकारी के अधिक स्थिर वाहक के रूप में कार्य करता है जो जीवित रहने और प्रजनन के लिए आवश्यक है। डबल पेंचदार संरचना के कारण डीएनए अधिक सूचना सुरक्षा भी प्रदान करता है। एक बार दोहरी पेंचदार संरचना न्यूक्लियोटाइड आधारों को संरचना के अंदर रखकर उनकी रक्षा करती है और दूसरी बात यह है कि दोहरी पेंचदार संरचना प्रतिकृति के दौरान होने वाली किसी भी त्रुटि की पहचान करने में मदद करती है।
प्रश्न-2 आनुवांशिक कोड क्या है? आनुवांशिक कोड के कोई दो विशेषताएं लिखिए।
उत्तर- आनुवंशिक कोड डीऑक्सी राइबो न्यूक्लिक एसिड (डीएनए )और राइबो न्यूक्लिक एसिड (RNA) में न्यूक्लियोटाइड का अनुक्रम जो प्रोटीन के एमिनो एसिड अनुक्रम को निर्धारित करता है। हालांकि डीएनए में न्यूक्लियोटाइड के रैखिक अनुक्रम में प्रोटीन अनुक्रमों की जानकारी शामिल है, प्रोटीन सीधे डीएनए से नहीं बनाए जाते। इसके बजाय एक दूत आर एन ए (एम आर एन ए ) अणु को डीएनए से संश्लेषित किया जाता है और प्रोटीन के गठन को निर्देशित करता है। आर एन ए चार न्यूक्लियोटाइड्स से बना है: एडनिन , ग्वानिन, साइटोसिन और यूरेसिल 3 आसन्न न्यूक्लियोटाइड एक इकाई का निर्माण करते हैं ।जिसे कोड के रूप में जाना जाता है जो एक एमीनो एसिड के लिए कोड होता है।
1-यह ट्रिपलेट् कौन है- कोडान विशिष्ट क्रम में व्यवस्थित एम = आर एन ए के 3 नाइट्रोजनी बेस क्रम का होता है।
2- कोड कोमा विहीन होता है दो कोडान के बीच विराम नहीं होता है या दो संलग्न कुरान के बीच कोई रिक्त नहीं होता है।
प्रश्न-3 t RNA ,mRNA और राइबोसोमल आर एन ए में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- m RNA -
1- mRNA या संदेशवाहक आर एन ए प्रोटीन संश्लेषण के लिए केंद्रक में स्थित डीएनए से प्रोटीन संश्लेषण के स्थान तक सूचना प्राप्त करता है।
2- एमआरएनए का निर्माण डीएनए के रज्जू को टेम्प्लेट के रूप में प्रयोग करके किया जाता है जिसके कारण mRNA में पूरक क्षार होते हैं। एक कोशिका में कुल आर एन ए का 3 से 5% भाग tRNA होता है।
3- प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं में एक ही mRNA से एक से अधिक पॉलिपेप्टाइड श्रंखला का निर्माण होता है इसलिए इन एमआरएनए को पॉलीसिस्ट्रॉनिक आर एन ए कहते हैं। जबकि यूकैरियोटिक कोशिका में एक एमआरएनए से केवल एक ही पॉलिपेप्टाइड श्रंखला बनाने के संश्लेषण के लिए सूचनाएं होती हैं जिसे मोनोसिस्ट्रॉनिक आर एन ए कहते हैं।
tRNA-
1- यह सबसे छोटा RNA हैं। जिसमें 75 से 95 राइबोन्यूक्लियोटाइड पाए जाते हैं। यह प्रोटीन के संश्लेषण के समय राइबोसोम के Aस्थल में अमीनो अम्ल का स्थानांतरण करता है। प्रत्येक 20 अमीनो अम्ल के लिए विशिष्ट टी आर एन ए होते हैं।
2- प्रत्येक टी आर एन ए एक ही अमीनो अम्ल के लिए विशिष्ट होता है। और प्रोटीन संश्लेषण के लिए अमीनो अम्ल को कोशिका द्रव्य से राइबोसोम में ले जाता है। अतः एक कोशिका में tRNA या tRNA को घुलनशील या adoptor RNA भी कहा जाता है।
3- एक कोशिका में कुल RNA का 16-18% भाग t-RNA होता है
राइबोसोम RNA
1.RNA राइबोसोम का एक घटक है । यह राइबोसोम का 80 % भाग बनता है । राइबोसोम राइबोन्यूकिलयो प्रोटीन तथा rRNA से मिलकर बना होता है । rRNA का संश्लेषण क्रोमोसोम के न्यूकिलओलर आर्गनाइजर क्षेत्र में पायी जाने वाली राइबोसोमल जीनों में निहित सूचना से होता है ।
2. एक कोशिका में पाई जाने वाली कुल RNA का 80% भाग rRNA होता है ।
3. प्रोकैरियोटिक कोशिका, माइटोकांड्रिया तथा लवक में 70s प्रकार का ribosome पाया जाता है। जो दो उप इकाइयों 50s तथा 30s से मिलकर बना होता है।
प्रश्न 4- कैंसर कोशिका सामान्य कोशिका से कैसे अलग है?
उत्तर-कैंसर कोशिका और सामान्य कोशिका में निम्नलिखित अंतर होते हैं।
1-पर्याप्त कोशिकाएं मौजूद होने पर सामान्य कोशिकाएं बढ़ना (प्रजनन) बंद कर देती है। उदाहरण के लिए यदि त्वचा में एक कट की मरम्मत के लिए कोशिकाओं का उत्पादन किया जा रहा है तो नई कोशिकाओं का उत्पादन नहीं होता है जब छेद को भरने के लिए पर्याप्त कोशिकाएं मौजूद होती हैं (जब मरम्मत कार्य किया जाता है) इसके विपरीत पर्याप्त कोशिकाएं मौजूद होने पर कैंसर कोशिकाएं बढ़ना बंद नहीं करती हैं । इस निरंतर वृद्धि के परिणाम स्वरूप अक्सर एक ट्यूमर (कैंसर कोशिकाओं का एक समूह) बनता है।
2. कैंसर कोशिकाएं सामान्य कोशिकाओं की तरह अन्य कोशिकाओं के साथ बातचीत नहीं करती हैं। सामान्य कोशिकाएं आसपास की अन्य कोशिकाओं से भेजे गए संकेतों का जवाब देती हैं जो कहते हैं अनिवार्य रूप से आप अपनी सीमा तक पहुंच गये है। जब सामान्य कोशिकाएं इन संकेतों को सुनते हैं तो वे बढ़ना बंद कर देते हैं । कैंसर कोशिकाएं इन संकेतों का जवाब नहीं देती हैं।
3. सामान्य कोशिकाएं उन पदार्थों का चुनाव करती हैं जो उन्हें एक समूह में एक साथ चिपका देते हैं कैंसर कोशिकाएं इन पदार्थों को बनाने में विफल हो जाती हैं और शरीर में दूर के क्षेत्रों में या रक्त प्रवाह या लिमफ की प्रणाली के माध्यम से आसपास के स्थानों पर तैर सकती हैं।
प्रश्न 5. निम्नलिखित रोगों के रोग जनक संक्रमण तथा लक्षणों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
(अमीबता)
उत्तर- रोगजनक
ई हिस्टॉलिटिका एक एकल कोशिका प्रोटोजोआ है जो आमतौर पर मानव शरीर में प्रवेश करती है यदि कोई व्यक्ति भोजन या पानी के माध्यम से अल्सर को निकलता है है यह मल के सीधे संपर्क में आने से भी शरीर में प्रवेश कर सकता है।
संक्रमण
1.जो लोग उष्णकटिबंधीय स्थानों की यात्रा कर चुके हैं जहां खराब स्वच्छता है।
2. खराब स्वच्छता स्थितियों वाले उष्णकटिबंधीय देशों के अप्रवासी
3. जो लोग खराब सैनिटरी स्थितियों वाले संस्थानों में रहते हैं जैसे की जेल
4. जो पुरुष अन्य पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं।
5. समझौता प्रतिरक्षा प्रणाली और अन्य स्वास्थ्य स्थितियों वाले रोग
सलक्षण
अमीबियासिस के लक्षणों में ढीले मल, पेट में ऐंठन और पेट दर्द शामिल है हालांकिअमीबियासिस वाले अधिकांश लोगों को महत्वपूर्ण लक्षणों का अनुभव नहीं होगा ।
(ब) हैजा
रोगजनक
विब्रियो कोलेरी ,विब्रियो नेसी परिवार का एक सदस्य हैं जिसमें पानी में रहने वाले जीवाणुओं की तीन चिकित्सकीय रूप से महत्वपूर्ण प्रजातियां शामिल है यह एक छोटा, ग्राम- नकारात्मक, राड के आकार का जीवाणु है जो प्रथक होने पर घुमावदार दिखाई देता है वी हैजा के 200 से अधिक विभिन्न सेरोग्रुप हैं जो बैक्टीरिया की कोशिका भित्ति में ओ एंटीजन नामक प्रोटीन की संरचना के आधार पर प्रतिष्ठित होते हैं ।
संक्रमण
दूषित जल आपूर्ति हैजा के संक्रमण का प्राथमिक स्रोत है। बिना पके फल, सब्जियां और अन्य खाद्य पदार्थों में भी हैजा पैदा करने वाले बैक्टीरिया हो सकते हैं।
संलक्षण
हैजा में प्रचुर मात्रा में पानी जैसा दस्त आना शुरू हो जाता है जो आप तौर पर 12 से 28 घंटे की ऊष्मायन अवधि के बाद होता है। तरल मल, जिसे आमतौर पर "चावल के पानी " के मल के रूप में जाना जाता है, में अक्सर बलगम के धब्बे होते हैं। दस्त अक्सर उल्टी के साथ होता है, और रोगी तेजी से हो जाता है निर्जलित। रोगी को बहुत प्यास लगती है और उसकी जीभ सूखी होती है। रक्तचाप गिर जाता है ,नाड़ी बेहोश हो जाता है और मांसपेशियों में ऐंठन गंभीर हो सकते हैं रोगी की आंखें खोखली और धंसी हुई हो जाती हैं और त्वचा झुर्रीदार जाती है।
(स)मलेरिया
रोगजनक
मलेरिया का कारण है मलेरिया परजीवी कीटाणु जो इतने छोटे होते हैं कि उन्हें सिर्फ माइक्रोस्कोप से ही देखा जा सकता है यह परजीवी मलेरिया से पीड़ित व्यक्ति के खून में पाए जाते हैं इनमें मुख्य है
1.प्लाजमोडियम वाइवैक्स
2. प्लाज्मोडियम फैंसीफेरम मलेरिया मादा एनोलीज जाति के मच्छरों से मलेरिया का रोग फैलता है
संक्रमण
जब संक्रमित मादा एनालीज मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है है तो वह अपने लार के साथ उसके रक्त में मलेरिया परजीवीयों को पहुंचा देता है । संक्रमित मच्छर के काटने के 10 से 12 दिनों के बाद उस व्यक्ति में मलेरिया रोग के लक्षण प्रकट हो जाते हैं मलेरिया के रोगी को काटने पर असंक्रमित मादा एनालीज मच्छर रोगी के खून के साथ मलेरिया परजीवी को भी चूंस लेते हैं व 12 से 14 दिनों में यह मादा एनोलीज मच्छर भी संक्रमित होकर मलेरिया फैलाने में सक्षम होते हैं और जितने भी स्वस्थ मनुष्य को काटते हैं उन्हें मलेरिया हो जाता है इस तरह से एक मलेरिया रोगी से कई स्वस्थ्य मनुष्य में फैलता है।
लक्षण
अचानक सर्दी लगना (कंपकंपी लगना, अधिक से अधिक रजाई कम्बल ओढ़ना ) फिर गर्मी लगकर तेज बुखार आना।
प्रश्न 6. प्रोटीन संश्लेषण को विस्तार से समझाइए।
उत्तर-एमिनो अम्लों की पेप्टाइड बंधन से जुड़ी संरचना को प्रोटीन या polypeptide कहते हैं ,प्रोटीन संश्लेषण में न्यूक्लिक अम्ल से अनुवांशिक सूचनाओं का प्रवाह एक दिशा में होता है। प्रोटीन संश्लेषण की प्रक्रिया दो चरणों में पूरी होती है 1.ट्रांसक्रिप्शन 2. ट्रांसलेशन
1. ट्रांसक्रिप्शन
DNA से अनुवांशिक सूचनाओं का mRNA में स्थानांतरण को ट्रांसक्रिप्शन कहते हैं।
RNA polymerase enzyme द्वारा यह क्रिया संपन्न होती है। DNA के प्रमोटर हिस्से में इस एंजाइम के बंधने के बाद यह क्रिया प्रारंभ होती है।
2. ट्रांसलेशन
mRNA में उपस्थित आनुवंशिक सूचनाओं के अनुरूप एमिनो अम्ल से प्रोटीन संश्लेषण ट्रांसलेशन कहलाता है।
ट्रांसलेशन की क्रिया राइबोसोम पर होती है। mRNA का एक कोड़ोन एक बार में एक संदेश को 5' किनारे से 3' किनारे की ओर अग्रसर करता है। किसी एमीनो अम्ल के cytoplasm से mRNA तक लाने के लिए tRNA होते हैं जिसमें उपस्थित anticodon mRNA के codon के पूरक होते हैं। इस प्रकार एक के बाद दूसरा एमिनो अम्ल राइबोसोम के विशेष स्थान पर आते हैं एवं एमिनो अम्लों के बीच peptide बंधन बनाते हैं, इस प्रकार polypeptide chain का निर्माण होता है। इस chain के निर्माण में ATP ऊर्जा की भूमिका होती है।
CG board assignment 3 Class 12 solution All subject Solution October 2021-22
CG board assignment 3 मैं अच्छा उत्तर कैसे लिखें?
अगर आप जानना चाहते हैं कि असाइनमेंट 3 मैं अच्छा उत्तर कैसे लिखा जाता है तो आप पोस्ट को पूरा पढ़ें।यदि आप असाइनमेंट लिखने जा रहे हैं तो सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि असाइनमेंट लिखने के लिए आपको किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है।
Cg board assignment 3 October 2021 मैं जारी कर दिए गए हैं, इनको लिखने के लिए सबसे पहले आप बाजार से बड़े आकार के पेपर य प्रोजेक्ट पेपर खरीदले साथ ही आप एक ब्लू पेन भी खरीदे। इस बात का ध्यान रखें कि आप लाल पेन का बिल्कुल भी इस्तेमाल ना करें। असाइनमेंट लिखते समय आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना है जो आपको नीचे बताई गई हैं।
CG board assignment 3 October 2021 मैं लिखते समय निम्न बातों का ध्यान रखें:
1.असाइनमेंट में दिए गए शब्द सीमा में ही सभी प्रश्नों के उत्तर लिखें।
2.लाल पेन का उपयोग ना करें।
3.अनावश्यक शब्दों का प्रयोग ना करें।
4.प्रश्न की आवश्यकता के अनुसार ही अपना उत्तर दें।
5.सबसे महत्वपूर्ण सुंदर हैंड राइटिंग में लिखें।
CG board assignment 3 October 2021 का first कैसे बनाएं?
असाइनमेंट के फर्स्ट पेज को फिल कर दे में ज्यादातर स्टूडेंट्स गलती कर देते हैं। असाइनमेंट के फर्स्ट पेज में जो आपको सूचना दी जाती है उसी के अनुसार आपको उसे फिल करना होता है। जैसे कि पाठ्यक्रम का कोड असाइनमेंट को टॉपिक का नाम आपका नाम और आपके पिताजी का नाम भी पूछा जा सकता है। यह जानकारी भरना बहुत ही ज्यादा आवश्यक होता है इसके बिना आप का असाइनमेंट स्वीकार नहीं किया जाएगा। फर्स्ट पेज पर सारी जानकारी भरने के बाद आप असाइनमेंट लिखना शुरू कर सकते हैं। असाइनमेंट पूरा लिखने की बात आप यह भी जान लीजिए कि असाइनमेंट आपको अपनी हैंडराइटिंग में लिखना होगा आप उसे टाइप करके नहीं लिख सकते और आप अपने किसी घर के मेंबर से भी असाइनमेंट नहीं लिखवा सकते। अगर वोट को यह पता चलता है कि आपने अपना सीमेंट किसी दोस्त या घर के किसी अन्य मेंबर से लिखवाया है तो आपका असाइनमेंट एसटीडी किया जा सकता है। कुछ विशेष परिस्थितियों में आपको छूट दी जा सकती है पर आपको असाइनमेंट स्वयं ही लिखना पड़ेगा आपको प्रत्येक असाइनमेंट की एक अलग से फाइल बना लेनी है। अगर आप इन सभी बातों का ध्यान रखकर अपना असाइनमेंट लिखना स्टार्ट करते हैं तो आप का असाइनमेंट बहुत ही आकर्षक और सबसे यूनिक रहेगा। ऊपर दी गई सभी बातों को ध्यान में रखकर ही अपना असाइनमेंट लिखना स्टार्ट करें ।
Assignment 3 को लिखते समय कौन-कौन सी सावधानी हैं जिनका विशेष ध्यान रखें?
1.असाइनमेंट लिखने की पूर्व आप रफ वर्क जरूर करें। इससे क्या होगा आप जो गलती करती हैं आप वह सुधार सकती हैं और आप का असाइनमेंट बिल्कुल क्लीन और सांप दिखेगा इससे एग्जामिनर आप के अंक नहीं काटेगा।
2.असाइनमेंट के प्रत्येक सवाल को एक से दो बार पढ़ कर ही अपना उत्तर लिखिए और इस बात का ध्यान रखें कि प्रश्न में जो बात पूछी गई है उसी का उत्तर सबसे पहले थी और प्रश्न की शब्द सीमा का भी ध्यान रखें।
3.प्रश्न का उत्तर लिखने से पहले क्वेश्चन से संबंधित टॉपिक के बारे में अपनी बुक में पढ़ें।
4.अगर हो सके तो डायग्राम का उपयोग असाइनमेंट में जरूर करें
5.असाइनमेंट में अपनी उत्तर को पॉइंट वायपॉइंट लेकिन इससे एग्जामिनर को सहूलियत होगी आपकी कॉपी चेक करने में और वह आपकी कॉपी को अच्छी तरीके से चेक कर अच्छे अंक दे पाएगा।
6.उत्तर लिखते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भाषा में त्रुटि ना हो। मात्रा और व्याकरण संबंधी गलतियां पर विशेष ध्यान दें।।
7.असाइनमेंट में ज्यादा कलर का उपयोग ना करें ।