कोरोना वायरस की बजह से सभी बोर्ड परीक्षाओं को किया गया रद्द
मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के आदेशानुसार शासकीय महाविद्याल,mp board,class 10th,class 12,class 5th,class 8th दिनांक 20 मार्च 2020 से होने वाली समस्त परीक्षाएं एवं प्रायोगिक परीक्षायें स्थगित की गई है।
परीक्षा समय सारणी बाद में घोषित की जाएगी।
Prime Minister Narendra Modi जी ने अपने आज की भाषण में देश को संबोधित करते हुए कहा कि देश से जब भी मैने कुछ मागा तो देश के नागरिको ने मुझे कभी निराश नहीं किया ।आज भी इस गंभीर समस्या से देश को बचाने के लिए हम सभी को इसके लिये हमे साबधानी बरतनी है।ओर कोरोना वायरस से बच सकते हैं ।
कोरोना वायरस से बचाओ कैसे करे ।
कोरोना वायरस के बचाओ के लिये कोई भी ड़व नही बनी इसके लिए हमे खुद साबधानी बरतनी होगी। हम अपने घरो से न निकले ।अधिक जरुरी काम होने पर ही घर से निकले ।
*अपील*
प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की घोषणा..
सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक घर से बाहर न निकलें।
सभी देशवासी सहयोग करेंl
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कोरोना वायरस के कहर के चलते उत्पन्न हो रही स्थिति और इससे निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों को लेकर गुरुवार रात 8:00 बजे देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा पिछले 2 महीने से हम लगातार दुनिया से आ रही चिंताजनक खबरें देख रहे हैं। 2 महीने में भारत के लोगों ने इस महामारी का डटकर मुकाबला किया कोरोनावायरस ने पूरी मानव जाति को संकट में डाला है। पीएम मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की अपील की है उन्होंने देशवासियों से अपील की है कि वह परिवार को सुबह 7:00 बजे से रात 9:00 बजे तक घर घर ही में रखें।
उन्होंने कहा है कि सुबह 7:00 बजे से रात 9:00 बजे तक घर पर ही रहे लोग घरों से बाहर ना निकले उन्होंने अपील की है कि 10 साथियों की जनता कर्फ्यू के बारे में बताएं। तभी सभी लोगों को इसके बारे में पता चल सके।
पीएम मोदी ने कहा मुझे देशवासियों ने कभी निराश नहीं किया मैं आज 130 करोड़ देशवासियों से कुछ मांगने आया हूं मुझे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए आपका आने वाला समय कुछ समय चाहिए प्यारे देशवासियों अब तक महामारी से बचने के लिए कोई निश्चित उपाय नहीं आया है ना ही वैक्सीन आई है हर किसी की चिंता बढ़नी स्वभाविक है ।
प्रधानमंत्री नियमित रूप से सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से स्वयं को तैयार करने लेकिन नहीं घबराने की अपील कर रहे हैं. उन्होंने इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए गैर जरूरी यात्राएं से बचने और लोगों के एक जगह एकत्रित होने से बचने के विचार का समर्थन किया है. पीएम मोदी ने साथ ही उन लोगों के प्रति आभार जताया है, जो आगे रहकर कोरोना वायरस से मुकाबला कर रहे हैं जिसमें राज्य सरकारें, चिकित्सा क्षेत्र के लोग, पैरामेडिकल कर्मी, सशस्त्र बल कर्मी और अर्धसैनिक बल कर्मी, उड्डन क्षेत्र से जुड़े लोग और निकाय कर्मी शामिल हैं.
*अपील*
प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की घोषणा..
सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक घर से बाहर न निकलें।
सभी देशवासी सहयोग करेंl
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कोरोना वायरस के कहर के चलते उत्पन्न हो रही स्थिति और इससे निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों को लेकर गुरुवार रात 8:00 बजे देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा पिछले 2 महीने से हम लगातार दुनिया से आ रही चिंताजनक खबरें देख रहे हैं। 2 महीने में भारत के लोगों ने इस महामारी का डटकर मुकाबला किया कोरोनावायरस ने पूरी मानव जाति को संकट में डाला है। पीएम मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की अपील की है उन्होंने देशवासियों से अपील की है कि वह परिवार को सुबह 7:00 बजे से रात 9:00 बजे तक घर घर ही में रखें।
उन्होंने कहा है कि सुबह 7:00 बजे से रात 9:00 बजे तक घर पर ही रहे लोग घरों से बाहर ना निकले उन्होंने अपील की है कि 10 साथियों की जनता कर्फ्यू के बारे में बताएं। तभी सभी लोगों को इसके बारे में पता चल सके।
मुझे आपने कभी निराश नहीं किया।
पीएम मोदी ने कहा मुझे देशवासियों ने कभी निराश नहीं किया मैं आज 130 करोड़ देशवासियों से कुछ मांगने आया हूं मुझे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए आपका आने वाला समय कुछ समय चाहिए प्यारे देशवासियों अब तक महामारी से बचने के लिए कोई निश्चित उपाय नहीं आया है ना ही वैक्सीन आई है हर किसी की चिंता बढ़नी स्वभाविक है ।
पीएम लगातार कर रहे हैं अपील
प्रधानमंत्री नियमित रूप से सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से स्वयं को तैयार करने लेकिन नहीं घबराने की अपील कर रहे हैं. उन्होंने इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए गैर जरूरी यात्राएं से बचने और लोगों के एक जगह एकत्रित होने से बचने के विचार का समर्थन किया है. पीएम मोदी ने साथ ही उन लोगों के प्रति आभार जताया है, जो आगे रहकर कोरोना वायरस से मुकाबला कर रहे हैं जिसमें राज्य सरकारें, चिकित्सा क्षेत्र के लोग, पैरामेडिकल कर्मी, सशस्त्र बल कर्मी और अर्धसैनिक बल कर्मी, उड्डन क्षेत्र से जुड़े लोग और निकाय कर्मी शामिल हैं.